About Karisma Kapoor In Hindi | न्याज़िया बेगम: स्टार किड होने के यूं तो बहुत फायदे हैं, पर नुकसान भी कम नहीं हैं, क्योंकि आपको किसी न्यू कमर जैसी तारीफे नहीं मिलती। कोई आपको ये नहीं कहता कि आपने अच्छा काम किया है। भले ही वो काम किसी और के लिए बड़ा हो, पर आपके खून में ही वो चीज़ें हैं, इसलिए आपसे उम्मीदें बहुत ज़्यादा होती हैं। ये कहती हैं अभिनेत्री करिश्मा कपूर, जिन्हें भारतीय सिनेमा की सबसे खूबसूरत लोकप्रिय अभिनेत्रियों में से एक माना जाता है। 90 के दशक की सबसे अधिक भुगतान पाने वाली अभिनेत्रियों में से एक रहीं।
जन्म और परिवार
25 जून 1974 को मुंबई में अभिनेता रणधीर कपूर और अभिनेत्री बबीता शिवदासानी के घर जन्मी करिश्मा, की छोटी बहन हैं अभिनेत्री करीना कपूर, उनके दादा अभिनेता और फिल्म निर्माता शो मैन राज कपूर थे। जबकि उनके नाना अभिनेता हरि शिवदासानी थे, उनके परदादा अभिनेता पृथ्वीराज कपूर थे, अभिनेता ऋषि कपूर और राजीव कपूर उनके चाचा हैं। जबकि अभिनेत्री नीतू सिंह उनकी चाची हैं। अभिनेता रणबीर कपूर और व्यवसायी निखिल नंदा उनके चचेरे भाई हैं। अभिनेता शम्मी कपूर और शशि कपूर उनके दादा लगते हैं। उनका ताल्लुक पेशावर, लायलपुर और कराची से है लेकिन फिल्में इनके पूर्वजों को भारत के बॉम्बे खींच लाईं। करिश्मा अपने पिता की ओर से पंजाबी और माँ की तरफ से सिंधी और ब्रिटिश वंश की हैं।
इतालवी अभिनेत्री पर रखा गया नाम
करिश्मा कपूर को उनके घर में प्यार से “लोलो” कहा जाता है। ये नाम उनकी माँ ने इतालवी अभिनेत्री जीना लोलोब्रिगिडा के नाम पर रखा था। उन्हें बचपन से ही श्रीदेवी और माधुरी दीक्षित का काम बहुत पसंद था। वो पुरस्कार समारोहों में भाग लेती थीं और अपने माता-पिता के साथ फिल्म सेट पर भी जाती थीं। हालांकि उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि के बावजूद, उनके पिता महिलाओं के फिल्मों में काम करने के पक्ष में नहीं थे। क्योंकि उनका मानना था कि ये उनके लिए ऐसा काम है, जिसकी वजह से वो अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियां बख़ूबी नहीं निभा पाती। हालांकि उन्होंने अपने निजी जीवन में इसे महसूस भी किया था और इसी वजह से उनकी अनबन भी बबीता जी के साथ होती रहती थी।
पिता की मर्ज़ी के खिलाफ जुड़ी फिल्मों से
पिता के मना करने के बाद भी करिश्मा कपूर ने अपने अभिनय की शुरुआत 1991 में 16 साल की उम्र में, रोमांटिक ड्रामा प्रेम क़ैदी से की। जिसमें उनके साथ नवोदित हरीश कुमार थे, इससे कुछ माध्यम सफलता का स्वाद उन्होंने चख लिया और अगले साल आपकी पांच फिल्में रिलीज़ हुईं- पुलिस ऑफिसर, जागृति, निश्चय, सपने साजन के और दीदार जो बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप रहीं। लेकिन सपने साजन के ने उन्हें सर्वश्रेष्ठ महिला पदार्पण के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार में नामांकन दिला दिया। इसके बाद उन्होंने 1992 की एक्शन ड्रामा जिगर में अभिनय किया, उसके बाद आई 1993 की रोमांटिक ड्रामा अनाड़ी दोनों ही बॉक्स ऑफिस पर हिट रहीं और अपने-अपने वर्षों की सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली फ़िल्मों में से एक रहीं।
गोविंदा संग सुपरहिट जोड़ी
1993 में अगली और चार रिलीज़ फ़िल्में आईं थीं मुकाबला, संग्राम, शक्तिमान और धनवान। जिन्होंने फिर कोई कमाल नहीं दिखाया। 1994 में कपूर की नौ फ़िल्में रिलीज़ हुईं, उनमें से चार- प्रेम शक्ति, दुलार, अंदाज़ और आतिश असफल रहीं। उस वर्ष उनकी पहली हिट डेविड धवन की कॉमेडी फिल्म राजा बाबू थी, जिसमें उनके साथ गोविंदा थे, अगली बार हिट एक्शन ड्रामा खुद्दार में भी गोविंदा के साथ नज़र आईं और उनकी जोड़ी को हिट माना जाने लगा।
कॉमेडी में भी उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है
राजकुमार संतोषी की प्रशंसित कॉमेडी फिल्म अंदाज़ अपना अपना में सलमान खान, आमिर खान और रवीना टंडन के साथ करिश्मा का अभिनय यादगार रहा। 1994 के आखिर में सुहाग और कॉमेडी-ड्रामा गोपी किशन में भी अपनी अनूठी छाप छोड़ी थी। जवाब और मैदान-ए-जंग में दिखाई देने के बाद, करिश्मा ने डेविड धवन की ब्लॉकबस्टर कॉमेडी फिल्म कुली नंबर 1 में मालती की भूमिका निभाई। इस फिल्म को सकारात्मक समीक्षा मिली और फिल्म ने भारत में बहुत कमाई की।
1996 में आप 10 फिल्मों में दिखाई दीं। उनमें से पांच- पापी गुड़िया, मेघा, बाल ब्रम्हचारी, सपूत और रक्षक – फ्लॉप हो गई। लेकिन उसके बाद जब डेविड धवन की रोमांटिक कॉमेडी साजन चले ससुराल ,एस दीपक की कृष्णा और रोमांटिक ड्रामा जीत आई तो न केवल उन्हें सराहा गया। बेशुमार कमियाबी मिली बल्कि इसके बाद जब आपने धर्मेश दर्शन की राजा हिंदुस्तानी में अभिनय किया तो आपको सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का पहला फिल्मफेयर पुरस्कार भी मिला। 1996 में कपूर की अंतिम रिलीज़ सुनील दर्शन की एक्शन फ़िल्म अजय थी जिसमें सनी देओल भी थे।
सम्मान वो पुरस्कार
1996 की ब्लॉकबस्टर रोमांस राजा हिंदुस्तानी ने कपूर के करियर में एक महत्वपूर्ण मोड़ ला दिया, जिससे उन्हें प्रशंसा मिली और सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार मिला। बाद में उन्होंने म्यूज़िकल रोमांस दिल तो पागल है में एक भावुक नर्तकी की भूमिका के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार और सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार जीता। फिर डेविड धवन की तीन सबसे ज्यादा कमाई करने वाली रोमांटिक कॉमेडीज़- हीरो नंबर 1, बीवी नंबर 1, दुल्हन हम ले जाएंगे और सूरज बड़जात्या की बेहद सफल पारिवारिक ड्रामा हम साथ-साथ हैं, में उन्होंने अहम किरदार निभाए। फ़िज़ा और ज़ुबैदा में अपनी शीर्षक भूमिकाओं के लिए फिल्मफेयर में सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री और सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री क्रिटिक्स पुरस्कार जीते।
उनका व्यक्तिगत जीवन
करिश्मा कपूर ने 2003-तक बिज़नेस मैन संजय कपूर से विवाह किया था। आपके के दो बच्चे हैं लेकिन 2016 में आप दोनों ने तलाक़ ले लिया था यहां आपको ये भी बताते चलें कि अब संजय इस दुनिया में नहीं हैं, 12 जून 2025 को उनका निधन हो गया।
शादी के बाद करिश्मा की ऑफ-स्क्रीन लाइफ मीडिया में काफी चर्चा में रही है।
2012 में की थी वापसी
लेकिन 2004 से वो थोड़ा रुक रुक कर अभिनय करती हैं। 2012 में विक्रम भट्ट की अलौकिक थ्रिलर डेंजरस इश्क में एक प्रमुख भूमिका के साथ एक अभिनेत्री के रूप में वापसी की। जिससे उनके चाहने वालों ने खूब हौसला अफज़ाई की। आज भी उनका नाता कायम है फिल्मों से, छिटपुट रूप से अभिनय करती भी रहती हैं। वेब-सीरीज़ मेंटलहूड (2020) और मिस्ट्री थ्रिलर मर्डर मुबारक (2024) में अभिनय किया है। अभी भी वो अभिनय से जुड़ी हुई हैं और बीच बीच में हमें अपनी झलक दिखाती रहती हैं।
कई रियल्टी शोज में बतौर जज भी दिखती हैं करिश्मा कपूर
करिश्मा कपूर ने टेलीविज़न सीरीज़ करिश्मा: द मिरेकल्स ऑफ़ डेस्टिनी (2003-2004) में मुख्य किरदार निभाया था और कई रियलिटी शो में बतौर जज भी नज़र आती रहती हैं, करिश्मा कई स्टेज शो में भी दिख जाती हैं और उत्पादों के लिए एक प्रमुख सेलिब्रिटी एंडोर्सर भी हैं। ये हैं उनकी अभी तक की लाइफ़ का छोटा सा क़िस्सा एक कलाकार की ज़िंदगी का छोटा सा हिस्सा अभी बहुत से पड़ाव बाक़ी हैं सफलता के कई आयाम उनका इंतज़ार कर रहे हैं आगे का सफ़र भी वो इसी जोश और हिम्मत के साथ पूरा करें यही हमारी दुआ है हमारी चुलबुली करिश्मा ऐसे ही नित नए करिश्में करती रहें ।