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Lok Sabha Election 2024: रीवा संसदीय क्षेत्र से BJP का उम्मीदवार कौन?

Lok Sabha Election 2024

Lok Sabha Election 2024

Lok Sabha Chunav 2024: देश लोकसभा चुनाव के मुहाने में खड़ा है. वो वक़्त अब नजदीक है जब देश में 18वीं लोकसभा के लिए सदस्य चुने जाएंगे। जिसके लिए INDIA और NDA तैयारियों में जुट गई हैं. भाजपा जहां तीन राज्यों में जीत के बाद काफी उत्साहित है तो वहीं कांग्रेस बैकफुट में नजर आ रही है. रीवा की 8 में से सात सीटों में हार के बाद कांग्रेस कार्यकर्ता निराश हैं. हालांकि, 2019 लोकसभा चुनाव के अपेक्षा कांग्रेस के पास एक प्लस पॉइंट ये है कि इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस एक सीट बचाने में कामयाब रही है. अब इसका फायदा आने वाले लोकसभा चुनाव में कितना होगा ये तो आने वाला वक़्त बताएगा। खैर हम इस आर्टिकल के जरिए भाजपा के संभावित उम्मीदवारों के नाम की चर्चा करेंगे की किसे रीवा संसदीय क्षेत्र से टिकट मिल सकती है. और अगले आर्टिकल में हम कांग्रेस के संभावित चेहरों पर बात करेंगे।

Rewa News: पिछले दो लोकसभा चुनाव से भारतीय जनता पार्टी रीवा संसदीय क्षेत्र से विजई होती आई है. 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा के जनार्दन मिश्रा यहां से 3 लाख से ज्यादा वोटों से जीते थे. लोग कहते हैं कि वर्तमान सांसद जनार्दन मिश्रा (MP Janardan Mishra) इसी लिए मेंबर ऑफ़ पार्लियामेंट बने क्योंकि पिछले दोनों आम चुनावों में मोदी की आंधी ने विपक्ष के सपनों को उखाड़ फेंका। और इस बार भी ऐसा माना जा रहा है कि भाजपा अगर किसी को भी चुनावी मैदान में उतार दे तो भी वो बड़े वोटों के अंतराल से अपनी जीत दर्ज करने में सफल हो जाएगा क्योंकि रीवा की जनता पूरी तरह से भाजपा समर्थित हो चुकी है. विधानसभा चुनाव 2023 इसका सबसे बड़ा उदाहरण है. वहीं इस बार भी हिंदुत्व, मोदी की लहर और राम मंदिर का फैक्टर यहां भारतीय जनता पार्टी को जीत दिलाने में कारगर साबित होगा। अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि आखिर बीजेपी किसे रीवा सांसद बनाने के लिए चुनेगी? और कांग्रेस किसे अपना कैंडिडेट घोषित करेगी। बीजेपी के साथ प्लस पॉइंट यही है कि वो किसी रेंडम कार्यकर्ता/पदाधिकारी को सामने ला सकती है लेकिन कांग्रेस को किसी मजबूत चेहरे को ही चुनना पड़ेगा जो बड़ी मुश्किल बात है क्योंकि रीवा में ऐसा कोई कांग्रेस नेता है ही नहीं जिसने पिछले चुनावों में ठीक-ठाक परफॉर्मेंस दी हो.

रीवा सांसदी क्षेत्र के लिए ये हो सकते हैं बीजेपी के उम्मीदवार

वर्त्तमान सांसद जनार्दन मिश्रा

Janardan Mishra: वर्त्तमान सांसद जनार्दन मिश्रा का नाम इस लिस्ट में सबसे ऊपर होना स्वाभाविक है. दो बार से लगातार रीवा संसदीय क्षेत्र से जनार्दन मिश्रा सांसद हैं. लेकिन उन्हें तीसरी बार भी टिकट मिल जाए ये जरूरी नहीं है. इसके कई कारण हैं क्योंकि जनार्दन मिश्रा ने गंभीर राजनीति करने के अलावा वो सब किया जो एक सांसद अमूमन नहीं करता। जैसे पब्लिक और स्कूल टॉयलेट्स को खुद से साफ़ करने लग जाना, नाला साफ़ करने के लिए उतर जाना। माना कि रीवा की स्वछता के प्रति सांसद समर्पित हैं, उन्होंने सफाई बरकार रखने का सन्देश ही दिया जो बाकियों से अलग है मगर ये कहीं न कहीं लोगों को पब्लिसिटी स्टंट भी लगा. वहीं सांसद ने जिस ‘हिनौता’ गाँव को गोद लिया वहां कोई ऐसा काम नहीं हुआ जिसे कारनामा करार दे दिया जाए. खैर दो बार के सांसद को बीजेपी ऐसे तो इग्नोर नहीं कर सकती इसी लिए इस लिस्ट में उन्हें रखा गया है. हो सकता है कि बीजेपी इस बार भी जनार्दन मिश्रा को चुने क्योंकि बीजेपी अगला कदम क्या रखने वाली है ये केंद्रीय नेतृत्व के अलावा कोई नहीं जानता।

महाराजा पुष्पराज सिंह

Maharaja Pushpraj Singh: पूर्व मंत्री महाराजा पुष्पराज सिंह पिछले कुछ समय से राजनीति में काफी सक्रीय दिख रहे हैं. संभावित चेहरों में मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं. एक वर्ष पहले कांग्रेस में रहे पुष्पराज सिंह का अचानक से भाजपा में आकर मुख्यधारा की राजनीति से जुड़ने के बाद से ही ऐसे अनुमान लगाए जा रहे हैं कि पार्टी टिकट वितरण के समय महाराजा पुष्पराज सिंह के नाम पर भी मंथन करे. हालांकि, भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा से वंशवाद खिलाफ राजनीति करती आई है, ऐसे में पुष्पराज सिंह का दावा कमजोर पड़ जाता है. क्योंकि पुष्पराज सिंह के बेटे दिव्यराज सिंह रीवा जिले की सिरमौर विधानसभा क्षेत्र से विधायक है. खैर कुछ भी कहना उचित नहीं होगा क्योंकि भाजपा क्या निर्णय लेगी ये किसी को नहीं पता सिवाय मोदी और शाह के.

गौरव तिवारी

Gaurav Tiwari: भारतीय जनता पार्टी के युवा नेता गौरव तिवारी सक्रीय राजनीति में एक्टिव हैं. गौरव तिवारी भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय मंत्री रह चुके हैं. गौरव तिवारी देश के कई हिस्सों में चुनाव के संचालन की जिम्मेदारी भी निभा चुके हैं. साथ पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और पार्टी संगठन में अच्छी पकड़ रखते हैं. गौरव तिवारी अपने अजीबों गरीब तरीके से कांग्रेस पर निशाना साधते रहते हैं. हाल ही के विधानसभा चुनाव 72 हूरें की तर्ज पर कांग्रेस की 72 घूँसे नाम के पोस्टर शहर में लगवाए थे जिसकी खूब चर्चा हुई. गौरव तिवारी 2019 लोकसभा चुनाव में टिकट के दावेदार थे. तब भी उन्हें टिकट नहीं मिली थी. इस बार भी वह टिकट के दावेदार माने जा रहे हैं. अब देखना होगा की पार्टी उन्हें टिकट देती है या फिर उम्मीदवार बनने की उम्मीद करते रह जाएंगे।

अजय सिंह पटेल

Ajay Singh Patel: वीडी शर्मा गुट से आने वाले अजय सिंह पटेल लोकसभा टिकट के दावेदार माने जाते हैं. अजय सिंह वर्त्तमान में भाजपा जिला अध्यक्ष हैं. जिला अध्यक्ष होने के नाते संगठन में अच्छी पकड़ रखते हैं. जिले में डेढ़ लाख आबादी पटेल वोटरों की है जिससे उनकी दावेदारी को हवा जरूर मिलती है. अब देखना ये होगा की इस आंधी को अपने पक्ष में चलाने में वो कितना सफल हो पाते हैं.

प्रज्ञा त्रिपाठी

Pragya Tripathi; पूर्व सांसद चंद्रमणि त्रिपाठी की बेटी प्रज्ञा त्रिपाठी काफी आरसे से संगठन की राजनीति करती आईं हैं. अब लोकसभा चुनाव की प्रबल दावेदार मानी जा रही हैं. क्योंकिउन्हें बीजेपी ने कभी चुनावी मैदान में नहीं उतारा जबकि इस विधानसभा चुनाव में वे गुढ़ पिछले महापौर चुनाव में टिकट के लिए जद्दोजहद कर रही थी. उन्हें बार-बार इंकार करने के बाद भी अन्य युवा नेताओं की तरह उन्होंने बगावत करने की बात नहीं की और यही बात उन्हें बीजेपी का बफादार नेता बना देती है. भाजपा ने सांसद में महिला आरक्षण का बिल पास किया था. और बीजेपी रीवा सीट से नारीवादी होने का सबूत दे सकती है. प्रज्ञा त्रिपाठी की दावेदारी इसलिए भी मजबूत मानी जा रही है. क्योंकि वे वीडी शर्मा और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की करीबी हैं.

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