LIC Kanyadan policy: LIC द्वारा देश भर में विभिन्न प्रकार की पॉलिसीज़ का संचालन किया जा रहा है। एक ओर जहां रिटायरमेंट को ध्यान में रखते हुए विभिन्न पेंशन पॉलिसीज़ लॉन्च की जा रही है वहीं लोगों को बचत हेतु प्रोत्साहित करने के लिए भी विभिन्न बचत योजनायों को लाया जा रहा है। हाल ही में LIC द्वारा बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए भी एक नई पॉलिसी लॉन्च की गई है जिसका नाम है LIC Kanyadan policy, LIC कन्यादान पॉलिसी बेटियों कि भविष्य को ध्यान में रखकर तैयार की गई है ताकि बेटियों के जन्म के बाद उनकी पढ़ाई और शादी को लेकर अभिभावक चिंता मुक्त रहे और कम निवेश में ही बेहतरीन रिटर्न हासिल कर सकें।

बेटियों के भविष्य सुरक्षा की गेरेन्टी
जैसा कि हम सब जानते हैं बेटियों के जन्म के बाद हर अभिभावक चाहता है कि बेटियों का भविष्य सुरक्षित हो और उनकी पढ़ाई और शादी के खर्चों का प्रबंध पहले से ही हो जाए । ऐसे में LIC ने इसी बात को ध्यान में रखते हुए LIC Kanyadan policy का आरंभ किया है। इस योजना में निवेश कर निवेशक अपनी बेटी के भविष्य को सुरक्षित कर सकता है ताकि बेटियों को वित्तीय सहायता प्रदान कर उन्हें सक्षम बनाया जा सके।
LIC Kanyadan policy में निवेश के बाद निवेशक को कौन से लाभ मिलते हैं?
LIC कन्यादान पॉलिसी में निवेश करने के पश्चात यदि बेटी के माता-पिता की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु हो जाती है तो प्रीमियम माफ कर दिया जाता है। इस पॉलिसी के अंतर्गत यदि बेटी की मृत्यु हो जाती है तो पॉलिसी पर डेथ बेनिफिट दिया जाता है। वही इस पॉलिसी में यदि बेटी के माता-पिता की दुर्भाग्यपूर्ण या एक्सीडेंट में मृत्यु हो जाती है तो बेटी को आर्थिक सहायता के रूप में एकमुश्त 10 लाख रुपए का भुगतान किया जाता है। वहीं यदि माता-पिता की मृत्यु प्राकृतिक स्थिति में होती है तो बेटी की भविष्य के लिए ₹500000 का भुगतान बीमा के रूप में किया जाता है । साथ ही इस योजना के अंतर्गत बेटी के भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए हर वर्ष ₹50000 तक का भुगतान भी किया जाता है।
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LIC Kanyadan policy योजना में किस प्रकार 14 लाख का रिटर्न प्राप्त करें ?
LIC Kanyadan policy में यदि अभिभावक रोजाना ₹75 का निवेश आरंभ करता है और 13 साल तक का मेच्योरिटी पीरियड चुनता है तो 13 साल तक हर माह 2250 रुपए की निवेश राशि योजना में निवेश करनी होगी । ऐसे में मैच्योरिटी होने पर अभिभावक को 14 लाख रुपए तक का रिटर्न प्राप्त होता है । अभिभावक चाहें तो इस मैच्योरिटी के टर्म को 25 वर्ष तक जारी रख सकता है और ज्यादा रिटर्न हासिल कर सकता है।