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भारत के ऑपरेशन सिंदूर का दूसरा दिन: पाकिस्तान में मचाई तबाही, तनाव चरम पर

पाकिस्तान में इस समय हालात बेहद तनावपूर्ण हैं। भारत द्वारा किए गए ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के तहत दूसरे दिन ड्रोन हमलों ने पड़ोसी देश को हिलाकर रख दिया है। ये हमले जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब देने के लिए किए गए, जिसमें 26 लोग मारे गए थे।

पाकिस्तान ने भारत के इस कदम को “युद्ध की कार्रवाई” करार दिया है और जवाबी कार्रवाई की धमकी दी है। कई शहरों में ब्लैकआउट (blackout) लागू किए गए हैं, और नागरिक क्षेत्रों में दहशत का माहौल है। पाकिस्तानी सेना और सरकार हाई अलर्ट पर हैं, जबकि स्थानीय लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित ठिकानों की ओर भाग रहे हैं।

पाकिस्तान में जान-माल का नुकसान

Loss of life and property in Pakistan: भारत के ड्रोन हमलों से पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ है। पाकिस्तानी सेना के अनुसार, इन हमलों में कम से कम 26 लोग मारे गए और 46 अन्य घायल हुए। इसके अलावा, तीन शहरों में HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम (air defense system) पूरी तरह तबाह हो गए। रावलपिंडी जैसे हाई-सिक्योरिटी जोन (high-security zone) में सीरियल ब्लास्ट और आगजनी की घटनाएं सामने आई हैं, जहां कई वाहनों और इजातों को नुकसान पहुंचा। लाहौर में एक एयर डिफेंस सिस्टम के नष्ट होने से पाकिस्तान की सैन्य क्षमता को बड़ा झटका लगा है।

भारत ने पाकिस्तान किन इलाकों में किए हमले

Pakistani Areas Targeted By India: भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (Pakistan-occupied Kashmir) में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। हमले लाहौर, अटक, गुजरांवाला, चकवाल, रावलपिंडी, बहावलपुर, मियानो, छोर और कराची के पास हुए। इन हमलों में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों (terrorist organizations) के ठिकानों को नष्ट किया गया। भारतीय सेना ने दावा किया कि ये हमले सटीक और गैर-उकसावे वाले (precise and non-escalatory) थे, जिनमें केवल आतंकी ढांचे को निशाना बनाया गया।

पाकिस्तान का 50 ड्रोन गिराने का दावा

Pakistan’s claim of downing 50 drones: पाकिस्तानी सेना ने दावा किया है कि उसने भारत के 50 ड्रोनों में से 25 को मार गिराया। हालांकि, इस दावे की सत्यता संदिग्ध है। भारतीय सेना और रक्षा मंत्रालय (Defence Ministry) ने कहा कि हमले 50% से ज्यादा सफल रहे, और कई महत्वपूर्ण लक्ष्यों को नष्ट किया गया। रावलपिंडी में हुए धमाकों और आगजनी की घटनाओं से साफ है कि पाकिस्तान का एयर डिफेंस सिस्टम पूरी तरह विफल रहा। विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान का दावा अपनी जनता को आश्वस्त करने और सैन्य कमजोरी को छिपाने का प्रयास हो सकता है।

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