Loan against Mutual Funds: निवेशकों के लिए यह अच्छी बात है हालांकि बहुत से ऐसे निवेशक भी हैं जिन्हें इसके बारे में नहीं पता है कि, MF को गिरवी देकर लोन ले सकते है. दरअसल यह तरीका निवेशक तब अपनाते है, जब उन्हें अचानक पैसों की जरूरत हो और उस जरूरत में उन्हें अपने फंड्स को भी न बेचना हो. गौरतलब है कि, Bank या NBFC म्यूचुअल फंड को गारंटी मानकर लोन देती है.
फायदे का सौदा है MF में निवेश
आज के दौर में म्यूचुअल फंड में निवेश करना कितनी अच्छी बात है, इसका अंदाज़ा आप इसी बात से लगा सकते हैं. ऐसे में यदि आप long term के लिए म्यूचुअल फंड में SIP करते हैं तो एक बड़ा फंड जमा कर सकते हैं. कई बार देखा जाता है कि लोग जरूरत पड़ने अचानक से म्यूचुअल फंड्स से पैसा निकाल लेते हैं और इस कारण उन्हें कंपाउंडिंग का फायदा भी नहीं मिलता है. लेकिन आप इसका पैसा ना निकालकर बल्कि तुरंत जरूरत पूरी करने के लिए लोन ले सकते हैं.
What is Loan against Mutual Funds?
चलिए आगे की बात करें उससे पहले आपको बुनियादी बात बता दें की आखिर यह होता क्या है तो Loan against Mutual Funds का मतलब है की आपको लोन मिलेगा लेकिन आपकी म्यूचुअल फंड्स यूनिट्स को गिरवी रखा जायेगा. इससे आपको लंबे समय में निवेशित रहने पर कंपाउंडिंग का भी फायदा मिल जाता है. आप लोन के जरिए राशि भी जुटा सकते हैं.
Loan against Mutual Funds Merits
MF के माध्यम से लोन लेने पर आपका वित्तीय अनुशासन बना रहता है और आपकी SIP भी बंद नहीं होती है. इतना ही नहीं म्यूचुअल फंड बेचने पर लगने वाले टैक्स से भी आप बच जाते हैं. गौरतलब है की 1 साल से पहले खरीदी गई MF Units को बेचने पर लॉन्ग टर्म कैपिटल टैक्स 10 प्रतिशत और एक साल से अंदर खरीदी गई म्यूचुअल फंड यूनिट्स शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स 15 प्रतिशत लगता है.
ब्याज दरें भी कम होती हैं
इस लोन की ब्याज दर कम होती है. आमतौर पर इस प्रकार के लोन की Interest Rates 9 से 11℅ तक होती है. इक्विटी म्यूचुअल फंड्स पर लोन आपकी यूनिट्स की वैल्यू का 50 प्रतिशत होती है और डेट में ये 80 प्रतिशत तक हो सकती है. फिनटेक कंपनियों के आने के कारण आप ऑनलाइन ही म्यूचुअल फंड पर लोन ले सकते हैं.