Joint Home Loan: आज के समय में जब घर की कीमत लगातार बढ़ती जा रही है ऐसे में युवा कपल्स के लिए joint home loan लेना एक स्मार्ट और फायदेमंद ऑप्शन बनता जा रहा है अकेले होम लोन लेने की तुलना में जॉइंट लोन न केवल लोन राशि को बढ़ा देता है बल्कि टैक्स के बचत के लिए एक अच्छा ऑप्शन देता है।
क्या होता है Joint Home Loan?

Joint home loan आमतौर पर तब लिया जाता है जब एक से ज्यादा लोग जैसे पति-पत्नी आदि मिलाकर एक ही होम लोन के लिए आवेदन करते हैं। इसमें दोनों व्यक्ति की आय को मिलाकर बैंक लोन की योग्यता तय करता है। इसका मतलब यह है कि अगर आपको किसी बड़ी राशि का लोन लेना है तो वह आपको आसानी से मिल सकता है और emi भी दोनों मिलकर बाटकर भर सकते हैं।
टैक्स में डबल छूट
joint home loan की योजना टैक्स देने वाले के लिए एक वरदान से कम नहीं है, अगर लोन लेने वाले दोनों साथी को-ओनर और को-बॉरोवर है तो दोनों को धारा 80c के तहत डेढ़ लाख तथा धारा 24 बी के तहत ₹200000 तक का ब्याज में छूट मिलती है। अर्थात आपको कुल 7 लाख रुपए की टैक्स में छूट में लाभ मिलेगा।
और पढ़ें: ₹3000 की SIP Investment से 1 करोड़ का फंड कब बनेगा? जानिए पूरा कैलकुलेशन
कम ब्याज, लंबी अवधि
Joint home loan पर मिलने वाले ब्याज दर सामान्य तौर पर पर्सनल लोन से काफी कम होते हैं साथ ही इसकी अवधि भी लंबी होती है जैसे 20 से 30 साल तक की। जिससे EMI कम बनती है और मासिक बजट भी बिगड़ता नहीं है।
किन बातों का ध्यान रखें?
अगर आप जॉइंट लोन लेने के बारे में सोच रहे हैं तो लोन लेते समय दोनों की आए और क्रेडिट स्कोर का आकलन करना बिल्कुल नहीं भूले, इसके साथ-साथ आपको EMI भुगतान में पारदर्शिता और सहमति जरूरी है। कानूनी रूप से दोनों को को – ओनर होना अनिवार्य होगा तभी टैक्स का लाभ मिलेगा।
अगर आप अपने लाइफ पार्टनर के साथ मिलकर घर खरीदने का सपना देख रहे हैं तो joint home loan लेना एक समझदारी भरा फैसला हो सकता है।