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झारखण्ड में फ्लोरटेस्ट जारी(Jharkhand Floor Test Live): क्या झारखण्ड पर चढ़ेगा चम्पई का रंग?

Jharkhand Floor Test Live

Jharkhand Floor Test Live

Jharkhand Floor Test Live, Hemant Soren News In hindi: हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री के तौर पर चम्पई सोरेन ने शपथ तो ले ली मगर असली अग्निपरीक्षा को पार करना अभी बाकी है. झारखंड के विधानसभा में आज फ्लूरटेस्ट शुरू है. विश्वासमत की प्रक्रिया के लिए सदन में दो दिन का विशेष सत्र बुलाया गया है. इस सत्र की शुरुआत आज राज्यपाल के अभिभाषण से शुरू हो गई है. 

बता दें कि प्रक्रिया के शुरू होने से पहले इसका हिस्सा बनने के लिए झारखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री Hemant Soren भी ED की हिरासत में विधानसभा पहुंचे। साथ ही रविवार देर शाम को उन सभी विधायकों को भी रांची वापिस बुला लिया गया जिन्हे हैदराबाद में रखा गया था. 

फ्लोरटेस्ट की प्रक्रिया से पहले ही JMM ने 47 विधायकों के समर्थन का दावा कर दिया है. वहीं, भाजपा ने कहा कि आज भले ही सोरेन सरकार विश्वासमत हासिल करले मगर वो और उन्किओ पार्टी जनता की नज़रों से अपना विशवास गवां चुकी है. 

आइए आपको झारखण्ड के विधान सभा का पूरा अंकगणित समझाते हैं. 

वर्तमान समय में झारखण्ड में दो गठबंधन देखने को मिलता है. एक, सत्तारूढ़ गठबंधन और दूसरा, NDA गठबंधन। सत्तारूढ़ गठबं धन की बात करें तो इस गठबंधन में JMM(वर्तमान रूलिंग पार्टी), राजद, कॉंग्रेस, और सीपीआई(एमएल) है.वही विपक्ष दाल की बात करें यानी NDA गठबंधन की बात बताएं तो इसमें भाजपा, NCP(AP), AJSU और निर्दलीय शामिल हैं. झारखण्ड विधान सभा में विधायकों की कुल संख्या 81 है. जिसमे सत्तारूढ़ गठबंधन के पास 48 विधायकों का समर्थन है( JMM-29, RJD-1, CONGRESS-17, CPI(ML)-1). वहीं,NDA गठबंधन के पास 32 विधायकों का समर्थन है( BJP-26, NCP(AP)-1, AJSU-3, निर्दलीय-2). बता दें कि वर्तमान समय में गांडेय की सीट खाली है. क्योकि वहा से विधायक सरफराज अहमद ने इस्तीफा दे दिए है. 

अब फ्लोरटेस्ट में विजय का तिलक किसके माथे लगेगा वो तो  परिणाम  के बाद स्पस्ट ही हो जाएगा। पर सवाल यह उठता है कि आखिर झारखण्ड की राजनीती और सोरेन की सरकार को फ्लोरटेस्ट तक क्यों आना पड़ा. बता दें कि इन सब का जड़ दो घोटाले है. जिनसे हेमंत सोरेन का नाम सीधा जुड़ा हुआ है. यह पूरा मामला क्या है इसे जानने के लिए आप हामरी यह आर्टिकल पढ़ सकते हैं- क्यों गिरफ्तार हुए हेमंत सोरेन?

फ्लूरटेस्ट तक क्यों आया मामला?

हम आपको संक्षेप में बताएं तो अवैध माइनिंग और जमीद खरीद-फरोख्त मामले में ED सोरेन को पूछताछ के लिए लगातार 10 समन भेजती है. सोरेन एक भी समन का भी जवाब नहीं देते हैं. लिहाजन उनके दिल्ली आवास पर छापा पड़ता है. सोरेन गायब हो जाते हैं. और 24 घंटे बाद सीधा अपने कर्म और जन्मभूमि झारखण्ड में दीखते हैं. ED पूछताछ के लिए इनके आवास पहुँचती है. घंटो पूछताछ होता है. शाम को हेमंत सोरेन अपने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देते हैं और चम्पई सोरेन के नाम की घोषणा करते हैं. इसी बीच इनके पांच विधयकों के गायब होने की आशंका भी जताई जाती है. विववादों के बीच मामला बहुमत पर आके अटक जाता है. ऐसे में झरकहण्ड में आज से फ्लोरटेस्ट की प्रक्रिया शुरू हो गई है.

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