Japan Tsunami 2025 : जापान के मुख्य द्वीप होन्शू के उत्तरपूर्वी तट पर 11 मार्च 2011 को आए एक शक्तिशाली भूकंप ने देश को हिला दिया था। इस भूकंप से कई बड़े भूस्खलन हुए और तोहोकू तथा उससे सटे क्षेत्रों में सुनामी मौत बनकर टूट पड़ी, जिसने कई तटीय इलाकों को तबाह कर दिया। इसी सुनामी के कारण तट पर बने एक बिजलीघर में एक बड़ी परमाणु दुर्घटना भी हुई थी। इस भयावह सुनामी को तोहोकू सुनामी के नाम से जाना जाता है।
जापान में बढ़ा सुनामी का खतरा
अब एक बार फिर जापान पर सुनामी का खतरा मंडरा रहा है। रूस में 8.0 तीव्रता के भूकंप के बाद जापान सहित 44 देशों में सुनामी का अलर्ट जारी किया गया है। यह संकेत दे रहा है कि जापान में अब तक की सबसे बड़ी सुनामी आ सकती है। जापान के साथ-साथ अमेरिका के हवाई में भी सुनामी का अलर्ट जारी किया गया है, क्योंकि 2011 की सुनामी का सबसे प्रमुख असर हवाई पर ही पड़ा था, जिसमें जापान और हवाई दोनों जगहों पर हजारों लोगों की जान गई थी। इसलिए, लोगों को अभी से सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया है।
फुकुशिमा तक पहुंची सुनामी की लहरें
जापान में लोग डरे और सहमे हुए हैं। लगातार सायरन बज रहे हैं और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने का निर्देश दिया जा रहा है। लोगों को एक बार फिर तोहोकू सुनामी की याद आ गई है और तबाही का मंजर उनकी आंखों के सामने छा गया है। रूस में भूकंप के झटकों के बाद जापान के फुकुशिमा तक सुनामी की लहरें पहुंच गई हैं, जहां जापान का न्यूक्लियर सेंटर स्थित है। समुद्र के किनारे लहरों की ऊंचाई लगातार बढ़ रही है। जापान सरकार लगातार चेतावनी जारी कर रही है।
2011 मे 9.0 की तीव्रता से आया था समुद्री भूकंप
जापान मौसम विज्ञान एजेंसी के अनुसार, 2011 में जब 9.0 तीव्रता का शक्तिशाली समुद्री भूकंप आया था, तब भीषण तबाही हुई थी। उस समय 40 मीटर तक ऊंची सुनामी लहरों ने देश के उत्तर-पूर्वी तटीय इलाकों को तबाह कर दिया था। इस आपदा में 15,899 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 2,529 लोग आज तक लापता हैं। 4,00,000 से ज़्यादा लोगों को अपने घर छोड़ने पड़े थे। फुकुशिमा में सबसे अधिक नुकसान हुआ था, जहां कई लोगों की जान चली गई थी और अनगिनत घर तबाह हो गए थे, जिससे लोग बेघर और बेबस हो गए थे।
फुकुशिमा में सुनामी से मचेगी बड़ी तबाही
जानकारी के अनुसार, फुकुशिमा न्यूक्लियर सेंटर तक सुनामी की लहरें पहुंच गई हैं। फुकुशिमा में रहने वाले लोगों की आंखों में फिर से तबाही की सुनामी दिख रही है, जो उन्हें डरा रही है। जापान में अब तक सबसे भयानक सुनामी आएगी जो हालात खराब कर सकती है। इस सुनामी से होने वाली तबाही से निपटने के लिए जापान तैयार भी नहीं है। एक रिपोर्ट में बताया गया है कि फुकुशिमा में सुनामी की ऊंची लहरें 3 मीटर से भी ज्यादा ऊंची हो सकती हैं, जो ढाई घंटे के भीतर बड़ी तबाही मचा सकती हैं।
फुकुशिमा डाइइची परमाणु संयंत्र काम रोका गया
जब जापान में सुनामी आई थी तब फुकुशिमा डाइइची परमाणु संयंत्र में एक बड़ी दुर्घटना हुई थी, जब तीन रिएक्टर मेल्टडाउन का शिकार हो गए थे। इससे भारी मात्रा में रेडियोधर्मी पदार्थ हवा और समुद्र में फैल गया था। इस हादसे को चेरनोबिल के बाद दुनिया की सबसे गंभीर परमाणु आपदा माना गया। उस घटना को ध्यान में रखते हुए, इस बार पहले से ही फुकुशिमा में स्थित परमाणु संयंत्र पर काम रोक दिया गया है। कर्मचारियों को तत्काल सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। टोक्यो इलेक्ट्रिक पॉवर कंपनी ने बयान में कहा है कि संयंत्र में कोई सुरक्षा खतरा नहीं है, लेकिन एहतियातन निकासी की गई है।
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