Lucknow KGMU Love Jihad : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के केजीएमयू में महिला डॉक्टर के साथ लव जिहाद और जबरन धर्मांतरण का मामला सुर्खियों में आया है। इस मामले में आरोपी डॉक्टर रमीजुद्दीन नायक को तुरंत सस्पेंड कर दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले का संज्ञान लेते हुए कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और जल्द से जल्द कार्रवाई की जाएगी।
धर्म परिवर्तन कराकर हिन्दू युवती से की शादी
मामला किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) का है, जहां पैथोलॉजी विभाग के जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर रमीजुद्दीन पर आरोप है कि उसने अपनी सहकर्मी हिंदू महिला डॉक्टर को प्रेम जाल में फंसाकर शादी के लिए धर्म परिवर्तन का दबाव बनाया। आरोप है कि उसने पहले ही फरवरी में एक दूसरी हिंदू लड़की का धर्म परिवर्तन कराकर उससे शादी की है।
पीड़िता ने 17 दिसंबर को सूसाइड की कोशिश की
पीड़िता पश्चिम बंगाल की रहने वाली हैं और अभी MD कर रही हैं, जबकि आरोपी उत्तराखंड का निवासी है और तीसरे साल का छात्र है। पीड़िता ने आरोप लगाया कि आरोपी ने उसके साथ धोखा किया और जबरन धर्मांतरण का प्रयास किया। इसके बाद 17 दिसंबर को मानसिक प्रताड़ना से तंग आकर उसने दवा की ओवरडोज लेकर आत्महत्या का प्रयास किया, जिसमें वह गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हुई। परिवार के पहुंचने के बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ।
सीएम योगी ने पीड़िता से फोन पर की बात
सीएम योगी ने पीड़िता से फोन पर बात की और उसे न्याय का भरोसा दिलाया। उन्होंने तुरंत पूरे मामले की रिपोर्ट तलब की और जांच के आदेश दिए। जांच में पीड़िता की सुरक्षा के लिए पुलिस की तैनाती की गई है। साथ ही, विशाखा कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर आरोपी को निलंबित किया गया है, और उसके खिलाफ FIR दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
पीड़िता ने लव जिहाद के खिलाफ कार्रवाई की मांग की
वहीं, पीड़िता अपने पिता के साथ राज्य महिला आयोग पहुंची और न्याय की मांग की। आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव ने कहा कि लव जिहाद करने वालों को चेतावनी दी जाती है कि सावधान हो जाएं, नहीं तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
आरोपी डॉक्टर रमीजुद्दीन निलंबित
KGMU प्रशासन ने आरोपी डॉक्टर रमीजुद्दीन नायक को तुरंत सस्पेंड कर दिया है। आरोपी डॉक्टर फरार चल रहा है। आरोपी डॉक्टर की कैंपस में एंट्री पर भी रोक लगा दी है। पुलिस धर्मांतरण और उत्पीड़न की धाराओं में मामला दर्ज कर जांच कर रही है। यह मामला महिलाओं की सुरक्षा और अंतरधार्मिक संबंधों पर बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है और आगे भी खुलासे की उम्मीद है।
