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इस किस्म के गेहूं की खेती से होगा तगड़ा मुनाफा

खपली गेहूं को एम्मर गेहूं (Emmer Wheat)के नाम से भी जाना जाता है। खपली गेहूं में फाइबर कि मात्रा जादा होने के कारण इसको खाने के बाद भूख कम लगती है। ये गेहूं मार्केट में 150रु किलो के हिसाब से बिकता है। इसकि खेती अक्टूबर- नवंबर के महिने में होती है।

किसान अगर गेहूं कि खेती में सही बीज को चुने और खेत कि तयारी से लेकर उसकी बुनाइ का ध्यान रखे तो इससे काफि मुनाफा कमाया जा सकता है।

खपली गेहूं की खेती

बिहार सरकार के अनुसार खपली गेहूं कि खेती बिहार के बेगूसिराय जिले में कि जाती है. बताया जाता है कि, खपली कि खेती गुजरात, महाराष्ट्र और दक्षिण भारत के हिस्से में कि जाती थी. हालांकि जबसे बिहार में इसकि खेती शुरु हुई है तब से ये बिहार में प्रचलित हो गई है।इसकि खेती अक्टूबर- नवंबर के महिने में होती है। किसान अगर गेहूं कि खेती में सही बीज को चुने और खेत कि तयारी से लेकर उसकी बुनाइ का ध्यान रखे तो इससे काफि मुनाफा कमाया जा सकता है।

स्वास्थ के लिए फायदेमंद

खपली गेहूं का आटा एम्मर में काफि पोषतक त्तवों से भरा हुआ है। गेहूं में फाइबर, खनिज और विटमिन पाया जाता है। डायबिटीज के लिए खपली आटा बेहद फायदेमंद माना जाता है। क्योंकि खपली रक्त शुगर को नियंत्रित करता है। इस गेहूं का रेट मार्केट में 150 के रेट से बेचा जाता है।

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