अमेरिका का बी-2 स्टील्थ बॉम्बर: दुनिया का सबसे महंगा और घातक युद्धक विमान, जिसने ईरान पर किया हमला

वॉशिंगटन, 22 जून 2025: अमेरिका ने हाल ही में ईरान के तीन परमाणु ठिकानों—फोर्डो, नटांज़, और इस्फहान—पर बी-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर जेट का उपयोग करके सटीक हमले किए (Iran Nuclear Strike) यह विमान, जिसे दुनिया का सबसे उन्नत और महंगा युद्धक विमान माना जाता है, अपनी स्टील्थ तकनीक और विनाशकारी शक्ति के लिए जाना जाता है। आइए, इस खतरनाक विमान के बारे में विस्तार से जानते हैं—यह क्या है, क्या कर सकता है, और इसकी कीमत कितनी है (B-2 Stealth Bomber

बी-2 स्टील्थ बॉम्बर क्या है?

बी-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर, जिसे नॉर्थ्रॉप ग्रुम्मन द्वारा निर्मित किया गया है, अमेरिकी वायु सेना का सबसे उन्नत रणनीतिक बमवर्षक विमान है। इसे 1970 के दशक में एक गुप्त परियोजना के तहत विकसित किया गया था, जिसका उद्देश्य दुश्मन के रडार को चकमा देकर गहरे क्षेत्रों में हमला करना था (Stealth Technology)। इसका अनोखा “फ्लाइंग विंग” डिज़ाइन और रडार-अवशोषित सामग्री इसे रडार पर लगभग अदृश्य बनाती है। सैन्य विशेषज्ञों के अनुसार, इसकी रडार प्रोफाइल एक छोटे पक्षी के समान है, जिसके कारण इसे “स्टील्थ” यानी “चोरी-छिपे हमला करने वाला” कहा जाता है

बी-2 की खासियतें और क्षमताएं

बी-2 स्टील्थ बॉम्बर की कुछ प्रमुख विशेषताएं और क्षमताएं इसे दुनिया के सबसे घातक हथियारों में से एक बनाती हैं:

  1. रडार से बचाव की तकनीक: बी-2 की स्टील्थ तकनीक में रडार-अवशोषित सामग्री और कोणीय डिज़ाइन शामिल है, जो इसे दुश्मन के वायु रक्षा तंत्रों से बचाने में सक्षम बनाता है। यह अत्याधुनिक रडार सिस्टम को भी चकमा दे सकता है, जिससे यह उच्च जोखिम वाले मिशनों के लिए आदर्श है (Advanced Stealth Jet)
  2. लंबी उड़ान दूरी: बी-2 बिना ईंधन भरे 6,000 नॉटिकल मील (लगभग 11,000 किलोमीटर) तक उड़ान भर सकता है। हवा में ईंधन भरने की सुविधा के साथ, यह दुनिया के किसी भी कोने में हमला करने में सक्षम है। हाल के हमले में, बी-2 ने मिसूरी के व्हाइटमैन एयर फोर्स बेस से 40 घंटे की उड़ान भरी, जिसमें कई बार हवा में ईंधन भरा गया (Long-Range Bomber)。
  3. विशाल हथियार क्षमता: यह विमान 40,000 पाउंड (18,144 किलोग्राम) से अधिक हथियार ले जा सकता है, जिसमें परमाणु हथियार, पारंपरिक बम, और जीबीयू-57 मासिव ऑर्डनन्स पेनेट्रेटर (एमओपी) जैसे बंकर-बस्टर बम शामिल हैं। ईरान के फोर्डो परमाणु सुविधा, जो गहरे भूमिगत है, को नष्ट करने के लिए बी-2 ने छह बंकर-बस्टर बमों का उपयोग किया (Bunker-Buster Bomb)。
  4. परमाणु और पारंपरिक हमले: बी-2 अमेरिका के परमाणु त्रिकोण (न्यूक्लियर ट्रायड) का हिस्सा है और 16 बी83 परमाणु बम ले जा सकता है। साथ ही, यह जॉइंट डायरेक्ट अटैक म्यूनिशन (जेडीएएम) और जॉइंट स्टैंडऑफ वेपन्स (जेएसओडब्ल्यू) जैसे सटीक हथियारों से लैस है, जो इसे विभिन्न प्रकार के मिशनों के लिए उपयुक्त बनाता है (Nuclear-Capable Bomber)。
  5. चालक दल और मिशन लचीलापन: बी-2 को केवल दो पायलट संचालित करते हैं, जो इसे लंबे मिशनों के लिए प्रभावी बनाता है। यह उच्च ऊंचाई और निचली ऊंचाई दोनों पर उड़ान भर सकता है, जिससे यह विभिन्न युद्ध परिस्थितियों में उपयोगी है (Strategic Bomber)。

बी-2 की कीमत

बी-2 स्टील्थ बॉम्बर को दुनिया का सबसे महंगा युद्धक विमान कहा जाता है। एक बी-2 विमान की लागत लगभग 2.1 से 2.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 17,500 से 18,300 करोड़ रुपये) है (World’s Costliest Aircraft)। इसके अलावा, इसके संचालन की लागत भी बहुत अधिक है। एक अनुमान के अनुसार, बी-2 का प्रति घंटा उड़ान खर्च अन्य बमवर्षक विमानों जैसे बी-1 और बी-52 की तुलना में तीन से चार गुना अधिक है। हाल के हमले में उपयोग किए गए जीबीयू-57 बंकर-बस्टर बम की कीमत भी प्रति बम लगभग 20 मिलियन डॉलर (लगभग 167 करोड़ रुपये) है (High-Cost Military Tech)。

ईरान पर हमले में बी-2 की भूमिका

22 जून 2025 को, अमेरिका ने बी-2 स्टील्थ बॉम्बर का उपयोग करके ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस ऑपरेशन की पुष्टि की, जिसमें फोर्डो पर छह बंकर-बस्टर बम और नटांज़ और इस्फहान पर टॉमहॉक मिसाइलों का उपयोग किया गया (U.S.-Iran Conflict)। बी-2 की स्टील्थ क्षमता ने इसे ईरान के रडार सिस्टम को चकमा देने में मदद की, जिससे यह गहरे भूमिगत फोर्डो सुविधा को नष्ट करने में सक्षम रहा। इस हमले ने मध्य पूर्व में तनाव को और बढ़ा दिया है, और ईरान ने जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है (Middle East Tensions)。

बी-2 का ऐतिहासिक महत्व

बी-2 ने पहले भी कई महत्वपूर्ण मिशनों में हिस्सा लिया है, जैसे कोसोवो, अफगानिस्तान, और लीबिया में हमले। कोसोवो युद्ध में, इसने कुल मिशनों का केवल 1% हिस्सा उड़ाया, लेकिन 33% लक्ष्यों को नष्ट किया, जिसने इसकी प्रभावशीलता को साबित किया (U.S. Military Power)। यह विमान अमेरिकी सैन्य शक्ति का प्रतीक माना जाता है और इसे रूस और चीन जैसे देशों की वायु रक्षा प्रणालियों को भेदने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

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