बताया जा रहा है कि 22 दिसंबर को शाम तक मंत्रिमंडल के सदस्यों की सूची को अंतिम रूप दिया जा सकता है. ऐसी संभावना है कि 23 दिसंबर को मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है.मंत्रिमंडल में पुराने चेहरों यानी मंत्री रह चुके नेताओं के बजाय नए चेहरों को मौका दिया जा सकता है. साथ ही तीन से पांच बार के विधायक बनने के बाद मंत्री पद से चूके नेताओं को भी मंत्री बनाया जा सकता है.
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव और दोनों उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल और जगदीश देवड़ा दिल्ली दौरे पर हैं. मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर तीनों नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की. इसके अलावा तीनों नेताओं ने भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी मुलाकात की.
बताया जा रहा है कि 22 दिसंबर को मंत्रिमंडल के सदस्यों की सूची को अंतिम रूप दिया जा सकता है. ऐसी संभावना है कि 23 दिसंबर को मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है. मंत्रिमंडल में मंत्री रह चुके नेताओं की जगह नए चेहरों को मौका दिया जा सकता है. साथ ही तीन से पांच बार के विधायक रह चुके नेताओं को भी मौका दिया जा सकता है.
पूर्व सांसदों को बनाया जा सकता है मंत्री
सांसद रहते हुए विधानसभा का चुनाव जीतने वाले नेता मंत्री बनाए जा सकते हैं. नरेंद्र सिंह तोमर पहले ही विधानसभा अध्यक्ष बनाए जा चुके हैं. अब प्रहलाद पटेल, राव उदय प्रताप सिंह, रीति पाठक, राकेश सिंह और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को भी प्रदेश सरकार में मंत्री बनाया जा सकता है.
राजेंद्र शुक्ल को मिल सकते हैं तीन मंत्रालय
सूत्रों के अनुसार जानकारी मिली है कि उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल को तीन और मंत्रालय दिए जा सकते हैं. उत्तरप्रदेश के दोनों उप मुख्यमंत्री के.पी. मौर्य और बृजेश पाठक को भी एक से अधिक मंत्रालयों की जिम्मेदारी दी गई है. इसी आधार पर ऐसे कयास भी लगाए जा रहे हैं कि मध्यप्रदेश के दोनों उप मुख्यमंत्रियों को एक से अधिक मंत्रालय सौंपे जा सकते हैं.