Know Everything About Asthma In Hindi On World Asthma Day 2025: अस्थमा एक सांस से संबंधित बीमारी है, जो वातावरण में बढ़ते प्रदूषण और खराब लाइफ स्टाइल के कारण होती है। इसके होने के कई और भी कारण हैं। आज देश समेत पूरे विश्व भर में अस्थमा के करोड़ों मरीज हैं। इस बीमारी से जूझ रहे मरीजों के जीवन को बेहतर बनाने और लोगों में जागरूकता के लिए प्रत्येक वर्ष मई महीने के पहले मंगलवार को विश्व अस्थमा दिवस मनाया जाता है। इस हिसाब से वर्ष 2025 में विश्व अस्थमा दिवस 6 मई को मनाया जा रहा है। इस वर्ष की अस्थमा का थीम है “सभी के लिए इनहेलर उपचार सुलभ बनाएँ”।
World Asthma Day 2025
माना जाता है पूरे विश्व भर में करीब 26 करोड़ अस्थमा के मरीज हैं। अपने देश में 3 करोड़ 43 लाख अस्थमा के मरीज हैं, जो विश्वभर में कुल मरीजों का 13 प्रतिशत है। लेकिन चिंताजनक यह है कि, विश्वभर में अस्थमा से होने वाली मौतों में से 46 प्रतिशत लोग भारत हैं।
क्या है अस्थमा | what is asthma
अस्थमा एक श्वसन संबंधी बीमारी है, जो फेफड़ों से संबंध रखती है। इसके बाद श्वसन नली में सूजन की समस्या आ जाती है और मरीज को सांस लेने में दिक्कत होने लगती है। जो इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति के लिए बहुत कष्टदायक और घातक भी होता है।
अस्थमा होने के प्रमुख कारण | The main causes of asthma
- अस्थमा होने के कई कारण हैं। लेकिन सबसे प्रमुख कारण है एलर्जी, यह धूल और मिट्टी से हो सकती है। धूल के कारण सांस लेने के साथ ही श्वसननली के अंदर जाके उसे ब्लॉक कर देते हैं। इसके साथ ही एलर्जी पराग, फफूंद, पैंट, अगरबत्ती, स्प्रे और तीव्र गंध इत्यादि से भी सकता है।
- इसके अलावा धुएँ और वायुप्रदूषण इसका एक और प्रमुख कारण होता है। धूम्रपान का धुआँ, गाड़ी और वाहनों का धुआँ और फैक्ट्री इत्यादि से निकलने वाला हमारे फेफड़ों के लिए अत्यंत घातक हैं। यह भी अस्थमा होने के प्रमुख कारणों में से एक हो सकते हैं।
- मौसम में अचानक या बार-बार होने बदलाव से भी अस्थमा की समस्या उभर सकती है। खासकर सर्दियों के मौसम में या ठंड हवाओं इत्यादि के कारण।
- इसके अलावा पहाड़ों में अत्यंत ऊंचाई में जाने के कारण भी ऑक्सीजन की कमी के करण अस्थमा की समस्या उभर सकती है।
अस्थमा के लक्षण | Asthma symptoms
अस्थमा की बीमारी का अगर समय रहते इलाज ना हो तो अत्यंत घातक होती है। अगर इनके शुरुआत लक्षण को पहचान लिया जाए तो, इसकी इलाज के द्वारा इसकी रोकथाम की जा सकती है। अस्थमा के प्रमुख लक्षण निम्न हैं-
- सांस लेने में तकलीफ होना।
- सांस लेते समय घरघराहट की आवाज आना।
- सीने में जकड़न महसूस होना।
- मौसम बदलने पर सर्दी जुकाम या छींक आना।
- रात को ठंड हवा या खांसी के बाद खांसी आना।
- थकावट महसूस करना।
अस्थमा से बचाव | Prevention of Asthma
अस्थमा से बचाव के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है, सही समय पर मेडिकल ट्रीटमेंट। और डॉ की सलाह पर इनहेलर को लेना। पर और भी कई तरीकों से आप अस्थमा से अपना बचाव कर सकते हैं। या जोखिम को कम कर सकते हैं।
- अपने घर को नियमित रूप से साफ करते रहें। उसमें धूल, मिट्टी इत्यादि ना जमे। साथ ही अपने बिस्तार और कपड़ों को भी साफ करते रहें।
- मास्क का इस्तेमाल करके भी इसके जोखिम को कम किया जा सकता है। अगर आप जहाँ रहते हैं वहाँ बहुत ज्यादा धूल या धुआँ इत्यादि है, तो मास्क का नियमित प्रयोग करते रहें।
- अगर आप धूम्रपान करते हैं तो इससे बचे। क्योंकि धूम्रपान इसके जोखिम को और भी ज्यादा बढ़ा देता है।
- आजकल फ्लू और निमोनिया इत्यादि के कई टीके भी आ गए हैं, ये दोनों ही अस्थमा के प्रमुख कारक हो सकते हैं। इसीलिए डॉ की सलाह पर आप इनसे संबंधित वैक्सीनेशन भी करवा सकते हैं।