Jaipur News: राजस्थान यूथ कांग्रेस ने आज मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने के उद्देश्य से बड़ा प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं ने शहीद स्मारक से मुख्यमंत्री निवास की ओर कूच किया लेकिन पहले से तैयार पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर उन्हें रोक दिया। ये कार्यकर्ता डॉ. भीमराव अंबेडकर पर की गई टिप्पणी को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।
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इस पूरे मामले में राजस्थान यूथ कांग्रेस ने आज डॉ. भीमराव अंबेडकर पर की गई टिप्पणी के विरोध स्वरूप मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने के उद्देश्य से बड़ा प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं ने शहीद स्मारक से मुख्यमंत्री निवास की ओर कूच किया लेकिन पहले से तैयार पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर उन्हें रोक दिया।
प्रदर्शनकारियों ने जबरन सुरक्षा घेरा तोड़ने का प्रयास किया।
यूथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष और विधायक अभिमन्यु पूनिया के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स को पार करने का प्रयास किया। जैसे ही पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो प्रदर्शनकारियों ने इसका विरोध किया। इसके बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई और प्रदर्शनकारियों ने जबरन सुरक्षा घेरा तोड़ने का प्रयास किया।
स्थिति बिगड़ती देख पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया। पानी की तेज धार के बावजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पीछे हटने से इंकार कर दिया और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। प्रदर्शनकारियों ने जवाब में पुलिस पर कुर्सियां फेंकीं, जिससे माहौल और गरमा गया।
हालात काबू से बाहर होते देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया
हालात काबू से बाहर होते देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया, जिसमें कई कांग्रेस कार्यकर्ता घायल हो गए, जिन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। इसके बावजूद प्रदर्शनकारी डटे रहे और गिरफ्तारी देने का निर्णय लिया। पुलिस ने गिरफ्तार कार्यकर्ताओं को शहर के दूरस्थ थानों में ले जाकर छोड़ा।
यूथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अभिमन्यु पूनिया ने इस घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन किया जा रहा है और सरकार जनता की आवाज दबाने का प्रयास कर रही है। पूनिया ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो प्रदेशभर में बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा।
घटना के बाद राजनीतिक माहौल गरमाया
पुलिस ने अपनी कार्रवाई का बचाव करते हुए कहा कि यह कदम कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया गया था। एक अधिकारी ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने कानून हाथ में लेने की कोशिश की, जिसके चलते मजबूरी में वॉटर कैनन और लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा। बहरहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन इस घटना के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है। कांग्रेस और सरकार के बीच टकराव के चलते आगामी दिनों में और भी प्रदर्शन देखने को मिल सकते हैं।