Israel Iran Conflict : ईरान और इजरायलके बीच जंग और खतरनाक मोड़ पर पहुँचती दिख रही है। जैसा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि अगर ईरान ने इजरायल पर हमला किया तो अमेरिका कहर बनकर ईरान पर टूट पड़ेगा। अब वैसा ही होता दिख भी रहा है। आज मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप G-7 समिट को बीच में ही छोड़कर अमेरिका आए और ईरान को तेहरान खाली करने की धमकी दे दी। अब इस बीच चीन ने भी ईरान और इजरायल के जंग के बीच एंट्री ले ली। चीन ने कहा कि इजरायल और ईरान के बीच यह युद्ध कोई और नहीं खुद अमेरिका करवा रहा है। जिसके बाद ईरान से लेकर भारत तक खलबली मच गई।
G-7 समिट ने Iran को बताया युद्ध का जिम्मेदार
दरअसल, मंगलवार को ईरान और इजरायल के बीच चल रहा सैन्य संघर्ष चरम पर पहुँच गया। इजरायल ने दावा किया है कि उसने ईरान के चीफ ऑफ स्टाफ, अली शादमानी को समाप्त कर दिया है। जवाब में ईरान ने चार अलग-अलग जगहों पर मिसाइलें दागीं हैं। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने G-7 समिट में कहा कि वे ईरान के साथ बातचीत करने के लिए उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और अपने मध्य-पूर्व के राजदूत स्टीव विटकॉफ को भेज सकते हैं। G-7 समिट ने भी इजरायल का समर्थन किया और ईरान को दो टूक सुनाते हुए युद्ध के लिए जिम्मेदार बता दिया।
जी-7 ने नागरिकों की हत्या की अनदेखी की : Irania Israel Conflict news
ईरान ने जी-7 (G-7) देशों के समर्थन को खारिज करते हुए कहा है कि इन देशों ने उनके नागरिकों की हत्या और परमाणु बुनियादी ढांचे पर किए गए हमले नजरअंदाज किए हैं। ईरान के विदेश मंत्रालय ने आरोप लगाया कि जी-7 के नेताओं का बयान, इजरायल की आक्रामकता और उनके शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम पर किए गए हमलों को अनदेखा कर रहा है।
ट्रंप ने दी ईरान को समझौते को मानने की धमकी
इसके बाद अचानक ऐसा क्या हुआ कि ट्रंप ने G-7 समिट को बीच में ही छोड़ दिया और अमेरिका वापस आ गए। ट्रंप ने आरोप लगाया है कि ईरान परमाणु हथियार बनाने के बेहद करीब पहुंच चुका है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ईरान को इस मद्दे पर आत्मसमर्पण करना ही होगा, क्योंकि अमेरिका किसी भी परिस्थिति में ईरान का परमाणु हथियार बनाना स्वीकार नहीं करेगा। ट्रंप ने यह भी बताया कि उन्होंने ईरान के साथ सीजफायर को लेकर कोई संपर्क नहीं किया है। उन्होंने कहा कि अगर ईरान बातचीत करना चाहता है तो उन्हें सीधे उनसे संपर्क करना चाहिए। ट्रंप ने कहा कि ईरान को पहले के समझौते को मानना चाहिए, ताकि कई जानें बचाई जा सकें।
पाकिस्तान समेत 21 देश ईरान के साथ खड़े | Iran Israel war news
इधर ईरान और इजरायल के बीच सैन्य युद्ध (Iran Israel war) छिड़ा हुआ है और उधर, 21 मुस्लिम देशों ने ईरान को समर्थन दे दिया। इन देशों ने संयुक्त रूप से एक बयान जारी कर कहा है कि इजरायल ने ईरान पर हमला कर अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन किया है। पाकिस्तान, सऊदी अरब जैसे देश भी इस समर्थन में शामिल हैं। जबकि इजरायल के राजदूत रुवेन अजार ने कहा है कि वे ईरान के परमाणु कार्यक्रम को कमजोर करने के सभी संभव उपाय करेंगे। उनका मानना है कि अगर कूटनीतिक समाधान संभव हो, तो वह बेहतर होगा, लेकिन आवश्यक हुआ तो इजरायल अपनी रक्षा के लिए हर कदम उठाने को तैयार है।
ईरान के परमाणु कार्यक्रम को खत्म करेंगे ट्रंप
बता दें कि अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने एक बयान जारी कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ईरान के परमाणु कार्यक्रम को खत्म करने के लिए कदम उठाने का फैसला कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने स्पष्ट कर दिया है कि ईरान यूरेनियम संवर्धन नहीं कर सकता, और अमेरिकी सेना इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए आवश्यक कदम उठाएगी।
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