Made In India Defence Equipments: पिछले कुछ दिनों से भारत ने विश्व पटल पर यह बता दिया है कि भारत किसी के सामने नहीं झुकेगा। चाहे वह आतंकवाद के खिलाफ हो या ट्रेड पॉलिसी (foreign trade policy)के खिलाफ। हाल ही में भारत ने आत्मनिर्भरता की ओर अपना एक ओर कदम बढ़ा दिया है। भारत ने हाल ही में आतंकवाद के खिलाफ हुए युद्ध मे विदेशी हथियारों पर निर्भर रहने की बजाय देश में बने हथियारों का प्रदर्शन किया जिसके चलते वैश्विक पटल पर अन्य देशों का भरोसा भी भारत में बने रक्षा हथियारों पर बढ़ने लगा है।

भारतीय रक्षा कम्पनियों के शेयर्स में आया उछाल(defence share market profit)
बता दे हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मेड इन इंडिया यानी भारत में बने रक्षा उपकरणों के निर्माण और इस्तेमाल पर जोर दिया। यहां तक की आर्मी द्वारा की गई ब्रीफिंग में भी भारत में बने हथियारों की तारीफ की गई। प्रधानमंत्री और आर्मी ब्रीफिंग के पश्चात शेयर बाजार में रक्षा क्षेत्र की कई प्रमुख इकाइयों के शेयर में तेजी देखी गई। खास कर भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड और भारत डायनामिक्स लिमिटेड के शेयर में बम्पर उछाल दर्ज किया गया है।
जानकारों की माने तो यह उछाल केवल तत्कालीन उत्साह नहीं है बल्कि यह उछाल निवेशकों द्वारा जताया गया वह भरोसा है जो भारत के आत्मनिर्भर रक्षा उत्पादन की दिशा में साफ तौर से प्रकट होता है। जानकारी के लिए बता दे प्रधानमंत्री मोदी द्वारा की गई घोषणा के बाद से ही शेयर बाजार पर इसका सीधा असर देखने को मिला है जिससे विदेशी निवेशकों को सरकार की पॉलिसी पर पूरा भरोसा होने लगा है और निवेशक यह मान रहे हैं कि आने वाले समय में भारत रक्षा क्षेत्र में घरेलू निर्माण को प्राथमिकता देगा।
रक्षा क्षेत्र में निवेश के लाभ(benefits of investment on defence share)
वर्तमान में बाजारों में रक्षा क्षेत्र के शेयर्स के प्रतिशत में सीधी बढ़ोतरी देखी जा रही है रक्षा जिसके अंतर्गत यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह रुझान आगे भी इसी तरह से बना रहेगा और आने वाले समय में रक्षा बजट में बढ़ोतरी की जाएगी और डिफेंस डील और पॉलिसी सपोर्ट के चलते इस क्षेत्र को और मजबूती मिलेगी। इन सभी से निवेशकों को निम्नलिखित संकेत भी मिल रहे हैं।
ऐसे निवेशक जो लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं वह रक्षा क्षेत्र कंपनियों में निवेश कर सकते हैं। वहीं आने वाले समय में सरकार रक्षा क्षेत्र से जुड़ी पॉलिसी को समर्थन देने वाली है जिससे निवेशकों को एक सुरक्षित माहौल प्राप्त होगा। साथ ही भविष्य में भारत अन्य देशों में रक्षा उपकरण और हथियार निर्यात कर सकता है जिससे इन कंपनियों को बड़ी कमाई होगी।