अमेरिका में चुनाव के लिए लगभग 100 दिन ही बचें हैं। सभी पार्टियां अपने-अपने प्रचार में लगी हुई हैं। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने 21 जुलाई की देर रात अपने राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी में हटने का ऐलान किया और साथ ही ये भी बताया की डेमोक्रेटिक पार्टी से अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस को राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाया जायेगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन को चुनाव के लिए दूसरी बार राष्ट्रपति पद का उम्मीवार चुना गया था, जिन्होने 21 जुलाई की देर रात अपने सोशल मिडिया प्लेटफार्म X पर कहा की वो राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार नहीं बनेंगे। बाइडेन सभी साथियों और समर्थको का आभार व्यक्त और सहयोगी कमला हैरिस को भी धन्यवाद कहा।
अपने इस फैसले के बाद बाइडेन ने कमला हैरिस को डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारी के लिए बोला। उन्होंने कहा की ”मै कमला हैरिस को फुल सपोर्ट करता हूँ राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारी के लिए।”
बाइडेन के राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी से हटने का कारण ;
- बढ़ती उम्र और खराब तबियत –
दरअसल बाइडेन 81 साल के हो गए है। इस बढ़ती उम्र के चलते उनकी तबियत ठीक नहीं रहती है जो उनकी फिज़िकल एक्टिविटी में दीखता है। बाइडेन की कई वीडियोज़ सोशल मिडिया पर वायरल होती हैं जिसमें वो कभी ज़मीन पर गिर जाते है और उठ भी नहीं पाते, कभी सीढ़ियों से गिर जाते हैं। जो बाइडेन को उम्र के चलते दिमागी कण्ट्रोल भी नहीं होता वो कभी भी कुछ बोल देतें हैं किसी भी राष्ट्रीय या अंतरास्ट्रीय कार्यक्रमों में भाषण के दौरान किसी का भी नाम ले लेते हैं। नाटो के एक सम्मलेन में यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की जगह बाइडेन व्लादिमीर पुतिन का नाम लेते हैं। एक बार उन्होंने कमला हैरिस की जगह ट्रम्प का नाम ले लिया था। जो बाइडेन ने G 7 के सम्मलेन में सभी राष्ट्राध्यक्षों के साथ न खड़े होते हुए दूसरी तरफ मुँह कर के अलग ही खुद से ही बातें करते दिखें, फिर बाइडेन को इटली की प्राइम मिनिस्टर मेलोनी ने संभाला।
- डोनाल्ड ट्रम्प के सामने पड़ गए कमज़ोर ;
अमेरिका के प्रधानमंत्री जो बाइडेन डोनाल्ड ट्रम्प के सामने कमज़ोर पड़ गए हैं। CNN द्वारा कराई गयी प्रेसिडेंशियल डिबेट में बाइडेन ट्रम्प के सामने बोलने में लड़खड़ा गए थे, वो क्या बोल रहे थे उनके ही समझ नहीं आ रहा था। थोड़ी देर में डिबेट में बाइडेन खुद ही शांत हो गए की मानो वो अपनी हार को क़ुबूल लिए हों। इसके अलावा अमेरिका में कराये गए चुनावी सर्वेक्षण में जो बाइडेन को ट्रम्प से बहुत कम मत मिले थे। इन्ही सब कारणों से भी कही कहीं न कहीं बाइडेन ट्रम्प के आगे हार मान चुके हैं।
- बाइडेन का नाकाम प्रशासन ;
जो बाइडेन और डोनाल्ड ट्रम्प के कार्यकाल में प्रशासन के काम को देखेंगे तो लोग मानते हैं की बाइडेन विफल ही रहें हैं, उनका पिछले साल का कार्यकाल अच्छा नहीं रहा है।
इन्ही सब कारणों से डेमोक्रेटिक पार्टी की चिंता और गहरा गयी जिसके चलते बाइडेन ने आगामी चुनाव में खुद को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए हटाने का फैसला किया।