Iran Israel Ceasefire : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भले ही ईरान और इजराइल के बीच सैन्य युद्ध को समाप्त कर सीजफायर का एलान कर दिया। उन्होंने ये भी साफ किया कि सीजफायर के लिए ईरान को पहले कदम बढ़ाना होगा। फिर इजराइल भी शामिल होगा। वहीं, इसके बाद ही ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई ने अमेरिका और इजराइल का गुस्सा तेहरान में मौसाद के जासूसो पर कर भड़ास निकाल रहें है। ईरान में जासूसी के आरोप में हर दिन मौत की सजा परोसी जा रही है। हर दिन लगभग पांच लोगों को फांसी दी गई है। इन सभी पर आरोप था कि वे इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद के लिए जासूसी कर रहे थे।
तीन और लोगों को दी गई फांसी | Iran Israel Ceasefire Update
बुधवार को ईरान ने तीन और लोगों को फांसी दी। इन पर आरोप था कि वे मोसाद के लिए काम कर रहे थे और देश में हत्या की साजिश रची थी। ईरान सरकार का कहना है कि इन लोगों ने इजराइल के लिए संवेदनशील सामान भी तस्करी किया था, जिनका इस्तेमाल किसी की हत्या में किया गया।
मोसाद से जुड़े 300 से ज्यादा लोगों को दी फांसी
तेहरान की रिपोर्टों में इस बात का खुलासा हुआ है कि अब तक 300 से ज्यादा लोगों को जासूसी के आरोप में फांसी दी जा चुकी है। इनमें से एक व्यक्ति का नाम माजिद मोसायबी है, जिसे इजरायल को जानकारी देने के आरोप में 22 जून को फांसी दी गई।
मौसाद खुफिया एजेंसियों से संपर्क का आरोप
सोमवार को ईरान ने मोहम्मदअमीन शायस्तेह नाम के एक कैदी को भी मौत की सजा दी थी। उस पर आरोप था कि उसने इस्लामिक मूल्यों का अपमान किया और दुश्मन से मिलीभगत की। रिपोर्ट के अनुसार, उसने मोसाद से जुड़ा साइबर नेटवर्क चलाने का भी कबूल किया था। मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि पिछले दो महीनों में ईरान में करीब 300 लोगों को फांसी दी गई है। इनमें से कई लोगों को विदेशी खुफिया एजेंसियों से संपर्क करने और देशद्रोह के आरोप में फांसी दी गई है।
अमेरिका के साथ सीज़फायर का असर | Iran Israel Ceasefire news
ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई ने मौसाद के जासूसो को मौत की सजा देना तब शुरू कर दिया जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका और ईरान के बीच युद्ध विराम हो चुका है। ट्रंप ने कहा था कि दोनों देश अब लड़ाई नहीं करेंगे। लेकिन ईरान के इस कदम से ये साफ है कि हालात अभी भी तनावपूर्ण हैं।
हर दिन 5 लोगों को मौत दे रहा ईरान
13 जून को इजरायल ने ईरान के कुछ अहम ठिकानों पर हमला किया था। इसके बाद अमेरिका ने भी ईरान को धमकाते हुए ईरानी नक़लियर ठिकानों पर हमला कर ईरान का बड़ा नुकसान किया था। इसके जवाब में ईरान ने अमेरिका और इजरायल के खिलाफ कदम उठाए। इसी के बाद से ईरान में जासूसी की जांच तेज हो गई है। लगातार हर दिन ईरान मौसाद की जासूसी के आरोप में पांच लोगों को फांसी की सजा सुना रहा है। क़ुम प्रांत की पुलिस ने 22 और लोगों को हिरासत में लिया है, जो इजरायली एजेंसियों से जुड़े हो सकते हैं।