IRFC Share Analysis: IRFC शेयर में बड़ी गिरावट की चेतावनी! क्या वाकई ₹100 तक टूट सकता है?

IRFC शेयर प्राइस गिरावट विश्लेषण और मार्केट चेतावनी

पिछले कुछ महीनों से IRFC Share Analysis निवेशकों और मार्केट विशेषज्ञों का मुख्य विषय बना हुआ है। तेज उछाल होने के बाद अब शेयर लगातार दबाव में दिख रहा है और चार्टिस्ट ने चेतावनी दी है कि अगर क़ीमतें और ज्यादा फिसलती हैं तो यह सीधे ₹100 तक गिर सकता है। ऐसे हालात में हर निवेशक जानना चाहता है कि क्या वाकई IRFC के लिए यह बड़ा खतरा है?

IRFC शेयर क्यों आ रहा है दबाव में?

हाल ही में IRFC का शेयर ₹110 से ₹114 के दायरे में घूमता दिखा, जो इसके महत्वपूर्ण सपोर्ट लेवल के बेहद करीब लग रहा है। मार्च में शेयर ₹108 तक गिरा था और वहीं से उछला था। यही स्तर अब ‘क्रिटिकल सपोर्ट’ माना जा रहा है।

टेक्निकल संकेत कमजोरी दिखा रहे हैं

RSI बहुत down यानी शेयर ओवरसोल्ड ज़ोन में है। ये प्रमुख मूविंग एवरेज के नीचे ट्रेड दिख रहे हैं जिससे वॉल्यूम में गिरावट जो निवेशकों के भरोसा की कमी को दर्शा रहा है।

अगर स्टॉक 110 रुपए के नीचे बंद हो जाता है तो विश्लेषकों के अनुसार शेयर ₹100 तक और नीचे गिर सकता है।

निवेशकों की बड़ी चिंता, सरकारी हिस्सेदारी

IRFC में सरकार की हिस्सेदारी अभी भी 85% से ज्यादा ही है। भविष्य में मार्केट के नियमों के अनुसार सरकार को इस हिस्सेदारी को और ज्यादा कम करना पड़ सकता है। अगर ये बड़ी मात्रा में शेयर मार्केट में बेचे गए, तो कीमतें और अधिक दबाव में आ सकती हैं।

फंडामेंटल मजबूत लेकिन वैल्यूएशन ऊँचा

IRFC रेलवे परियोजनाओं को फंड करता है और लंबी अवधि में कंपनी की कमाई भी स्थिर ही रहती है। लेकिन हकीकत यह है कि शेयर PB Ratio के हिसाब से महंगा दिखता है।ये तेज रैली के बाद अब कूलिंग फेज में दिख रहा है लेकिन मार्केट सेंटिमेंट फिलहाल IRFC के पक्ष में नहीं दिख रहे है। इसलिए निवेशक फंडामेंटल को देखते हुए भी एंट्री लेने में सतर्क हो रहे हैं।

क्या ₹100 तक गिरना तय है?

यह ज़रूरी नहीं कि शेयर ज़रूर ₹100 तक गिरे, लेकिन इसके संकेत साफ दिख रहे हैं। अगर स्टॉक ₹109 से लेकर 110 रुपए पर टिकता है तो उछाल आ सकती है, लेकिन अगर यह लेवल टूटता है तो फिर गिरावट गहरी हो सकती है।

निवेशकों के लिए सलाह

शॉर्ट टर्म ट्रेडर्स स्टॉप-लॉस का ज़रूर इस्तेमाल करें, लॉन्ग टर्म निवेशक धीरे-धीरे SIP तरीके से ही एंट्री लें। रेलवे सेक्टर से जुड़ी सरकारी घोषणाओं पर नजर बनाए रखें, ओवरबॉट स्टॉक में बड़ी एंट्री से बचें।

IRFC में जोखिम बढ़ा, लेकिन अवसर भी

IRFC Share Analysis बताता है कि शेयर कमजोर ज़ोन में है और बड़ा सपोर्ट टूटने पर ₹100 से अधिक तक फिसल सकता है। लेकिन यह भी सच है कि सरकारी कंपनी होने और रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर की बढ़ती जरूरतों के कारण, लंबी अवधि में यह स्टॉक फिर रफ्तार पकड़ सकता है।

जो भी निवेश करने का निर्णय लें, वे सपोर्ट लेवल, मार्केट सेंटिमेंट और जोखिम को ध्यान में रखकर ही कदम उठाएँ।

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