जयशंकर बोले- US-India के बीच कुछ समस्याएं: एक्स्ट्रा टैरिफ लगाना गलत

S Jaishankar On US Tariff: विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर (S Jaishankar) ने भारत-अमेरिका संबंधों (India-US Relations) पर खुलकर बात की और कहा कि दोनों देशों के बीच कुछ समस्याएं जरूर हैं, लेकिन इन्हें इतना बढ़ा-चढ़ाकर नहीं देखना चाहिए कि रिश्ते प्रभावित हों। जयशंकर ने रूस से तेल खरीदने पर अमेरिका द्वारा लगाए गए अतिरिक्त टैरिफ (Extra Tariff on Russian Oil) को गलत करार देते हुए कहा कि कई अन्य देश भी रूस से तेल खरीदते हैं, लेकिन अमेरिका ने विशेष रूप से भारत को निशाना बनाया है।

यह बयान दिल्ली में चौथे कौटिल्य इकोनॉमिक कॉन्क्लेव (Kautilya Economic Conclave) में रविवार को दिया गया। जयशंकर ने वैश्विक व्यापार नीतियों पर भी जोर दिया, जहां उन्होंने BRICS इमरजेंसी वर्चुअल समिट के अपने बयान का हवाला दिया।

जयशंकर ने कहा, “भारत और अमेरिका के बीच कुछ समस्याएं हैं, लेकिन हमें इन्हें सुलझाने के लिए संवाद जारी रखना चाहिए।” उन्होंने अमेरिका द्वारा 27 अगस्त से लगाए गए 25% अतिरिक्त टैरिफ का जिक्र किया, जो रूस से तेल खरीदने पर आधारित है। जयशंकर ने कहा, “कई अन्य देश भी रूस से तेल खरीदते हैं, लेकिन अमेरिका ने विशेष रूप से भारत को ही निशाना बनाया है।” उन्होंने जोर दिया कि व्यापार विवादों को हल करने के लिए बातचीत जरूरी है, ताकि संबंध मजबूत बने रहें।

जयशंकर ने वैश्विक परिदृश्य पर भी चर्चा की, जहां अमेरिका-चीन संबंधों (US-China Dynamics) के प्रभाव, यूरोप में बदलते संतुलन और वैश्विक आर्थिक जटिलताओं को हाइलाइट किया। उन्होंने कहा कि यूरोप में पहले जो सुरक्षा, ऊर्जा और व्यापार में संतुलन था, वह अब चुनौतियों में बदल गया है। जयशंकर ने सलाह दी कि इन समस्याओं को बढ़ा-चढ़ाकर न देखें, बल्कि समाधान की दिशा में काम करें।

जयशंकर ने 8 सितंबर को BRICS इमरजेंसी वर्चुअल समिट में दिए गए अपने बयान का जिक्र किया, जहां उन्होंने कहा था, “ट्रेड पॉलिसी निष्पर्श, पारदर्शी और सभी के फायदे वाली होनी चाहिए।” यह बयान अप्रत्यक्ष रूप से उन नीतियों की आलोचना था जो व्यापार को जटिल बनाती हैं। जयशंकर ने वैश्विक व्यापार में निष्पक्षता (Fair Trade Practices) की वकालत की, जो भारत-अमेरिका संबंधों के संदर्भ में प्रासंगिक है।

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