Lt Gen Upendra Dwivedi appointed as Army Chief: भारत सरकार ने लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी को नया आर्मी चीफ नियुक्त किया है। इस संबंध में केंद्र सरकार ने मंगलवार 11 जून की रात आदेश जारी किया है। लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी मौजूदा सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे की जगह लेंगे, जो कि 30 जून को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इसी दिन लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी पदभार संभालेंगे। बतादें कि लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी 30वें सेना प्रमुख के रूप में कार्यभार ग्रहण करेंगे। इससे पहले वे सेना के वाइस चीफ, नॉर्दर्न आर्मी कमांडर, DG इन्फेंट्री सहित सेना में कई अन्य कमांड के प्रमुख के रूप में देश की सेवा कर चुके हैं। वर्तमान में लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी वाइस चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ के पद पर कार्यरत हैं। उनकी नियुक्ति में सरकार ने सीनियॉरिटी के सिद्धांत का पालन किया है।
बतादें कि सरकार ने पिछले महीने जनरल पांडे का कार्यकाल एक महीने बढ़ा दिया था। 31 मई को रिटायर होने वाले जनरल मनोज पांडे को ठीक छह दिन पहले 25 मई को एक्सटेंशन दिया गया था। सरकार के इस कदम से अटकलें लगाई जाने लगी थीं कि लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी को सेना की टॉप पोस्ट के लिए नजरअंदाज किया जा सकता है। लेकिन अब इन सभी अटकलों पर विराम लग गया है।
रीवा जिले से गहरा नाता
लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी का रीवा जिले से नाता है। उनकी प्रारंभिक शिक्षा सैनिक स्कूल रीवा से ही हुई है। आर्मी चीफ उपेंद्र द्विवेदी का जन्म रीवा जिले के मुड़िला गांव में हुआ था। जानने वाले बताते हैं कि बचपन से ही उनके अंदर राष्ट्रप्रेम की भावना थी। उनके माता-पिता भी यही चाहते थे कि उनका बेटा सेना में अफसर बन देश की सेवा करे। लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने रीवा सैनिक स्कूल से 1981 में अपनी पढाई पूरी करने के बाद NDA परीक्षा पास की और नेशनल डिफेन्स एकेडमी पुणे में ट्रेनिंग के लिए चले गए। ट्रेनिंग पूरी होने के बाद, IMA देहरादून से प्रशिक्षण प्राप्त किया। 15 दिसंबर 1984 को उपेंद्र द्विवेदी सेकंड लेफ्टिनेंट उपेंद्र द्विवेदी बन गए। उन्हें 18 जम्मू और कश्मीर राइफल्स यानी ‘18 JAK RIF’ में कमीशन किया गया।
इसे भी पढ़ें: भोपाल में 29 हजार पेड़ों को बचाने शुरू हुआ प्रदर्शन, शिवाजी नगर व तुलसीनगर में प्रस्तावित है मंत्रियों के बंगले
हासिल की कई उपलब्धियां
अपने 39 वर्षों के शानदार करियर में उपेंद्र द्विवेदी ने कश्मीर घाटी से लेकर रेगिस्तान, नॉर्दर्न वेस्टर्न कमांड के साथ-साथ बेहद चुनौतीपूर्ण माहौल में उत्तरी सेना की कमान संभाली। राइजिंग स्टार कॉर्प्स का नेतृत्व करने के बाद अपनी कमान के दौरान, वे जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद विरोधी अभियानों के संचालन के साथ चीनी और पाकिस्तान सीमाओं पर भी सक्रीय रहे। उपेंद्र द्विवेदी भारतीय सेना की सबसे बड़ी सेना कमान के आधुनिकीकरण और उसे सुसज्जित करने में भी शामिल थे, जहां उन्होंने आत्मनिर्भर भारत के हिस्से के रूप में स्वदेशी उपकरणों को शामिल करने का नेतृत्व किया। उपेंद्र द्विवेदी को नवंबर 2021 के राष्ट्रपति द्वारा अति विशिष्ट सेवा मेडल से भी सम्मानित किया चुका है और परम विशिष्ट सेवा मेडल के साथ-साथ तीन बार GOC In C कमेंडेशन कार्ड से नवाजा जा चुका है.
Visit our youtube channel: shabd sanchi