Laxman Singh Expelled from Congress for 6 Years: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) के छोटे भाई और पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह (Laxman Singh) को कांग्रेस पार्टी ने 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। कांग्रेस अनुशासन समिति (Congress Disciplinary Committee) ने लक्ष्मण सिंह पर पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाते हुए यह कार्रवाई की। यह फैसला पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) के निर्देश पर तत्काल प्रभाव से लागू किया गया।
लक्ष्मण सिंह, जो पांच बार लोकसभा सांसद और तीन बार विधायक रह चुके हैं, ने हाल ही में वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi), सोनिया गांधी (Sonia Gandhi), उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah), और रॉबर्ट वाड्रा (Robert Vadra) के खिलाफ विवादास्पद टिप्पणियां की थीं। खास तौर पर, अप्रैल में पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) के बाद लक्ष्मण सिंह ने रॉबर्ट वाड्रा के बयान की आलोचना की थी, जिसमें वाड्रा ने कहा था कि आतंकियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संदेश दिया है कि भारत में मुसलमान कमजोर महसूस कर रहे हैं। लक्ष्मण सिंह ने इसे गलत ठहराते हुए कहा था कि राहुल गांधी और वाड्रा को सोच-समझकर बोलना चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने उमर अब्दुल्ला पर आतंकवादियों से मिले होने का आरोप लगाया था।
कांग्रेस ने इन टिप्पणियों को अनुशासनहीनता माना और लक्ष्मण सिंह को पहले कारण बताओ नोटिस जारी किया था। मई में मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और प्रभारी ने 10 दिन में जवाब मांगा था, लेकिन लक्ष्मण सिंह का जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया। इसके बाद अनुशासन समिति के सदस्य तारिक अनवर (Tariq Anwar) ने निष्कासन की सिफारिश की, जिसे पार्टी ने स्वीकार कर लिया।
सोशल मीडिया पर इस कार्रवाई को लेकर चर्चा तेज है। कुछ यूजर्स का कहना है कि लक्ष्मण सिंह के बयानों में देशभक्ति थी, लेकिन कांग्रेस ने इसे पार्टी के खिलाफ माना। वहीं, पार्टी समर्थकों का कहना है कि यह अनुशासन बनाए रखने के लिए जरूरी कदम था।
लक्ष्मण सिंह ने अभी तक इस निष्कासन पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। यह देखना बाकी है कि इस कार्रवाई का मध्य प्रदेश की राजनीति (Madhya Pradesh Politics) और दिग्विजय सिंह के प्रभाव पर क्या असर पड़ेगा।