1 अक्टूबर 2024 में हुए हमले का इजराइल ने लिया बदला। इजराइल में तीन तरह से हमले किये गए। पहला हमला ईरान के एअर डिफेन्स सिस्टम में किया गया ,दूसरा मिसाइल और ड्रोन के अड्डों में और वही तीसरा निशाना मिसाइल इंडस्ट्रीज के साइट्स को बनाया गया। इस हमले को यूनाइटेड किंगडम और यूनाइटेड स्टेटस ने अपना पूरा समर्थन दिया है।
ईरान में सुबह 26 तरीक को करीब 5 :00 बजे तीन जगहों में निशाने दागे गए। इजराइल ने ईरान के द्वारा 1अक्टूबर 2025 में किये गए हमले का बदला लेने के लिए ईरान के तीन सैन्य और मिसाइल ठिकानों पर धमाका किया। ईरान के तीन जगहों को तीन तरीके से निशाना बनाया गया। इजराइल के द्वारा ईरान में हुए इस धमाके की पहले पूरी प्लानिंग बनायीं गयी थी। पहला टारगेट ईरान के तेहरान में को बनाया गया दूसरा अटैक करज में किया गया वही तीसरा हमला खुजिस्तान में किया गया। इजराइल ने तीन तरीके से हमले करके ईरान की क्षमता को कम करने का कार्य किया है। जानकारी के मुताबिक इस धमाके में ईरान के सैन्य ठिकानों को और मिसाइल साइटस को नष्ट किया गया है। पहला हमला ईरान के डिफेन्स सिस्टम को नष्ट करने के लिए किया गया दूसरा हमला मिसाइल और ड्रोन के अड्डों को और तीसरा हमला मिसाइलस के साइटस को नष्ट करने के लिए किया गया।
इस पूरे धमाके के दौरान इजराइल ने F3 Fifth -generation stealth aircraft , Aviation refuellers , और spy plains जैसे हथियारों का इस्तेमाल किया गया। जानकारी के मुताबित इस पूरे हमले के दौरान ईरान में केवल सैन्य और मिसाइल साइट्स को निशाना बनाया गया है इस पूरे दमाके के दौरान सिविलियनस को किसी भी प्रकार को छति नहीं पहुँचाई गयी है। इस पूरे ऑपरेशन को इजराइल ने “Days Of Repentance ” यानी “पछतावे के दिन “नाम दिया। इजराइल के इस हमले पर यूनाइटेड किंगडम ने पूरी तरह से अपनी सहमति जताई कहा “हम इजराइल के आत्मरक्षा के इस अधिकार का पूर्ण तरीके से समर्थन कर रहे है। हम इस स्तिथि पर करीब से अपनी नज़र रखे हुए है। हम अंतराष्ट्रीय कानून के अनुरूप इजराइल के आत्मरक्षा और खुद की रक्षा करने के अधिकार का समर्थन करते है “.अमेरिका ने भी इजराइल के इस हमले को लेकर अपनी सहमति जताई है।
ईरान का अगला कदम क्या होगा ?
इजराइल के इस खतरनाक बदले के बाद ईरान ने भी अपने टारगेट इजराइल के खिलाफ पूरी तरीके से सेट कर दिए है। इजराइल को इस हमले के बाद अब सावधान रहना होगा। ईरान इस हमले का बदला लेने लिए दो चरणों में हमला कर सकता है , पहले चरण में ईरान इजराइल के एटमी सेंटर पर धमाका करेगा जिसमे डेमोना नुक्लियर रिसर्च सेंटर ,ऐलाबन नुक्लियर हथियार गोदाम ,कफ्र जोखार्या नुक्लियर मिसाइल बेस ,नहाल सोरेक डिजाइन और रिसर्च बेस ,योदेफात एटमी निर्माण बेस ,तिरोश नुक्लियर गोदाम ,राफेल एटमी हथियार निर्माण बेस शामिल है। दूसरे चरण में ईरान इजराइल के एयरबेस पर हमला करेगा जिसमे मनाचिम एयरबेस ,रमत डेविड एयरबेस ,सादे धोब एयरबेस ,पालमचिम एयरबेस ,स्दोत मीचा एयरबेस,तेल नोएफ एयरबेस ,हतजर एयरबेस ,लोड एयरबेस शामिल है। इजराइल के इन जगहों पर ईरान की अब नज़र रहेगी।