लालू यादव 13वीं बार RJD अध्यक्ष बने, तेजस्वी को उत्तराधिकारी घोषित

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Bihar Assembly Elections 2025: शनिवार को पटना के बाबू सभागार में आयोजित RJD की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में इसकी घोषणा की गई। लालू 2028 तक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहेंगे। बैठक के बाद लालू यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी ने कार्यकर्ताओं व पार्टी नेताओं का हाथ हिलाकर अभिवादन किया।

Bihar Assembly Elections 2025: लालू प्रसाद यादव 13वीं बार राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने गए हैं। शनिवार को पटना के बाबू सभागार में आयोजित RJD की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में इसकी घोषणा की गई। लालू 2028 तक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहेंगे। बैठक के बाद लालू यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी ने कार्यकर्ताओं व पार्टी नेताओं का हाथ हिलाकर अभिवादन किया। इस अधिवेशन की अध्यक्षता पार्टी के राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी डॉ. रामचंद्र पूर्वे ने की।

लालू यादव ने 23 जून को पटना स्थित पार्टी कार्यालय में अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया था। उनके खिलाफ किसी अन्य नेता ने नामांकन नहीं किया, जिसके बाद डॉ. पूर्वे ने उन्हें निर्विरोध अध्यक्ष घोषित किया। इस कार्यक्रम में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव सहित पार्टी के वरिष्ठ नेता, सांसद, विधायक और प्रदेश भर से आए कार्यकर्ता शामिल थे।

RJD का गठन- 5 जुलाई 1997

RJD का गठन 5 जुलाई 1997 को हुआ था। उस समय लालू प्रसाद यादव जनता दल के अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री थे। नब्बे के दशक में चारा घोटाले की जांच की आंच लालू तक पहुंची थी। CBI ने उनके खिलाफ चार्जशीट तैयार की थी। घोटाले के आरोपों के बीच जनता दल का एक धड़ा लालू पर अध्यक्ष और मुख्यमंत्री पद छोड़ने का दबाव बना रहा था। लालू ने स्थिति को भांपते हुए अपने विश्वासपात्रों की बैठक बुलाई। इसमें 17 लोकसभा और 8 राज्यसभा सांसद शामिल हुए। बैठक में जनता दल से अलग होकर नई पार्टी बनाने का फैसला लिया गया। इसके बाद राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का गठन हुआ और लालू को इसका राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। RJD को ‘लालटेन’ चुनाव चिह्न मिला। लालू ने कहा था कि यह लालटेन गरीबों की कुटिया में रोशनी लाएगी और समाजवाद का नारा बुलंद करेगी।

पार्टी गठन के समय प्रमुख नेता

RJD के गठन के समय लालू प्रसाद यादव, रघुवंश प्रसाद सिंह, कांति सिंह सहित 17 लोकसभा और 8 राज्यसभा सांसद मौजूद थे। समर्थकों की भारी भीड़ भी इस ऐतिहासिक क्षण का हिस्सा थी। स्थापना के समय से ही लालू प्रसाद RJD के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने हुए हैं। पार्टी गठन के बाद मीडिया से बातचीत में लालू ने कहा था, “हमारी पार्टी ओरिजिनल पार्टी होगी।” इसके कुछ ही दिन बाद, 24 जुलाई 1997 को लालू ने अपनी पत्नी राबड़ी देवी को बिहार का मुख्यमंत्री बनाया। इस तरह उन्होंने अपनी पार्टी और सत्ता दोनों को मजबूत किया।

सत्ता और परिवार का साथ

लालू ने 1997 से 2005 तक RJD को बिहार की सत्ता में रखा। इस दौरान 2000 में नीतीश कुमार 7 दिनों के लिए मुख्यमंत्री बने। 2015 से 2017 और 2022 से 28 फरवरी 2024 तक RJD नीतीश कुमार के साथ सत्ता में रही। लालू ने अपने बेटों के बारे में स्पष्ट कहा था, “मेरे बेटे लालटेन ही उठाएंगे, नीतीश अपने बेटे का सोचें।” तेजस्वी यादव को उन्होंने डिप्टी सीएम बनवाया, जबकि तेजप्रताप यादव को मंत्री। उनकी बेटी मीसा भारती को RJD ने तीसरी बार पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से टिकट दिया। दो बार हारने के बाद मीसा तीसरी बार सांसद बनीं। लालू ने उन्हें दो बार राज्यसभा भी भेजा। लालू ने तेजस्वी यादव को अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी घोषित किया है। हाल के लोकसभा चुनाव में तेजस्वी RJD के स्टार प्रचारक रहे।

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