Kids Health Tips: छोटे बच्चों को बुखार होना एक आम समस्या है। बारिश में भीगना, पानी में खेलने, धूप में रहने या इंफेक्शन के कारण बच्चे बुखार की चपेट में आसानी से आ जाते हैं। लेकिन बच्चों को बुखार होते ही माता-पिता घबरा जाते हैं, और कई बार हल्का बुखार होने पर तुरंत उन्हें डॉक्टर के पास ले जाते हैं।
जबकि कुछ पेरेंट्स अपने बच्चों के सिर्फ पर ठंडे पानी की पट्टियां रखना, गर्म कपड़े पहनाना और कमरे के पंखे बंद करने लगते हैं, ताकि बच्चे का बुखार जल्द से जल्द ठीक किया जा सके। लेकिन बच्चे को बुखार होने पर कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है, ताकि बच्चे का समय रहते बुखार कम किया जा सके।
क्या करें जब बच्चे को हो तेज़ बुखार?
- थर्मामीटर से बच्चे का बुखार कंफर्म करें।
- बच्चे को कोई भी दवाई देने से पहले थर्मामीटर से बच्चे का बुखार चेक करना और उसे कंफर्म करना बहुत जरूरी है।
- चेक करने पर बच्चे के शरीर का तापमान 99 डिग्री के ऊपर आता है तो ही बच्चे को बुखार की दवा दें।
- आप उन्हें पेरासिटामोल का डोज आप अपने डॉक्टर से पूछने के बाद ही बच्चे को दें सकते हैं।
- लेकिन ध्यान रहे अगर बच्चे को बार-बार बुखार आ रहा है तो आप दिन में 2 बार पेरासिटामोल दे सकते हैं।
- हालांकि दोनों खुराक के बीच कम से कम चार घंटे का अंतराल रखें।
- अगर बच्चे का बुखार दवाई खाने के बाद भी नहीं उतर रहा है तो उसको पानी की पट्टी कर सकते हैं।
- बच्चे के शरीर पर पानी की पट्टीरखते समय इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि पानी नॉर्मल हो।
- इस पानी की पट्टी को आप बच्चे के सिर पर न रखें, बल्कि उससे बच्चे के पूरी शरीर को पोछें।
- बुखार के दौरान आप अपने बच्चे को पतले कॉटन के कपड़ें पहनाएं और हल्का कंबल ओढाएं।
- अगर आपके बच्चे को बुखार है तो उसे लिक्विड डाइट ही दें ताकि उसका शरीर हाइड्रेटेड रहे।