Prashant Kishor Party Launching : जन सुराज आन्दोलन बिहार में लेगा पार्टी का रूप, क्या होगा चिन्ह, कौन होगा राष्ट्रीय अध्यक्ष?

Prashant Kishor Party Launching: प्रशांत किशोर जो पहले चुनावी मर्मज्ञ रणनीतिकार से अब राजनेता की भूमिका में आ चुके हैं।राजनेता बने प्रशांत किशोर कुछ समय बाद अपने जन सुराज आंदोलन को पार्टी का रूप देने जा रहे हैं। इसके लिए पीके ने काफी मेहनत की है. पिछले ढाई साल में उन्होंने 17 जिलों में करीब 5 हजार किलोमीटर की पदयात्रा निकाली है और करीब 5500 गांवों का दौरा किया है। अगर हम यह कहें कि पीके ने घर-घर जाकर लोगों से मुलाकात की है तो गलत नहीं होगा।

प्रशांत किशोर जन सुराज पार्टी की नींव रखेंगे। Prashant Kishor Party Launching

अब उनकी मेहनत को मूर्त रूप देने का समय आ गया है।पटना के वेटनरी कॉलेज ग्राउंड में आज सुबह 11 बजे से एक विशाल सभा होने जा रही है, जिसके मंच से प्रशांत किशोर अपनी नई राजनीतिक पार्टी का ऐलान करने जा रहे हैं। आज पूरे देश निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि आख़िर क्या होगा पार्टी का चुनाव चिन्ह ? क्या होगा पार्टी का नाम और राष्ट्रीय अध्यक्ष कौन होगा?

जान्हवी दास राष्ट्रीय अध्यक्ष हो सकती हैं। Prashant Kishor Party Launching

जन सुराज के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए सबसे ज्यादा चर्चित नाम है जान्हवी दास, आपको बता दें कि जाह्नवी दास प्रशान्त किशोर की पत्नी हैं। हाल ही में पीके ने खुद पहली बार अपनी पत्नी के बारे में दुनिया को बताया। प्रशांत किशोर ने डॉ. जाह्नवी दास की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी सफलता के पीछे उनकी पत्नी का बड़ा हाथ है। अपनी पत्नी का परिचय देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि दो साल तक घर से दूर रहकर काम करने का श्रेय उनकी पत्नी को जाता है, जिन्होंने पूरे घर और परिवार की जिम्मेदारी उठा रखी है। हालांकि, भाई-भतीजावाद के आरोप से बचने के लिए पीके शायद ही अपनी पत्नी को यह जिम्मेदारी देंगे।

17 जिलों में पूरी हो चुकी है प्रशांत किशोर की पदयात्रा।

जन सुराज संगठन की ओर से कहा गया है कि प्रशांत किशोर की मौजूदगी में बिहार के सभी पंचायतों, प्रखंडों और जिलों से जन सुराज से जुड़े लोग पटना आकर जन सुराज अभियान के लिए टीम बनाने के कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं। प्रशांत किशोर 2 अक्टूबर 2022 से जन सुराज अभियान के तहत पूरे बिहार में पदयात्रा पर हैं। उनकी पदयात्रा अब तक 17 जिलों में हो चुकी है। संगठन ने कहा कि प्रशांत किशोर अब तक करीब 5 हजार किलोमीटर की पदयात्रा कर चुके हैं और 5500 से ज्यादा गांवों में पैदल घूम चुके हैं। जन सुराज ने दावा किया है कि बिहार के 1 करोड़ लोग मिलकर राजनीतिक पार्टी बनाने जा रहे हैं।

बिहार की बदहाली के लिए पूर्व मुख्यमंत्री जिम्मेदार। Prashant Kishor Party Launching

किशोर ने कहा कि वह ‘योग्यता की राजनीति’ में विश्वास करते हैं और अन्य दलों के विपरीत वह शराबबंदी के खिलाफ बोलने से नहीं कतराएंगे। उन्होंने कहा कि अन्य दलों को शराबबंदी का विरोध करने पर महिला मतदाताओं के वोट खोने का डर है। किशोर ने कहा कि वह बिहार की बदहाली के लिए मुख्य रूप से नीतीश कुमार और उनके पूर्ववर्ती लालू प्रसाद को जिम्मेदार मानते हैं, हालांकि इसमें कांग्रेस और भाजपा भी दोषी हैं।

कांग्रेस ने लालू प्रसाद के गलत कामों पर आंखें मूंद लीं।

उन्होंने आरोप लगाया कि ‘कांग्रेस ने लालू प्रसाद के गलत कामों पर आंखें मूंद लीं क्योंकि उनकी राजद पिछली यूपीए सरकार की महत्वपूर्ण सहयोगी थी। इससे उन्हें सत्ता में बने रहने में मदद मिली, हालांकि राजद को विधानसभा में कभी बहुमत नहीं मिला। किशोर ने कहा कि यही स्थिति नीतीश कुमार के साथ भी है, जिनकी पार्टी जदयू को कभी स्पष्ट जनादेश नहीं मिला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा महाराष्ट्र में अपनी सरकार बनाने के लिए अन्य दलों को तोड़ने में लगी रही, जबकि बिहार में वह नीतीश कुमार की मुरीद बनी रही।

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