ISRO Solar Mission Aditya L-1: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी ISRO का सोलर मिशन सफल रहा. पृथ्वी और सूर्य के बीच पड़ने वाले लैंग्रिज पॉइंट यानी L-1 तक Aditya L-1 पहुंच गया है जो पृथ्वी से सूर्य की तरफ 15 लाख किलोमीटर दूर मौजूद है. Aditya L-1 यहां तक पहुंच गया इसका मतलब ये नहीं कि इसका काम फिट्टूस हो गया बल्कि इसरो का सोलर मिशन अब शुरू हुआ है.
ISRO के Aditya L-1 स्पेसक्राफ्ट को यहां तक पहुंचने के लिए 126 दिन लग गए. 6 जनवरी को Aditya L-1 सन-अर्थ लैग्रेंज पॉइंट 1 (L1) पर पहुंच गया. अब यह स्पेसक्राफ्ट अगले 5 सालों तक सूर्य की करीबी से निगरानी करेगा और ISRO को सूर्य से जुडी जानकारियां भेजता रहेगा।
Aditya L-1 के अपने पॉइंट में पहुँचने के बाद ISRO के वैज्ञानिक तो खुश हुए ही साथ ही प्रधान मंत्री मोदी ने इसरो को बधाई भी दी.
Aditya L-1 करेगा क्या?
जहां आदित्य एल-1 पहुंचा है उस पॉइंट का नाम है सन-अर्थ लैग्रेंज पॉइंट 1 यानी L1, L1 अंतरिक्ष में ऐसा स्थान है, जहां पृथ्वी और सूर्य की गुरुत्वाकर्षण शक्तियां संतुलित होती हैं। हालांकि L1 तक पहुंचना और स्पेसक्राफ्ट को इस ऑर्बिट में बनाए रखना कठिन टास्क है। L1 का ऑर्बिटल पीरियड करीब 177.86 दिन है। यहां रहकर आदित्य सूर्य की स्टडी करेगा, उसकी तस्वीरें भी लेगा। और सूर्य में मौजूद गैसों, उसके ऑर्बिट का भी अध्यन करेगा। साथ ही सोलर वेव्स की भी स्टडी करेगा.