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केरल ब्लास्ट: आरोपी ने किया सरेंडर, जानें कौन है यहोवा समुदाय के लोग

kerala blast case

केरल के कन्वेंशन सेंटर में हुए धमाके को लेकर एक नया अपडेट सामने आया है। दरअसल एक व्यक्ति ने कन्वेंशन सेंटर में हुए बम ब्लास्ट की जिम्मेदारी अपने ऊपर ले ली है. जिसके बाद केरल पुलिस द्वारा आरोपी को हिरासत में ले लिया गया। बता दें कि इस बम ब्लास्ट में 3 लोगों की मौत हो गई है. वहीं घायलों की संख्या में भी वृद्धि देखने को मिली है. बम ब्लास्ट में कई लोगों के जलने की भी ख़बर सामने आई है.

वहीं बात करें आरोपी की तो जिस व्यक्ति ने कन्वेंशन सेंटर में बम ब्लास्ट किया है, उसका नाम डोमिनिक मार्टिन है और हैरानी की बात तो यह है कि वह यहोवा समुदाय से ही संबंधित है। साथ ही इस शख्स ने खुद बम ब्लास्ट की जिम्मेदारी लेते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ये बात कबूल की है। आरोपी ने पहले सोशल मीडिया पर अपना वीडियो पोस्ट किया उसके बाद पुलिस को सरेंडर कर दिया।

यहोवा समुदाय का है आरोपी

वहीं इस मामले को लेकर मार्टिन का कहना है कि वह 16 सालों से यहोवा विटनेस समुदाय से जुड़ा है। लेकिन कभी भी इस समुदाय के विचारों से सहमत नहीं हुआ। उसे यहोवा समुदाय के विचार देश विरोधी लगते हैं। इसके आगे मार्टिन का कहना है कि उसने 6 साल पहले ही उनकी शिक्षाओं पर विचार किया और पाया कि वह देश विरोधी हैं। उन्होंने उनके तौर-तरीके बदलने को भी कहा, लेकिन उन्होंने उनकी चेतावनियों को नजरंदाज कर दिया, जिसके बाद उसे यह समुदाय विरोधी कदम उठाना पड़ा। इस मामले की छानबीन अभी तक जारी है। वहीं पुलिस का कहना है कि मार्टिन ने त्रिशूल ग्रामीण पुलिस स्टेशन में सरेंडर किया था.

कौन होते हैं यहोवा विटनेस?

जब से केरल में यह दुर्घटना हुई है तभी से लोगों के मन में यह सवाल आ रहा है कि आखिर यहोवा विटनेस हैं कौन? दरअसल यहोवा विटनेस ईसाइयों का ही एक समूह होता है जो कि यह मानता है कि दुनिया का अंत करीब होगा। साथ ही जब दुनिया का अंत होगा तो यीशु का फिर से जन्म होगा। उनके विचार ईसाइयों से थोड़े अलग होते हैं। यह यहूदियों के नाम से भी जाने जाते हैं। साथ ही इनकी भारत में आबादी देखी जाए तो मात्र एक लाख के करीब है।

देश की सरकार का करते है बहिष्कार

इस समुदाय से जुड़ी कई ऐसी बातें हैं जो कि आपको हैरान कर देंगी। दरअसल इस समुदाय के लोग भारत में गाए जाने वाले राष्ट्रगान को नहीं मानते साथ ही यह भारत में होने वाले इलेक्शन में हिस्सेदारी भी नहीं निभाते और ना ही वोट डालने जाते हैं। साथ ही इस समुदाय के लोग हिंसा से दूर रहते हैं और यही कारण है कि इस समुदाय के लोग सेना में भर्ती नहीं होते हैं। यहोवा समुदाय के लोग किसी भी सरकार को नहीं मानते हैं उनका मानना है कि ईश्वर ही उनकी सरकार है।

नहीं मनाते है क्रिसमस का त्योहार

भले ही यहोवा समुदाय ईसाई धर्म से ताल्लुक रखते हैं। बावजूद इसके वह ना ही क्रिसमस मनाते हैं और ना ही ईस्टर। इसके साथ-साथ कई ऐसे त्यौहार हैं जिन्हे यहोवा समुदाय के लोग नही मनाते। जैसे वेलेंटाइन डे, मदर्स डे, फादर्स डे, हेलोवीन इत्यादि। इसके अलावा यहोवा समुदाय के लोग खून का आदान-प्रदान भी नहीं करते हैं। उनका मानना है कि ईश्वर खून से दूर रहते हैं इसलिए वह कभी भी खून का आदान-प्रदान नहीं करते। साथ ही वह अपने ईश्वर को जीवनदाता के रूप में मानते हैं और उनके प्रति काफी सम्मान रखते हैं इसलिए यहोवा समुदाय के लोग रक्तपात से भी दूर रहते हैं.

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