Ladakh Leh Violence : देश का सबसे शांत और खूबसूरत क्षेत्र कहे जाने वाले लद्दाख में हिंसा की आग जल रही है। आंदोलन कारी जेन-जी ने पुलिस पर पत्थर फेंके और बीजेपी के दफ्तर में भी आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों ने दुकानों में भी तोड़फोड़ की। हिंसा में चार प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई जबकि कई पुलिसकर्मी समेत 80 लोग घायल हुए हैं। युवाओं की मांग है कि लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा मिले।
लद्दाख में क्यों भड़की हिंसा?
लद्दाख में सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक के समर्थन में युवा विरोध प्रदर्शन कर रहें हैं। सोनम वांगचुक 10 सितंबर को लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे थे। लेकिन जब युवाओं ने हिंसा शुरू की और पुलिस से झड़प हो गई तो सोनम वांगचुक ने भूख हड़ताल खत्म कर दी और घर चले गए। मगर इसके बाद भी हिंसा नहीं रुकी। प्रदर्शनकारियों ने दुकानों में तोड़फोड़ की और बीजेपी के दफ्तरों में आग लगा दी।
चलिए अब जानते हैं कि आखिर लद्दाख भारत के लिए क्यों जरूरी है और यहाँ पर हिंदू, मुस्लिम और जेन-जी की आबादी कितनी है।
भारत के लिए क्यों जरूरी है लद्दाख?
लद्दाख सिर्फ अपनी खूबसूरती के कारण ही नहीं, बल्कि उसकी रणनीति, धर्म और लोगों की संख्या के हिसाब से भी खास है। चीन और पाकिस्तान के पास होने की वजह से यहाँ का हर हिस्सा भारत की सुरक्षा से जुड़ा है। इसी कारण से, साल 2019 में केंद्र सरकार ने इसे अलग केंद्रशासित प्रदेश बनाया ताकि यहाँ पर विकास योजनाएँ और संसाधनों पर ध्यान दिया जा सके।
लेह और करगिल का धार्मिक नक्शा
लद्दाख दो बड़े जिलों में बटा है- लेह और करगिल। दोनों की पहचान धार्मिक रूप से अलग है। 2011 की जनगणना के अनुसार, लेह की आबादी करीब 1.33 लाख है। यहाँ का मुख्य धर्म बौद्ध है, जो कुल आबादी का लगभग 66 प्रतिशत है। मुसलमान करीब 14 प्रतिशत और हिंदू लगभग 17 प्रतिशत हैं।
करगिल की आबादी लगभग 1.40 लाख है। यहाँ मुसलमान सबसे ज्यादा हैं, जो करीब 77 प्रतिशत हैं। बौद्ध आबादी यहाँ करीब 14 प्रतिशत और हिंदू लगभग 7 प्रतिशत हैं। इसका मतलब है कि लेह बौद्ध बहुल क्षेत्र है, और करगिल मुसलमान बहुल है।
कुल आबादी और जेन-जी की संख्या
2011 की जनगणना के अनुसार, लद्दाख की कुल आबादी लगभग 2.74 लाख थी। हालांकि, 2021 की गणना टल गई, लेकिन खबरें हैं कि अब यहाँ की संख्या 3 लाख से ऊपर हो चुकी है। जहाँ तक जेन-जी यानी 1997 से 2012 के बीच जन्मे युवाओं की बात है, तो इस उम्र के लोगों का आंकड़ा सीधे तौर पर नहीं है। फिर भी, जानकारी के अनुसार, 15 से 24 साल के युवा लद्दाख की कुल आबादी का लगभग 19 से 20 प्रतिशत हैं। यानि हर पांच में से एक युवा यहाँ है, जो आने वाले समय में क्षेत्र की राजनीति और समाज को बदलने में बड़ा रोल निभाएगा।
लद्दाख की भौगोलिक स्थिति
लद्दाख सिर्फ धर्म और संस्कृति का मिलाजुला क्षेत्र ही नहीं है, बल्कि इसकी जगह भी भारत की सुरक्षा के लिए बहुत ही अहम है। यहाँ की ऊंचाई पर होने की वजह से सेना की तैनाती, सड़कें, हवाई जहाज और मोबाइल कनेक्शन सब कुछ बहुत जरूरी है। इसी कारण, भारत की नजर यहाँ हर कोने पर बनी रहती है।