Jyoti Malhotra Full Case In Hindi: हरियाणा के हिसार की 33 वर्षीय यूट्यूबर और ट्रैवल व्लॉगर ज्योति मल्होत्रा (yoti Malhotra) को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। ‘Travel with JO’ नामक यूट्यूब चैनल चलाने वाली ज्योति पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के साथ संपर्क और संवेदनशील जानकारी साझा करने का आरोप है। उनकी गिरफ्तारी ने राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।
ज्योति मल्होत्रा की टाइमलाइन: पाकिस्तान यात्राएं और ISI कनेक्शन
- 2019-2020: करियर की शुरुआत
ज्योति ने गुरुग्राम में एक कंपनी में नौकरी की, लेकिन कोविड-19 महामारी के दौरान नौकरी छोड़कर ट्रैवल व्लॉगिंग शुरू की। उनके यूट्यूब चैनल ‘Travel with JO’ ने जल्द ही लोकप्रियता हासिल की, जिसमें वह देश-विदेश की यात्राओं के वीडियो पोस्ट करती थीं। - 2022: विदेशी यात्राएं
ज्योति ने कई देशों की यात्रा की, जिनमें श्रीलंका, थाईलैंड और मालदीव शामिल हैं। उनकी सोशल मीडिया पोस्ट्स में इन यात्राओं को ‘ट्रैवल एडवेंचर’ के रूप में दिखाया गया। जांच में पता चला कि इनमें से कुछ यात्राएं संदिग्ध संपर्कों के खर्चे पर हो सकती थीं। - 2023: पाकिस्तान की पहली यात्रा और दानिश से मुलाकात
ज्योति ने 2023 में दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग से वीजा प्राप्त करने के लिए संपर्क किया। यहीं उनकी मुलाकात पाकिस्तानी उच्चायोग के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश से हुई। दानिश ने ज्योति को वीजा प्रक्रिया में मदद की और उनके बीच नजदीकी बढ़ी।- ज्योति ने 2023 में कम से कम दो बार पाकिस्तान की यात्रा की। इन यात्राओं के दौरान वह लाहौर, कराची और करतारपुर कॉरिडोर गईं।
- लाहौर में उनकी मुलाकात पाकिस्तानी खुफिया एजेंट्स से हुई, जिन्हें दानिश ने मिलवाया। ज्योति ने इन मुलाकातों को अपने व्लॉग्स में ‘सांस्कृतिक आदान-प्रदान’ के रूप में पेश किया।
- करतारपुर कॉरिडोर में ज्योति ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज का इंटरव्यू लिया, जो उस समय पंजाब प्रांत की पहली महिला मुख्यमंत्री थीं। इस इंटरव्यू को उन्होंने अपने चैनल पर ‘ऐतिहासिक पल’ के रूप में प्रचारित किया।
- 2023: इफ्तार पार्टी में हिस्सा
मार्च 2023 में ज्योति को पाकिस्तान उच्चायोग ने दिल्ली में इफ्तार पार्टी के लिए ‘विशेष निमंत्रण’ दिया। इस आयोजन में दानिश ने उन्हें कई अन्य मेहमानों और अधिकारियों से मिलवाया। ज्योति ने इस इवेंट का वीडियो बनाया, जिसमें वह दानिश के साथ सहज दिखीं और आयोजन की तारीफ की। - 2024: बाली यात्रा और गहराते रिश्ते
ज्योति ने 2024 में दानिश के साथ बाली (इंडोनेशिया) की यात्रा की। जांच में पता चला कि यह यात्रा एक पाकिस्तानी खुफिया एजेंट ने प्रायोजित की थी। इस दौरान ज्योति ने संवेदनशील जानकारी साझा करने की प्रक्रिया को और मजबूत किया। - जनवरी 2025: पहलगाम यात्रा
ज्योति ने जनवरी 2025 में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम का दौरा किया। जांच एजेंसियों का मानना है कि इस यात्रा का मकसद संवेदनशील स्थानों की जानकारी इकट्ठा करना था। वहां से लौटने के बाद वह फिर से पाकिस्तान गई। - फरवरी-मार्च 2025: चौथी पाकिस्तान यात्रा
ज्योति ने 2025 में अपनी चौथी पाकिस्तान यात्रा की। इस दौरान वह ISI एजेंट्स के साथ लगातार संपर्क में थी। उन्होंने व्हाट्सएप, टेलीग्राम और स्नैपचैट जैसे एन्क्रिप्टेड ऐप्स के जरिए जानकारी साझा की। - मई 2025: नेताओं से मुलाकात
ज्योति ने पाकिस्तान में कई स्थानीय नेताओं से मुलाकात की और उनके इंटरव्यू लिए। इनमें से कुछ इंटरव्यू उनके यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए गए, जिनमें पाकिस्तान की सकारात्मक छवि पेश की गई।
पाकिस्तान में ISI एजेंट्स से संपर्क कैसे बना?
ज्योति का ISI एजेंट्स से संपर्क दानिश के जरिए शुरू हुआ। दानिश, जो पाकिस्तान उच्चायोग में कर्मचारी था, को 13 मई 2025 को जासूसी के आरोप में भारत से निष्कासित किया गया था।
- दानिश ने ज्योति को पाकिस्तान में ISI के उच्चस्तरीय एजेंट्स से मिलवाया, जिनमें एक एजेंट का नाम शाकिर था, जिसे ज्योति ने अपने फोन में ‘जट रंधावा’ के नाम से सेव किया था।
- इन एजेंट्स ने ज्योति को भारत के सैन्य ठिकानों, विशेष रूप से जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के हिसार-सिरसा क्षेत्र की जानकारी इकट्ठा करने का काम सौंपा।
- ज्योति ने अपने व्लॉग्स के बहाने इन क्षेत्रों की रेकी की और जानकारी को एन्क्रिप्टेड चैनलों के जरिए पाकिस्तान भेजा।
भारत में ज्योति पर आरोप और गिरफ्तारी
- गिरफ्तारी: ज्योति मल्होत्रा को 16 मई 2025 को हिसार के न्यू अग्रसेन कॉलोनी से हरियाणा पुलिस की ऐंटी-एस्पियनेज विंग ने गिरफ्तार किया। उन्हें 17 मई को स्थानीय अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया।
- आरोप:
- पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के लिए जासूसी करना और संवेदनशील जानकारी साझा करना।
- भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालने वाली गतिविधियों में शामिल होना।
- अपने यूट्यूब चैनल और सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तान की सकारात्मक छवि बनाना और प्रोपेगैंडा फैलाना।
- जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के सैन्य ठिकानों की जानकारी ISI को देना।
- कानूनी धाराएं:
- ऑफिशल सीक्रेट्स एक्ट, 1923 की धारा 3 और 5: गोपनीय जानकारी लीक करने और जासूसी के लिए।
- भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 153: देश के खिलाफ गतिविधियों को बढ़ावा देना।
- मामला हिसार के सिविल लाइंस पुलिस स्टेशन में सब-इंस्पेक्टर बिजेंद्र सिंह की शिकायत पर दर्ज किया गया।
- जांच:
- पुलिस ने ज्योति के मोबाइल, लैपटॉप, पासपोर्ट और बैंक दस्तावेज जब्त किए हैं।
- उनके बैंक खातों की जांच की जा रही है ताकि विदेशी फंडिंग का पता लगाया जा सके।
- ज्योति के डिवाइसेज में एन्क्रिप्टेड चैट्स और संदिग्ध कॉन्टैक्ट्स मिले हैं।
- हिसार पुलिस और आर्थिक अपराध शाखा (EOW) इस मामले की गहराई से जांच कर रही है।
ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी हरियाणा और पंजाब में चल रहे जासूसी रैकेट के खिलाफ बड़ी कार्रवाई का हिस्सा है। मई 2025 में अब तक इस मामले में 7 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। हिसार, जो सैन्य दृष्टिकोण से संवेदनशील क्षेत्र है, में ISI की गतिविधियों का लंबा इतिहास रहा है। ज्योति का मामला सोशल मीडिया प्रभावितों के दुरुपयोग और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरे को उजागर करता है। जांच एजेंसियां अब ज्योति के नेटवर्क और अन्य संदिग्धों की तलाश में हैं।