Madhya Pradesh Politics: लोकसभा चुनाव का आगाज 16 मार्च को चुनाव आयोग ने कर दिया। तारीखों का एलान होते ही सियासत भी तेज हो गई है. एमपी में बीजेपी ने टिकट में बाजी मार ली है. BJP ने मध्य प्रदेश की सभी 29 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं, लेकिन कांग्रेस अभी तक प्रदेश की सिर्फ 10 टिकट की घोषणा कर पाई है. लेकिन माना जा रहा है कि आज यानि मंगलवार को CEC की बैठक के बाद तीसरी सूची जारी हो सकती है, जिसमें कई चौंकाने वाले नाम सामने आ सकते हैं. कांग्रेस एक बार युवा विधायकों पर दांव लगाने के मूड में है और कई विधायकों से बात कर रही है.
चाहता क्या है कांग्रेस हाई कमान?
कांग्रेस हाई कमान चाहता है कि उसके सभी प्रदेश के बड़े नेता कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, जीतू पटवारी, अरुण यादव, अजय सिंह राहुल को चुनाव लड़वाना चाहती है. लेकिन खबर मिल रही है कि कमलनथ से लेकर जीतू पटवारी तक कोई नेता इसके लिए राजी नहीं हैं. कमलनाथ को जहां जबलपुर से उमीदवार बनाने की बात चल रही थी वहीं जीतू पटवारी को इंदौर से चुनावी मैदान में उतारने की रणनीति थी. अरुण यादव ने खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ गुना से मैदान में आने की बात कहकर खंडवा सीट से अपना पल्ला छुड़ा लिया है.
इन विधायकों के नाम पर चर्चा
दिग्गज नेताओं की इंकार के बाद पार्टी ने विधायकों और पूर्व विधायकों पर नजर जमाई है. यही वजह है कि पहली सूची में तीन विधायकों के साथ दो पूर्व विधायकों को टिकट थमाया है. वहीं शेष 18 सेटों पर युवा विधायकों को मजबूत दावेदारों के तौर पर देखा जा रहा है. जिसमें उज्जैन से तराना विधायक देवेंद्र पटेल, दमोह सीट से बड़ा मलहरा विधायक रामसिया, जबलपुर भर्ती, शहडोल से पुष्प राजगढ़ विधायक फुंदेलाल मार्को, मंदसौर में विधायक विपिन जैन को उतारा कजा सकता है.
इन सीटों पर जाने कांग्रेस के संभावित उम्मीदवार
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए कांग्रेस ने बची 18 सीटों के लिए जल्द ही प्रत्याशियोंका एलान करेगी। उज्जैन लोकसभा से जहां महेश परमार के नाम की चर्चा है वही मुरैना से पंकज उपाध्याय, जबलपुर से लखन घनघोरिया, विदिशा से देवेंद्र पटेल, दमोह से रामसिया भारती, शहडोल से फुंदेलाल मार्को, मंदसौर से विपिन जाईं, भोपाल से जयवर्धन सिंह और रीवा लोकसभा सीट से कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा की पत्नी हैं.