Personal Finance: आज के दौर में सभी अपना जीवन यापन करने के लिए शहरों में नौकरी करते हैं जी हां ऐसे कई लोग हैं, जो अपने गांव से निकलकर बड़े शहर में नौकरी कर रहे है. और बड़े शहर में नौकरी करने के कारण ज्यादातर लोग किराए के घर में ही रहते हैं. नौकरी लगने के कुछ समय बाद ही लोग घर खरीदने के बारे में सोचते हैं.
आज के समय में प्रॉपर्टी के दाम आसमान छू रहे हैं. ऐसे में लोगों के लिए खुद का घर खरीदना काफी मुश्किल हो गया है. ऐसे में कई लोग Bank से Home Loan लेकर खुद का घर खरीदने के बारे में सोचते हैं, जिसके बाद वह अपने घर की कीमत को हर महीने EMI के जरिए चुकाते हैं.
अगर आप भी एक नौकरी करने वाले व्यक्ति हैं और बैंक से होम लोन लेकर खुद का घर खरीदने का प्लान बना रहे हैं तो ये खबर आपके लिए बहुत ही जरूरी होने वाली है. आज हम आपको एक ऐसे तरीके के बारे में बताने वाले हैं, जिससे आप अपनी घर खरीदने की स्थिति का अनुमान लगा सकते हैं. आप अपनी सैलरी को देखते हुए यह पता लगा सकते हैं कि क्या आपके लिए होम लोन लेकर खरीदना समझदारी होगा या अभी किराए पर रहना अच्छा होगा. आइए जानते हैं.
Home Loan से कब खरीदना चाहिए घर
गौरतलब है कि, अगर आपकी सैलरी ज्यादा है और आप अपने हर महीने के खर्च, इंश्योरेंस, सेविंग के अलावा भी ईएमआई का खर्चा आसानी से निकाल सकते हैं, तो आप होम लोन पर घर ले सकते हैं. ध्यान रखने वाली बात यह है कि आपकी मंथली ईएमआई आपकी मंथली सैलरी के 20 से 25 प्रतिशत से ज्यादा नहीं होनी चाहिए यानी अगर आपकी सैलरी 1 लाख रुपये हैं, तो आपकी ईएमआई 25,000 रुपये से ज्यादा नहीं होनी चाहिए
25 फीसदी से अधिक नहीं होना चाहिए EMI
Salary के 25 फीसदी से ज्यादा की EMI आपके लिए वित्तीय मुश्किलें ला सकती हैं. आपको अपने खर्चे पूरे करने में भी दिक्कत हो सकती है. अगर आपकी सैलरी 1 लाख रुपये से कम है तो आप कम बजट का घर देखें, जिसकी EMI भी कम हों.
कितनी सैलरी पर कितने बजट का घर खरीदें
अगर आपकी सैलरी 1 लाख रुपये है तो आप 30 से 35 लाख रुपये तक का घर खरीद सकते हैं. अगर आपकी सैलरी 1.50 लाख रुपये है तो आप 50 लाख रुपये तक का घर खरीद सकते हैं. बस इस बात का ध्यान रखें कि आपकी EMI Salary के 25 प्रतिशत से ज्यादा न हों.
