Haryana Election 2024 : हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं। कांग्रेस अपनी दिग्गज नेता और सिरसा से सांसद कुमारी शैलजा की नाराजगी दूर नहीं कर पाई है। शैलजा की नाराजगी के चलते मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपना हरियाणा दौरा रद्द कर दिया। चुनाव नतीजों के बाद हाईकमान ने उनके राजनीतिक कद का पूरा ख्याल रखने का भरोसा दिया है।
शैलजा की नाराजगी के चलते स्थगित हुआ दौरा| Haryana Election 2024
मल्लिकार्जुन खड़गे सोमवार को कुमारी शैलजा के पुराने संसदीय क्षेत्र अंबाला आने वाले थे, लेकिन जब उन्हें पता चला कि कुमारी शैलजा उनके कार्यक्रम में नहीं आएंगी तो सूचना आई कि स्वास्थ्य कारणों के आधार पर पार्टी अध्यक्ष का दौरा स्थगित कर दिया गया है। शैलजा ने पार्टी अध्यक्ष के हरियाणा दौरे के बारे में कोई जानकारी होने से इनकार किया है, लेकिन साथ ही संकेत दिया है कि वह अगले कुछ दिनों में चुनावी रण में प्रचार करेंगी। कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने भी इस संबंध में पोस्ट किया है।
अंबाला और घरौंदा में होनी थीं पार्टी अध्यक्ष की जनसभाएं
कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे को सोमवार को अंबाला शहर और करनाल के घरौंदा में दो जनसभाओं को संबोधित करना था। उनकी अनुपस्थिति में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इन जनसभाओं को संबोधित किया। दिल्ली में कांग्रेस सूत्रों के अनुसार खड़गे अस्वस्थ हैं। बढ़ती उम्र और व्यस्त कार्य के चलते डॉक्टरों ने खड़गे को दो दिन आराम करने की सलाह दी है।
शर्मिंदगी से बचने के लिए पार्टी ने खड़गे का दौरा रद्द किया Haryana Election 2024
खराब स्वास्थ्य के बावजूद खड़गे हरियाणा आना चाहते थे, लेकिन जब पार्टी नेतृत्व को पता चला कि शैलजा नहीं आएंगी, तो शर्मिंदगी से बचने के लिए पार्टी अध्यक्ष का दौरा स्थगित कर दिया गया। बुधवार के बाद खड़गे का हरियाणा दौरे का कार्यक्रम नए सिरे से तैयार किया जा सकता है। कांग्रेस नेतृत्व को भी उम्मीद है कि तब तक शैलजा को मना लिया जाएगा।
क्या है शैलजा की नाराजगी की वजह? Haryana Election 2024
कांग्रेस नेतृत्व के साथ-साथ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा से शैलजा की नाराजगी के एक नहीं बल्कि कई कारण हैं। शैलजा हिसार जिले की उकलाना विधानसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहती थीं। शैलजा ने अपनी इच्छा कांग्रेस हाईकमान के समक्ष रखी थी, लेकिन शैलजा को चुनाव लड़ने से मना कर दिया गया।
शैलजा अपने करीबी को टिकट नहीं दिला पाईं।
आपको बता दें कि शैलजा अपने बेहद करीबी डॉ. अजय चौधरी को नारनौंद से टिकट नहीं दिला पाईं। अजय चौधरी के अलावा शैलजा ने करीब दो दर्जन दावेदारों की सूची कांग्रेस हाईकमान को दी थी, लेकिन चार निवर्तमान विधायकों समेत शैलजा के मात्र 10 समर्थकों को ही टिकट मिला, जिससे नाराजगी है।
सीएम पद को लेकर शैलजा और हुड्डा में खींचतान Haryana Election 2024
शैलजा की नाराजगी को कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद की लड़ाई से जोड़कर देखा जा रहा है। शैलजा कई बार सार्वजनिक मंचों से कह चुकी हैं कि प्रदेश में दलित मुख्यमंत्री क्यों नहीं हो सकता। उनकी यह इच्छा शैलजा पर भारी पड़ी और कांग्रेस के गांधी परिवार में मजबूत पकड़ रखने वाले हुड्डा अपने समर्थकों को अधिकतम टिकट दिलाने में सफल रहे। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस हाईकमान ने हुड्डा को शैलजा को मनाने की जिम्मेदारी सौंपी थी, लेकिन हुड्डा की ओर से अब तक ऐसा कोई प्रयास नहीं किया गया है।