Who Is Rohini Acharya: रोहिणी आचार्य( Rohini Acharya), लालू यादव की दूसरे नंबर की संतान हैं. जिन्होंने अपने पिता लालू यादव को किडनी देकर सुर्खियों में आईं थीं. उन्होंने मेडिकल की पढ़ाई की है, वह अपने पति समरेश सिंह के साथ सिंगापुर में रहती हैं.
Lalu Yadav Daughter Rohini Acharya Profile: 28 जनवरी का सुपर संडे बिहार की राजनीति के लिए बेहद खास रहा. सुबह 11 बजे नीतीश कुमार ने RJD , कांग्रेस और वाम दलों के साथ गठबंधन तोड़ते हुए सीएम पद से इस्तीफा दे दिया. बाद में शाम को वह भाजपा के नेतृत्व वाली NDA में शामिल हो गए. हालांकि, इसकी सियासी पटकथा काफी पहले ही लिखी जा चुकी थी. आपको जानकर आश्चर्य होगा कि लालू यादव के साथ से तौबा करने वाले नीतीश कुमार की नाराजगी की कई वजहों में से एक वजह लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य भी हैं.
25 जनवरी को उनके सिलसिलेवार तीन ट्वीट ने बिहार की राजनीति में बखेड़ा खड़ा कर दिया था. उन्होंने एक्स (Twitter) पोस्ट्स के जरिए नीतीश कुमार पर इशारे-इशारे में हमला बोलने वाली रोहिणी ने बाद में पोस्ट हटा भी दिए मगर रविवार को फिर जब नीतीश कुमार ने NDA का हाथ थाम लिया तो उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “बिहार का लिट्टी चोखा और पलटूराम का धोखा राष्टीय स्तर पर प्रसिद्ध है.” सोशल मीडिया पर रविवार को रोहिणी आचार्य का पोस्ट छाया नजर आया. आइए, जानते हैं उनके बारे में
Lalu Yadav की दूसरी संतान हैं रोहिणी
रोहिणी आचार्य लालू प्रसाद यादव के नौ बच्चों में दूसरे नंबर की संतान हैं. लालू की सबसे बड़ी बेटी मीसा भारती हैं. उसके बाद रोहिणी और उनके बाद लालू यादव की चार बेटियां हैं. उसके बाद तेजप्रताप यादव और तेजस्वी यादव का जन्म हुआ. लालू की सबसे छोटी संतान उनकी बेटी राजलक्ष्मी हैं. यानी बेटे के जन्म से पहले लालू को छह बेटियां हुईं और बेटों से जन्म के बाद एक बेटी.
43 वर्ष की रोहिणी आचार्य का जन्म एक जून 1979 को पटना शहर में हुआ था. उनके सर नेम ‘आचार्य’ को लेकर भी लोग कई सवाल उठते हैं. दरअसल, पढ़ाई के दौरान ही उनका नाम रोहिणी आचार्य रखा गया था. स्कूली पढ़ाई पूरी करने के बाद रोहिणी ने मेडिकल क्षेत्र को करियर के रूप में चुना था.
कहां रहती हैं रोहिणी?
रोहिणी ने जमशेदपुर के एमजीएम मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस भी किया है. हालांकि, उन्होंने कभी मेडिकल प्रैक्टिस नहीं की. उनकी शादी 24 मई 2002 को समरेश सिंह से हुई थी. समरेश सिंह सिंगापुर में ही आईटी सेक्टर में नौकरी करते हैं. वहीं पति के साथ रोहिणी भी रहती हैं. समरेश सिंह ने सिंगापुर से एमबीए की पढ़ाई भी की है और उसी दौरान उनको सिंगापुर में ही नौकरी मिल गई थी.
समरेश सिंह के परिवार का राजनीति से कोई संबंध नहीं है. उनके पिता राव रणविजय सिंह ने UPSC की परीक्षा पास की थी. उन्हें इंडियन रेवेन्यू सर्विसेस के लिए चुना गया था. राव रणविजय सिंह और लालू प्रसाद यादव कॉलेज के जमाने से दोस्त भी थे. रणविजय सिंह आयकर विभाग में अधिकारी थे. अब उनका निधन हो चुका है, जबकि रोहिणी की सास प्रोफेसर रही हैं. रोहिणी की शादी एमबीबीएस की पढ़ाई के दौरान ही हो गई थी. रोहिणी और समरेश सिंह के एक बेटी और दो बेटे हैं.
रोहिणी सोशल मीडिया पर भी काफी एक्टिव
रोहिणी आचार्य सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं. पुरानी यादें हों या जन्मदिन की पार्टी या फिर कोई त्योहार, रोहिणी अक्सर इनसे जुड़ी तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा करती हैं. वह राजनीतिक मुद्दों पर भी खूब सोशल मीडिया पोस्ट करती हैं या फेसबुक पर लिखती हैं. वह अक्सर भाई तेजस्वी यादव के लिए भी सोशल मीडिया पर कई बार पोस्ट करती रही हैं. पिता लालू प्रसाद यादव की तबीयत बिगड़ने के बाद रोहिणी ने लालू की भी कई पुरानी तस्वीरें पोस्ट की थीं.
नीतीश कुमार के खिलाफ ट्वीट कर आई चर्चा में
रोहिणी आचार्य ने 25 जनवरी को सोशल मीडिया पर बैक-टू-बैक पोस्ट कर बिहार सीएम नीतीश कुमार को नाराज कर दिया था. रोहिणी आचार्य की ओर यह पोस्ट नीतीश कुमार की ओर से बिहार के जननायक कर्पूरी ठाकुर की जनशताब्दी जयंती पर दिए गए भाषण के बाद सामने आया था. हालांकि, बाद में उन्होंने उसे डिलीट भी कर दिया. नीतीश कुमार ने परिवारवाद को लेकर हमला बोला था. नीतीश कुमार ने कहा था कि कर्पूरी ठाकुर ने कभी परिवार को आगे नहीं बढ़ाया. उन्होंने बिना किसी का नाम लेते हुए कहा कि आज कल के लोग परिवार को बढ़ाते हैं. हमने भी कर्पूरी से सीख लेकर परिवार से राजनीति में किसी को आगे नहीं बढ़ाया. कर्पूरी के न रहने के बाद हमने उनके बेटे रामनाथ ठाकुर को हमने बनाया. इसके बाद रोहिणी ने सोशल मीडिया पर पलटवार किया था.
पिता को दी है किडनी
रोहिणी सबसे ज्यादा तब चर्चा में आईं जब 5 दिसंबर 2022 को उन्होंने पिता लालू यादव को किडनी डोनेट की थी. 2022 से पहले लालू यादव की सेहत दिन पर दिन गिरते जा रही थी. किडनी खराब होने की वजह से स्वास्थ्य से जुड़ी कई सारी दिक्कतें भी आने लगी थीं. आगे सिंगापुर में डॉक्टरों की सलाह लेने के बाद रोहिणी आचार्य ने एक किडनी पिता को दान करने का फैसला किया. किडनी ट्रांसप्लांट सफल भी रहा और लालू यादव की सेहत में भी सुधार हुआ था जिसके बाद लोगों ने रोहिणी की खूब सराहना की थी.