Jharkhand Hemant Soren CM Oath : सत्ता से जेल और जेल से सत्ता… चौथी बार CM बनने से पहले हेमंत का संघर्ष

Jharkhand Hemant Soren CM Oath : झारखंड में हेमंत सोरेन की अबुआ सरकार बन चुकी है। आज रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में हेमंत सोरेने ने चौथी बार मुख्यंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल संतोष गंगवार ने उन्हें शपथ दिलाई। इस दौरान मंच पर इंडिया गठबंधन के सभी दलों के नेता मौजूद रहें। हेमंत सोरेन का शपथ ग्रहण समारोह का दृश्य देखकर गठबंधन की शक्ति की अंदाजा लगाया जा सकता है। 

चौथी बार सीएम बने हेमंत सोरेन (Jharkhand Hemant Soren CM Oath)

आदिवासी समुदाय के लिए संघर्ष की लड़ाई लड़ने वाले हेमंत सोरेन ने आखिरकार आज चौथी बार झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है। अब वह झारखंड के 14वें सीएम बन चुके हैं। इससे पहले हेमंत सोरेन ने तीन बार मुख्यमंत्री पद की कमान संभाली है। पहली बार वह जुलाई 2013 में मुख्यमंत्री बने थे। इसके बाद दिसंबर 2019 में वह दूसरी बार मुख्यमंत्री बने और फिर तीसरी बार जेल से बाहर आने के बाद जुलाई 2024 में मुख्यमंत्री पद के रूप में शपथ ली थी।

मंच पर मौजूद रहा इंडिया गठबंधन

हेमंत सोरेन के शपथ ग्रहण समारोह के मंच पर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, अखिलेश यादव, राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल, आप नेता राघव चड्ढा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार, मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू बैठे नजर आए। यह इंडिया गठबंधन की शक्ति के उदाहरण के रूप में देखा जा रहा है। 

सत्ता से जेल और जेल से सत्ता… हेमंत का संघर्ष (Jharkhand Hemant Soren CM Oath)

हेमंत सोरेन ने झारखंड में प्रचंड जीत हासिल की है। सत्ता में आना और फिर जेल जाना, इसके बाद जेल से बाहर आकर वापस सत्ता पाने की लड़ाई लड़ना, हेमंत सोरेन ने काफी संघर्ष किया। लेकिन हेमंत सोरेन के राजनीतिक करियर पर जेल जाने का कोई प्रभाव नहीं पड़ा। जेल से बाहर आने के बाद झारखंड में विधानसभा का चुनाव उनके लिए किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं था। लेकिन आदिवासियों ने हेमंत सोरेन को समर्थन देकर सत्ता में उनकी वापसी करा दी है। 

अटल, अविराम, संघर्ष… बनी हेमंत की राजनीति

आज सुबह सीएम पद की शपथ लेने से पहले हेमंत सोरेन एक एक्स पर एक पोस्ट लिखा था। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा, “जोहार साथियों, आज का दिन ऐतिहासिक होगा-एक ऐसा दिन जो हमारे सामूहिक संघर्ष, प्रेम-भाईचारे की भावना और न्याय के प्रति हम झारखंडियों के प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगा। झारखंड की महान धरा ने हमेशा से विरोध और संघर्ष को जन्म दिया है और झामुमो-भगवान बिरसा, भगवान सिदो-कान्हू, अमर शहीद तेलंगा खड़िया, फूलो-झानो, पोटो हो, शेख भिखारी समेत अनगिनत वीरों के संघर्षों से भरी उसी विरासत को समेटे हर दिन आगे बढ़ रहा है। आज का यह दिन राजनीतिक जीत के बारे में नहीं है, आज का यह दिन हमारी सामाजिक न्याय के प्रति संघर्ष, सामाजिक एकता को प्रखर करने की हर रोज़ लड़ी जानी वाली लड़ाई को दोहराने का दिन है।आज का यह दिन यह भी बताता है कि लोकतंत्र पर बढ़ते दबाव के बीच झारखंड की महान जनता एक साथ खड़ी है। आज हर गांव, हर शहर में एक आवाज गूंज रहा है-अधिकार, समानता, एकता मतलब झारखंडियत की आवाज। इसमें कोई संदेह न रखें-हमारी एकता ही हमारा सबसे बड़ा हथियार है. हमें न विभाजित किया जा सकता है, न ही शांत किया जा सकता है. जब-जब वे हमें पीछे धकेलते हैं, हम आगे बढ़ते हैं। जब-जब वे हमें शांत करना चाहते हैं, हमारी हूल, उलगुलान, क्रांति की आवाज़ और प्रखर होती जाती है क्यूंकि हम झारखंडी हैं, और झारखंडी झुकते नहीं है। आज जब सामाजिक संरचना में गहरी दरारें पैदा हो रही हैं, तब हमें अपने पूर्वजों की उस एकता और हर झारखंडी को साथ लेकर चलने के संकल्प को पुनः दोहराना होगा। अपने अबुआ सरकार के लिए हर एक झारखंडी को बधाई. हमारी लड़ाई अटल है, अविराम है। संघर्ष जारी है और आखिरी सांस तक रहेगा…”

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