Ram Navami 2024: चैत्र नवरात्रि शुभारंभ से श्री राम नवमी तक अयोध्या राम मंदिर में विराजे भगवान रामलला विशेष वस्त्र धारण करेंगे।
चैत्र नवरात्रि के पहले दिन अयोध्या में भगवान रामलला को विशेष वस्त्र पहनाए गए हैं. राम मंदिर अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा के बाद पहली बार रामलला के वस्त्रों की शैली को बदला गया है. मयूर व अन्य वैष्णव चिन्हों को रंग-बिरंगे रेशम के साथ-साथ असली जरी से कढ़ाई की गई है. यह जानकारी खुद श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र द्वारा दी गई है.
चैत्र नवरात्रि के शुभारंभ से श्री रामनवमी तक अयोध्या राम मंदिर में विराजमान श्री रामलला के वस्त्रों में कई विशेषताएं हैं जैसे कि यह वस्त्र खादी कॉटन से निर्मित हैं एवं इन पर असली चांदी एवं सोने की हस्त-छपाई की गई है. छपाई में प्रयोग किए गए सभी चिन्ह वैष्णव पद्धति के हैं.
राम मंदिर में रामनवमी की भव्य तैयारियां शुरू हो गई हैं. ऐसा बताया गया है कि इस बार रामनवमी के पावन अवसर पर रामलला का सूर्याभिषेक होने वाला है. रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद पहली रामनवमी कई मायनो में ऐतिहासिक बनेगी।
गर्मी में सूती वस्त्र धारण करेंगे भगवान
कुछ दिनों पहले ही श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से जानकारी दी गई थी कि गर्मी के आगमन तथा निरंतर बढ़ते तापमान को देखते हुए 30 मार्च 2024 से भगवान श्री रामलला सूती वस्त्र धारण करेंगे। प्रभु द्वारा उस दिन धारण किए गए वस्त्र हस्तनिर्मित सूती मलमल से बने थे, जिनको प्राकृतिक नील से रंगा गया था और गोटा पुष्पों से सजाया गया था.
पैसे लेकर टाइम स्लॉट देने की खबरें भी सामने आई हैं
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय का कहना है कि श्री रामजन्मभूमि मंदिर में पैसा लेकर या टाइम स्लॉट देकर दर्शन की व्यवस्था नहीं हैं. लेकिन कुछ दुर्घटनाएं सामने आई हैं, जिसकी जांच पुलिस करेगी। ट्रस्ट का इससे कोई संबंध नहीं है. जो भक्त लाइन में लगकर सहजता से श्री रामलला के दर्शन करते हैं, उन्हें दर्शन होते हैं.