MP: जबलपुर पुलिस ने डुमना एयरपोर्ट के पास से संदिग्ध रोहिंग्या युवक को हिरासत में लिया

jabalpur news

Jabalpur News: मंगलवार शाम को टी-शर्ट और हाफ पैंट में डुमना एयरपोर्ट के समीप सैन्य क्षेत्र में घूम रहा एक युवक पुलिस को देखकर भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन उसे तुरंत पकड़ लिया गया। पूछताछ में युवक ने खुद को बांग्लादेश का रोहिंग्या मुसलमान बताया, जिसके बाद खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गई हैं।

Rohingya in Jabalpur: जबलपुर पुलिस ने डुमना एयरपोर्ट के समीप सैन्य क्षेत्र से एक संदिग्ध युवक को हिरासत में लिया है। पूछताछ में युवक ने खुद को बांग्लादेश का रोहिंग्या मुसलमान बताया, जिसके बाद खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने थाने पहुंचकर युवक से पूछताछ की। उसकी बंगाली भाषा के कारण बयान दर्ज करने में कठिनाई हुई, जिसके लिए ट्रांसलेटर की सहायता ली गई।

मंगलवार शाम को टी-शर्ट और हाफ पैंट में घूम रहा यह युवक पुलिस को देखकर भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन उसे तुरंत पकड़ लिया गया। जब उससे नाम और पता पूछा गया, तो वह अपरिचित भाषा में बोलने लगा। शुरुआत में पुलिस को लगा कि वह मानसिक रूप से अस्थिर हो सकता है, लेकिन थाने में गहन पूछताछ से उसके बांग्लादेशी होने का खुलासा हुआ।

सूत्रों के मुताबिक, युवक ने स्वीकार किया कि वह 9 अन्य लोगों के साथ भारत में अवैध रूप से प्रवेश किया था। हालांकि, उसके बयानों की सत्यता जांच के बाद ही स्पष्ट होगी।

युवक बोला खाना खाने आया हूं

युवक ने अपना नाम रहमत अली बताया और कहा कि वह बांग्लादेश के बागुड़ा जिले के रामचंद्रपुर गांव का निवासी है। उसने पहले अपने पिता का नाम मन्ना सरकार बताया, लेकिन बाद में उसे बदलकर मोहम्मद बता दिया। उसने अपनी मां का नाम मेमरा बेगम बताया। देर रात तक चली पूछताछ में रहमत अली बार-बार अपने बयान बदलता रहा, जिससे पुलिस को शक है कि वह जानबूझकर गुमराह करने की कोशिश कर रहा है। जब उससे भारत आने का कारण पूछा गया, तो उसने कहा, “मैं खाना खाने आया हूं।”

बांग्लादेश की पहचान और शेख हसीना का जिक्र

पुलिस ने जब रहमत अली से उसके देश और नेताओं के बारे में पूछा, तो उसने बताया कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना हैं। बांग्लादेश की कुछ तस्वीरें दिखाए जाने पर उसने उन्हें आसानी से पहचान लिया। शुरुआत में वह टूटी-फूटी हिंदी में जवाब दे रहा था, लेकिन गहन पूछताछ में वह बंगाली भाषा में बोलने लगा। इसके बाद पुलिस ने ट्रांसलेटर की मदद से पूछताछ जारी रखी।

जबलपुर एसपी का बयान

जबलपुर के पुलिस अधीक्षक संपत उपाध्याय ने बताया, “युवक की पहचान और उसके बयानों की सत्यता की जांच की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी।”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *