ISRO Future Projects: जब बात अंतरिक्ष अनुसंधान की होती है तो सबकी जुबान पर एक ही नाम होता है NASA और होना भी लाजमी है क्योंकी NASA ने ही सबसे आसमान की सीमाओं को लांघा है, स्पेस रिसर्च में NASA ने अनगिनत उपलब्धियां हासिल की हैं. लेकिन वो दिन भी अब दूर नहीं है जब ISRO, NASA से भी आगे निकल जाएगा। ये कोई सपना नहीं है बल्कि केंद्र सरकार और ISRO का फुल फ्लेज्ड मास्टर प्लान है. केंद्रीय विज्ञान और प्रोद्योगिकी और अंतरिक्षक राज्य मंत्री डॉ जितेंद्र सिंह ने देश को इस मास्टर प्लान के बारे में बताया है. उन्होंने ने एलान किया है कि सिर्फ 10 साल बाद भारत का अपना अलग स्पेस स्टेशन (Indian Space Station) होगा जिसका नाम ‘भारत अंतरिक्ष स्टेशन (Bharat Antariksh Station) होगा। मौजूदा वक़्त में दुनिया के ऐसे सिर्फ तीन देश हैं जिनके पास अपना स्पेस स्टैशन है जिनमे अमेरिका, रशिया और चाइना शामिल हैं इसके अलावा इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (International Space Station) में, US , रूस, यूरोप, जापान और कनाडा का कोलैबरेशन है मगर इनमे कहीं भारत की भूमिका नहीं है।
भारत अंतरिक्ष स्टेशन
इसी लिए अपने अंतरिक्ष अनुसन्धान को नया आयाम देने के लिए ISRO ‘भारत अंतरिक्ष स्टेशन ‘ को तैयार कर रहा है। जिसे सिर्फ 10 साल बाद यानी साल 2035 में अंतरिक्ष में स्तापित किया जाएगा, इसे बनाने और लॉन्च करने में 20 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च किए जा रहे हैं. ऐसा करके भारत स्पेस में अपना स्पेस स्टेशन भेजने वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा।
इसरो का मैन स्पेस मिशन गगनयान
Gaganyaan Man Space Mission ISRO: भारत अंतरिक्षक स्टेशन के अलावा भी ISRO कई बड़े स्पेस मिशन्स को अंजाम देने जा रहा है. अगले साल ISRO द्वारा तैयार किया गया व्योममित्र रोबोट स्पेस में भेजा जाएगा और इसके बाद साल 2026 में भारत अपना पहला मानव स्पेस मिशन लॉन्च करेगा। ये गगनयान मिशन के तहत ISRO द्वारा अंतरिक्ष में बजे जाने वाला पहला मिशन होगा। इस मिशन के लिए इसरो 10 हजार करोड़ रुपए खर्च कर रहा है. अंतरिक्षक पर भेजे जाने वालों इंडियन एयरफोर्स के अधिकारीयों के नामों का एलान किया गया है ग्रुप कैप्टन प्रशांत बालकृष्णन नायर, ग्रुप कैप्टन अजीत कृष्णन, ग्रुप कैप्टन अंगद प्रताप और विंग कमांडर शुभांशु शुक्ला शामिल हैं।
इसरो का मैन मून मिशन
Man Moon Mission ISRO:अगले साल पहले मानव अंतरिक्ष मिशन और अपना खुद का स्पेस स्टेशन स्थापित करने के बाद ISRO चांद पर भी अपना अंतरिक्ष यात्री भेजेगा। ISRO से पहले, 1967 में नासा ने दुनिया के सबसे पहले मून मिशन को लॉन्च किया था, NASA 2027 में फिर से चन्द्रमा पर अंतरिक्ष यात्री भेजने की योजना बना रहा है जबकि भारत अपना पहला मानव मून मिशन 2040 में लॉन्च करेगा। और ना सिर्फ स्पेस में बल्कि ISRO अब समुद्र की गहराईयों पर भी जाने वाला है. बहुत जल्द समुद्रयान लॉन्च किया जाना है जो समुद्र की 6000 मीटर की गहराई पर जाकर रिसर्च करेगा।
चंद्रयान 4
Chandrayaan 4 : इस सब के बीच ISRO चंद्रयान 4 लॉन्च करेगा जो न सिर्फ चन्द्रमा की सतह पर उतरेगा बल्कि चाँद की चट्टानों के नमूने लेकर वापस भी लौटेगा, इसके अलावा शुक्र ग्रह का अध्यन्न करने के लिए भी इसरो नेक्स्ट जनरेशन व्हीकल बना रहा है. केंद्र सरकार और ISRO की योजना है कि साल 2047 तक यानी विकसित भारत के लक्ष्य के पूरा होने तक भारत को अंतरिक्ष अनसंधान क्षेत्र में ग्लोबल लीडर बनाना है. देखा जाए तो बीते 10 सालों में ISRO की प्रगति में गति आई है. इसरो ने अबतक अपने इतिहास में 432 विदेशी उपग्रह लांच किए हैं जिनमे से 397 पिछले 10 सालों में लॉन्च हुए हैं.