MP News: हालिया विधानसभा चुनावों में बड़ी हार के बाद कांग्रेस ने राज्यों में बड़े बदलाव किये हैं. मध्य प्रदेश में पार्टी ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया है.
मध्य प्रदेश में करारी हार के बाद अब आलाकमान ने लंबे समय के बाद कमलनाथ के हाथ से प्रदेश अध्यक्ष का पद लेकर जीतू पटवारी (jeetu patwari)के हाथ में सौप दिया है. बताते चलें कि कमलनाथ कई दिन पहले ही अपना इस्तीफा कांग्रेस आलाकमान को दे चुके हैं. जिसके बाद पार्टी ने कल 16 दिसंबर की देर शाम को नए अध्यक्ष की नियुक्ति कर दी है. कांग्रेस के इस फेरबदल को बीजेपी की राह से प्रेरित माना जा रहा है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 2 दिन पहले से ही मध्य प्रदेश में का प्रदेश अध्यक्ष बदलने की कवायद शुरू हो गई थी. इंदौर संभाग से ही गंधवानी के विधायक और जमुनादेवी के भतीजे उमंग सिंघार को मध्यप्रदेश का नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है. वहीं भिंड जिले अटेर विधानसभा सीट से विधायक हेमंत कटारे को उप नेता प्रतिपक्ष बनाया गया है.
फैसले को जातीय और युवा समीकरण देखते हुए बताया जा रहा है। जीतू ओबीसी, उमंग आदिवासी और हेमंत ब्राह्मण चेहरे हैं। उपचुनाव के बाद 2023 चुनाव में बड़ी हार के बाद कांग्रेस हाईकमान ने यह फैसला किया है। दोनों बड़े पद मालवा-निमाड़ के नेताओं को दिए हैं जहां 66 सीटें आती हैं। कांग्रेस ने 2018 के चुनाव के मुकाबले यहां बहुत खराब प्रदर्शन किया है।
बीजेपी की राह पर कांग्रेस?
मध्य प्रदेश में BJP जातिगत समीकरण साधने के लिए OBC मोहन यादव को मुख्यमंत्री, सामान्य से राजेंद्र शुक्ल और दलित समुदाय से जगदीश देवड़ा को डिप्टी सीएम बनाया है. इसी फॉर्मूले पर कांग्रेस ने अपने कदम रख दिए हैं. जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस ने ब्राह्मण चेहरे हेमंत कटारे को उप नेता प्रतिपक्ष बनाया है. इस नई नियुक्ति के अनुसार कांग्रेस ने भी मध्यप्रदेश में जातिगत समीकरण साधने की कोशिश की है, जैसे चुनाव के बाद भारतीय जनता पार्टी ने की है.