Jabalpur Acid Attack Case: आरोपी इशिता साहू ने अपनी दोस्त श्रद्धा दास की सुंदरता और करियर से जलन के चलते इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया। गिरफ्तारी के बाद इशिता ने बिना किसी पछतावे के पुलिस से पूछा, “वो जिंदा है क्या? मर जाएगी? मुझे फांसी होगी?” इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी। इशिता को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।
Jabalpur Acid Attack Case: जबलपुर के ग्वारीघाट क्षेत्र में 29 जून 2025 को एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई, जिसमें एक युवती ने अपनी बचपन की सहेली पर तेजाब फेंक दिया। आरोपी इशिता साहू (21) ने अपनी दोस्त श्रद्धा दास (22) की सुंदरता और करियर से जलन के चलते इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया। गिरफ्तारी के बाद इशिता ने बिना किसी पछतावे के पुलिस से पूछा, “वो जिंदा है क्या? मर जाएगी? मुझे फांसी होगी?” इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी।
पांच साल पुरानी रंजिश बनी वारदात की वजह
श्रद्धा और इशिता एक ही कॉलोनी, अवधपुरी में रहती थीं। दोनों की दोस्ती 10वीं कक्षा तक गहरी थी, हालांकि वे अलग-अलग स्कूलों में पढ़ती थीं। पांच साल पहले इशिता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके बाद उसे परिवार और समाज में अपमान का सामना करना पड़ा। उसका बॉयफ्रेंड से ब्रेकअप भी हो गया। इशिता को शक था कि इस वीडियो के पीछे श्रद्धा का हाथ था। तभी से उसने बदला लेने की ठान ली थी।
करियर और सुंदरता से बढ़ी जलन
पिछले एक साल से दोनों के बीच बातचीत बंद थी। श्रद्धा ने बीबीए की पढ़ाई पूरी की और हाल ही में पश्चिम बंगाल की एक प्रतिष्ठित कंपनी में नौकरी का ऑफर हासिल किया। दूसरी ओर, इशिता ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की थी, लेकिन उसे श्रद्धा की सफलता और सुंदरता से जलन होने लगी। श्रद्धा का इशिता से मिलने से इनकार करना भी उसे चुभता था। इस जलन ने उसे इतना उकसाया कि उसने श्रद्धा को सबक सिखाने की ठान ली।
फर्जी लेटरहेड से खरीदा तेजाब
इशिता ने इस वारदात को बड़े ही शातिर तरीके से अंजाम दिया। उसने इंटरनेट पर तेजाब खरीदने की जानकारी जुटाई और ज्ञान गंगा कॉलेज के नाम से फर्जी लेटरहेड बनवाया, जिसमें 300 मिलीलीटर तेजाब की जरूरत का जिक्र था। 26 जून को वह सिविक सेंटर की अनुप्राय इंटरप्राइजेस दुकान पर पहुंची। उसने दुकानदार को बताया कि वह इलेक्ट्रॉनिक्स की छात्रा है और प्रैक्टिकल के लिए तेजाब चाहिए। दुकानदार ने लेटरहेड पर प्रोफेसर की अनुमति मांगी, तो इशिता ने अपने दोस्त अंश शर्मा को फर्जी प्रोफेसर बनाकर दुकानदार से फोन पर बात करवाई और तेजाब हासिल कर लिया।
सहेली की मां के सामने फेंका तेजाब
29 जून की रात इशिता ने श्रद्धा को फोन कर कहा, “मुझे पता है तू कल पश्चिम बंगाल जा रही है। आखिरी बार मिलना चाहती हूं।” श्रद्धा मान गई और जैसे ही वह अपने घर के गेट पर पहुंची, इशिता ने उस पर तेजाब फेंक दिया। इस दौरान श्रद्धा की मां ज्योत्सना भी पीछे थीं। इशिता ने चिल्लाते हुए कहा, “तेरे कारण मैं बदनाम हुई, तुझे अपनी सुंदरता पर बहुत घमंड है!” करीब 100 मिलीलीटर तेजाब श्रद्धा के चेहरे और शरीर पर गिरा, जिससे वह 50% तक झुलस गई। उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
मां ने बचा तेजाब फेंका, पुलिस ने इशिता को पकड़ा
वारदात के बाद इशिता भागकर अपने घर पहुंची। उसकी मां को घटना की जानकारी मिली तो उसने बचे हुए तेजाब को बाथरूम में फेंक दिया। ग्वारीघाट पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इशिता को गिरफ्तार कर लिया। उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। पुलिस अब इशिता के दोस्त अंश शर्मा की तलाश कर रही है, जो फर्जी प्रोफेसर बनकर तेजाब खरीदने में शामिल था।
जेल भेजी गई आरोपी सहेली
एएसपी सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि मुख्य आरोपी इशिता साहू के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 307 (हत्या का प्रयास) और धारा 326 (तेजाब हमला) के तहत मामला दर्ज किया गया है। इशिता को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने इशिता के खिलाफ हत्या की कोशिश और एसिड अटैक का मामला दर्ज किया है। उसने बिना किसी पछतावे के वारदात को अंजाम दिया। पुलिस अब फरार सह-आरोपी अंश शर्मा की तलाश में जुट गई है, जिसने फर्जी प्रोफेसर बनकर तेजाब खरीदने में मदद की थी। साथ ही, तेजाब बेचने वाले दुकानदार से भी पूछताछ की जा रही है।