Jaisalmer Land Burst : जैसलमेर में सदियों बाद रेगिस्तान में चारों तरफ जल ही जल दिखाई दिया। जैसलमेर में जमीन फटने से रेगिस्तान जलमग्न हो गया। चारों तरफ पानी ही पानी, मानो विलुप्त सरस्वती नदी का आगमन हो गया हो और जल की धाराएं बह रहीं हो। घटना के कारणों को जानने के लिए भूजल सर्वेक्षण और जांच की जा रही है। इस घटना की चर्चा सोशल मीडिया पर खूब हो रही है।
जैसलमेर में जमीन फटने से बही जल की धारा | Jaisalmer Land Burst
शनिवार को जैसलमेर के नहरी इलाके के मोहनगढ़ में ट्यूबवेल की खुदाई हो रही थी तभी जमीन धंस गई। जिससे एक ट्रक गहरे गड्ढे में गिर गया। इसके बाद उस गहरे गड्ढे के भीतर जैसे कोई लावा फट गया हो और पानी, गैस, कीचड़ बाहर आने लगे। जमीन से तीन से चार फीट ऊपर फुव्वारे उठते हुए का नजारा देख हर कोई सन्न रह गया। जिस रेगिस्तान में दूर-दूर तक पानी की बून्द नहीं मिलती है अब वहां पानी ही पानी दिख रहा है। पानी का जलसैलाब देखकर ट्यूबवेल की खुदाई कर रहे कर्मचारी और ग्रामीण वहां से दूर भाग गए।
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l850 फीट गहरे गड्ढे से निकल रहा पानी
दरअसल, यह घटना शनिवार को मोहनगढ़ में विक्रम सिंह के खेत में ट्यूबवेल की खुदाई के दौरान सुबह 10 बजे हुई। जहां ट्यूबवेल की खुदाई के दौरान जमीन धंस गई और 22 टन मशीन लगा ट्रक 850 फीट गहरे गड्ढे में धंस गया। जिससे धरती के अंदर से पानी बाहर निकल रहा है। जैसलमेर प्रशासन मालवा और पानी को बाहर निकालने की कोशिश कर रहा है।
जानिए भूजल वैज्ञानिक का क्या है कहना
भूजल वैज्ञानिक एनडी इनखिया के नेतृत्व में टीम मौके पर पहुंची है। यहां उप तहसीलदार ललित चारण भी मौके पर मौजूद है। भूजल वैज्ञानिक एनडी इनखिया ने बताया कि बोरवेल खोदे जाने के दौरान अचानक इतना पानी आने की घटना सभी लोगों को अंचभित कर रही है। पौराणिक मान्यता के अनुसार जैसलमेर में श्रीकृष्ण की ओर से सुदर्शन चक्र से जैसलू कुएं के खोदने और सरस्वती नदी के यहां होने की बात सामने आती रही है। लेकिन फिलहाल यह अभी इस पानी के बहाव को सरस्वती नदी से कनेक्ट करना जल्दबाजी होगी। यह जांच का विषय है, जिस पर आगे जानकारी दी जाएगी।