Kajari Teej 2025: कजरी तीज जिसे बड़ी तीज, कजरी तीज या सातड़ी तीज भी कहा जाता है। यह हर वर्ष भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। देशभर में मुख्य रूप से उत्तर भारत, बिहार, मध्य प्रदेश, राजस्थान और झारखंड के लोग इसे मनाते हैं। यह तीज सिंधी धर्म के लोग भी धूमधाम से मनाते हैं। सिंधी धर्म के लोग इस दिन को टीजड़ी के नाम से संबोधित करते हैं। यह दिन विशेष रूप से महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण होता है। इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत रखती है वही अविवाहित कन्याएं मनचाहा जीवनसाथी पाने के लिए व्रत पूजा करती है।
2025 में कब है कजरी तीज (2025 kab hai kajari teej )
2025 में कजरी तीज का पर्व 12 अगस्त 2025 को मनाया जाने वाला है। हालांकि तीज की तिथि 11 अगस्त को सुबह 10:30 बजे से आरंभ हो रही है और यह तिथि 12 अगस्त सुबह 8:40 को समाप्त होगी। परंतु उदया तिथि को मानते हुए इस दिन व्रत पूजा 12 अगस्त को ही की जाएगी। बता दे कजरी तीज में पूजा (kajari teej shubh muhurt) हेतु शुभ मुहूर्त सुबह 4:23 से 5:06 बताया जा रहा है। वही इस दिन विजय मुहूर्त दोपहर 2:38 से 3:31 पर पड़ रहा है। इस दिन चंद्रोदय रात को लगभग 9:00 बजे होने वाला है। हालांकि अलग-अलग जगहों के अनुसार चंद्रोदय का समय अलग-अलग हो सकता है।
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कजरी तीज पर्व का महत्व (kajari teej mahatva)
यह पर्व मुख्यतः विवाहित महिलाओं द्वारा मनाया जाता है। यह त्यौहार महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और वैवाहिक जीवन के सुख हेतु रखती है।वहीं अविवाहित कन्याएं भी इस व्रत को मनचाहा और योग्य जीवन साथी प्राप्ति हेतु रखते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में इन दिन लोकगीत, झूले और मेहंदी रचाने की परंपरा मनाई जाती है। वहीं यह पर्व सिंधी धर्म की महिलाओं द्वारा भी काफी निष्ठा से मनाया जाता है। सिंधी महिलाएं इस दिन अर्धरात्रि तक जागरण करती है और मेहंदी लगाती है। दूसरे दिन टीजड़ी माता की पूजा कर कथा इत्यादि करती हैं। कुछ महिलाएं निर्जल उपवास करती है तो कुछ महिलाएं इस दिन चंद्रदेव की उपासना कर उपवास खोलती हैं।
कजरी तीज के दिन दीर्घायु सुहाग के लिए किए जाने वाले कुछ आसान उपाय(kajari teej vishesh upay)
- कजरी तीज के दिन यदि महिलाएं हरे रंग की साड़ी या कपड़े दान करती है तो उन्हें अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
- इस दिन शाम को शिव पार्वती के मंदिर में घी का दीपक जलाए रखने से सौभाग्य में वृद्धि होती है।
- कजरी तीज के दिन शिव जी को बेलपत्र और शमी का फूल चढाने से मनचाहे पति की प्राप्ति होती है।
- इस दिन महादेव को खीर का भोग लगाने से और पार्वती मां को 16 श्रृंगार अर्पित करने से वैवाहिक संबंध मधुर होते हैं।