वीरेंद्र सहवाग के बाद भारत की ओर से टेस्ट क्रिकेट में 300 रन का आंकड़ा पार करने वाले बल्लेबाज करुण नायर (Karun Nair) का अंतरराष्ट्रीय करियर वैसा नहीं चल सका। उन्होंने भारत के लिए छह टेस्ट मैचों में 374 रन बनाए। जिसमें उनका तिहरा शतक भी शामिल है।
उनके टेस्ट मैच के ये आंकड़े आशा और घोर निराशा के झूले झूल गए और उनका करियर अवसान पर चला गया। दरअसल करुण नायर (Karun Nair) ने अपने टेस्ट करियर की आखिरी छह पारियों का सबसे बड़ा स्कोर 26 रन है और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ़ शानदार नाबाद 303 रन है।
नायर ने आखिरी बार भारतीय टीम की ओर से 2017 में श्रीलंका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में हिस्सा लिया था। तब से, वह अपने करियर को फिर से पटरी पर लाने के लिए लगातार संघर्ष करते रहे हैं। पिछले एक साल में, Nair ने अपनी बल्लेबाजी का हुनर दिखाया है और घरेलू क्रिकेट में विदर्भ और इंग्लिश काउंटी सर्किट में नॉर्थम्पटनशायर के लिए लगातार रन बनाए हैं।
उन्होंने इस सत्र में काउंटी टीम के लिए सात मैचों में 49 की शानदार औसत से 484 रन बनाए; इसमें ग्लैमॉर्गन के खिलाफ एक शतक भी शामिल है। विदर्भ के लिए, नायर ने 10 मैचों में दो शतकों के साथ 690 रन बनाए, जिससे उनकी टीम रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल में पहुँची। हालाँकि, नायर एक समय में एक लक्ष्य की ओर बढ़ रहे हैं क्योंकि उनकी नज़र भारतीय टेस्ट टीम में जगह बनाने पर है।
भारतीय टीम में वापसी करना चाहते हैं नायर
हाल ही में टेस्ट टीम से चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे (Cheteshwar Pujara and Ajinkya Rahane) जैसे अनुभवी खिलाड़ियों के जाने के बाद, युवा प्रतिभाओं की एक नई पीढ़ी खाली जगह को भरने के लिए उभरी है। टेस्ट लाइनअप में जगह बनाने के लिए प्रतिस्पर्धा बहुत बढ़ गई है, लेकिन करुण नायर को उम्मीद है कि वह अपनी वापसी की कहानी खुद लिख सकते हैं।
पीटीआई से बात करते हुए करुण नायर ने कहा
करुण ने पीटीआई से कहा, “आपको कड़ी मेहनत के लिए तैयार रहना होगा। यह सिर्फ़ अगले मैच के बारे में है और मैं भविष्य के बारे में ज़्यादा नहीं सोच रहा हूँ क्योंकि कभी-कभी आप इस सोच में फंस जाते हैं कि आगे क्या होने वाला है।”
वह कहते हैं, “मैंने पिछले एक साल में सभी प्रारूपों में बहुत रन बनाए हैं। मैं हर मौके पर वही करने की कोशिश कर रहा हूं जो मैं पिछले एक साल से कर रहा हूं… हर मौके को एक नए दिन की तरह ले रहा हूं।”
लेकिन पिछले साल करुण का भारतीय ड्रेसिंग रूम में वापस जाने का सपना भी फिर से जाग उठा है।
उन्होंने आगे कहा, “हां, बिल्कुल। हर कोई अपने देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए ही खेल में करियर बनाना चाहता है और अब मेरा एकमात्र लक्ष्य यही है – फिर से टेस्ट क्रिकेट खेलना, जिसके बारे में मुझे लगता है, मुझे पूरा विश्वास है कि मैं ऐसा कर सकता हूं। मुझे पता है कि मैं काफी अच्छा कर सकता हूं।”
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