एमपी। 14 अगस्त को भगवान बलराम की जंयती मनाई जा रही है। इस अवसर पर मध्यप्रदेश की सरकार प्रदेश के किसानों के खाते में रूपए भेज कर उन्हे आत्मनिर्भर बनाने का काम करने जा रही है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 14 अगस्त को बलराम जयंती पर मंडला से प्रदेश के किसानों के खाते में रूपए भेज रह है। एमपी सरकार मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना वर्ष 2025-26 की दूसरी किस्त का किसानों के खाते में अंतरण करेंगे। इस योजना से प्रदेश के 83 लाख किसान हितग्राही लाभांवित होंगे। मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना सितंबर 2020 से लागू की गई है। इस योजना में लाभांवित किसानों को प्रतिवर्ष 6 हजार रूपये की सहायता प्रदान की जाती है। यह राशि पीएम किसान सम्मान निधि योजना के अलावा है।
प्रदेश भर में होगे आयोजन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भगवान श्रीकृष्ण से संबंधित स्थल एवं प्रदेश के प्रमुख मंदिरों और स्थानों के ऐतिहासिक-सांस्कृतिक महत्व को उजागर करते हुए राज्य सरकार 14 अगस्त को बलराम जयंती और हलधर महोत्सव एवं 16 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर श्रीकृष्ण पर्व एवं लीला पुरुषोत्तम का प्राकट्योत्सव का आयोजन करने जा रही है। इन आयोजनों के साथ सम्पूर्ण प्रदेश श्रीकृष्णमय हो जायेगा और सांस्कृतिक रंगों में रंगा नजर आयेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि इन अवसरों पर होने वाले कार्यक्रमों में सभी वर्गों की सहभागिता सुनिश्चित की जा रही है।
जिला स्तर पर होगी मटकी फोड़ प्रतियोगिता
संस्कृति, पर्यटन और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री धर्मेंद्र भाव सिंह लोधी ने बताया कि बलराम जयंती एवं श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर बलराम एवं श्रीकृष्ण प्रसंगों, उनके अवदान एवं लोक-कल्याणकारी जीवन गाथा से संबंधित साहित्यिक परिचर्चाओं, संवाद, मंदिरों में भजन, कीर्तन सांस्कृतिक दलों की प्रस्तुतियां आयोजित की जा रही हैं। साथ ही श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर जिला स्तर पर मटकी फोड़ प्रतियोगिता का आयोजन भी किया जा रहा है।
सांदीपनी आश्रम में 16 से 18 तक होगा आयोजन
राज्य मंत्री श्री लोधी ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण को उज्जैन में ज्ञान की प्राप्ति हुई, वहां स्थित सांदीपनी आश्रम में 16 से 18 अगस्त तक ‘’श्रीकृष्ण पर्व’’ का आयोजन किया जा रहा है। इसमें पहले दिन विशाला सांस्कृतिक संस्थान, उज्जैन के कलाकारों द्वारा श्रीकृष्ण लीला, अनुपम वानखेड़े, इंदौर द्वारा बांसुरी वादन और सुश्री स्वाति उखले, उज्जैन द्वारा भक्ति गायन की प्रस्तुति दी जायेगी। कार्यक्रम के दूसरे दिन 17 अगस्त को अक्षय खरे, पन्ना द्वारा बरेदी लोकनृत्य, सुश्री कृष्णा वर्मा, उज्जैन द्वारा भक्ति गायन एवं विशाला सांस्कृतिक संस्थान उज्जैन द्वारा श्रीकृष्ण लीला की प्रस्तुति दी जायेगी। अंतिम दिन 18 अगस्त को अविनाश धुर्वे, बैतूल द्वारा ठाठ्या लोकनृत्य, रामचन्द्र गांगोलिया, उज्जैन द्वारा भक्ति गायन एवं विशाला सांस्कृतिक संस्थान, उज्जैन द्वारा श्रीकृष्ण लीला की प्रस्तुति दी जायेगी। उज्जैन स्थित नारायणा धाम मंदिर प्रांगण में 14 से 18 अगस्त तक श्रीकृष्ण पर्व का आयोजन किया जा रहा है।