जिस जगह हादसा हुआ वहां काली मिटटी है, जो बारिश की वजह से फूली हुई थी. रात बजे तक रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद मजदूर को मृत अवस्था में बाहर निकाला गया. 24 फ़ीट गहरे गड्ढे में उसे चेन माउंटेन के बकेट के जरिए उतारा गया था.
सतना के मारुति नगर इलाके में सीवर लाइन के 24 फ़ीट गहरे गड्ढे में काम कर रहे मजदूर के ऊपर मिट्टी धसकने से उसकी मौत हो गई. बताया गया कि ग्वालियर निवासी राम खिलाड़ी कुशवाहा 11 जनवरी की शाम करीब छः बजे से दबा था. उसके साथ काम कर रहे साथी मजदूरों ने घटना की सूचना कंपनी प्रबंधन को दी. जिसके बाद उसे बाहर निकालने के लिए करीब शाम 7 बजे से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया, जो कि रात 12 बजे तक चला. मजदूर को बचाने के लिए दो चेन माउंटेन मशीन और तीन जेसीबी मशीन लगाई गई थीं. लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी.
मिट्टी धंसकने से हुई घटना
घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने बताया कि पाइप लाइन जोड़ने का काम फिटर का होता है. लेकिन उसकी अनुपस्थिति के कारण मेनहोल जोड़ने वाले मिस्त्री राम खिलाड़ी को 24 फीट गहरी खाई में चेन माउंटेन मशीन के बकेट के जरिए नीचे उतारा गया था. जब मजदूर नीचे उतरा तभी मिट्टी धीरे-धीरे गिर रही थी, लेकिन ठेकेदार ने काम नहीं रोका बल्कि मजदूर के ऊपर चेन माउंटेन मशीन का बकेट लगा दिया और उसे आश्वस्त किया कि यह बकेट स्पोर्ट में है.
उसी दौरान अचानक से पूरा ट्रंच धसक गया और दोनों ओर से मजदूर मिट्टी में दब गया. हालत यह रहे कि मजदूर के ऊपर दोनों ओर की मिट्टी भर गई थी और चेन माउंटेन का बकेट भी मिटटी में दब गया था. करीब रात 12 बजे तक उसका शव निकाला गया.
बारिश की वजह से फूली हुई थी मिट्टी
जिस स्थान पर हादसा हुआ वहां काली मिट्टी है. बारिश की वजह से मिट्टी फूली हुई थी. ऐसे में जब घटना स्थल के बगल में खुदाई कर बचाव अभियान शुरू किया गया, तो लगातार मिट्टी धंसकती रही. इस वजह से खुदाई में काफी देर हो रही थी. करीब रात 11 जब पाइप लाइन के पास खुदाई हो रही तो मिट्टी बार-बार धंसक रही थी. इसके बाद फिर से मिट्टी हटाने का काम शुरू किया गया. लगभग रात 12 बजे मजदूर को मृत हालत में बाहर निकाला गया.