भारत में होगी US में बिकने वाले हर iPhone की मैन्युफैक्चरिंग

iPhone Manufacturing In India”अमेरिका और चीन के बीच चल रहे व्यापार युद्ध (US China Trade War) के बीच दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनी एपल (Apple) ने अपनी रणनीति में बड़ा बदलाव किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की टैरिफ नीतियों (Tariff Policy) के कारण एपल अब अपने आईफोन (iPhone Production In India) के उत्पादन को चीन (China) से भारत (India) की ओर स्थानांतरित करने की योजना बना रही है। सूत्रों के अनुसार, कंपनी अगले साल तक अमेरिका में बिकने वाले सभी आईफोनों का निर्माण भारत में शुरू करने की तैयारी में है। यह कदम न केवल भारत की मैन्युफैक्चरिंग क्षमता (Manufacturing Capacity) को बढ़ावा देगा, बल्कि चीन की अर्थव्यवस्था (Chinese Economy) के लिए भी एक बड़ा झटका साबित हो सकता है।

ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में चीनी सामानों पर 145% तक का भारी टैरिफ (US Tariff On China) लगाया है, जिसमें स्मार्टफोन्स भी शामिल हैं। हालांकि, कुछ इलेक्ट्रॉनिक्स को अस्थायी रूप से छूट दी गई है, लेकिन यह राहत स्थायी नहीं है। दूसरी ओर, भारत से आयात पर टैरिफ 10-26% के बीच है, जो चीन की तुलना में काफी कम है। इस वजह से एपल के लिए भारत एक आकर्षक विकल्प बन गया है। कंपनी ने पहले ही भारत में अपनी उत्पादन क्षमता को बढ़ाना शुरू कर दिया है और मार्च में 600 टन आईफोन (Made In India iPhone Shipment To US) भारत से अमेरिका भेजे गए, जो करीब 15 लाख डिवाइस के बराबर है।

भारत में एपल के प्रमुख आपूर्तिकर्ता फॉक्सकॉन (Foxconn) और टाटा (Tata) पहले से ही तीन कारखानों में काम कर रहे हैं, और दो और फैक्ट्रियां बन रही हैं। फॉक्सकॉन उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में 300 एकड़ जमीन पर नया उत्पादन केंद्र स्थापित करने की योजना बना रहा है। इसके अलावा, भारत सरकार की उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजनाएं और 2.7 अरब डॉलर की सब्सिडी योजनाएं भी एपल को भारत में निवेश के लिए प्रेरित कर रही हैं।

2024 में भारत ने 22 अरब डॉलर मूल्य के आईफोन का उत्पादन किया, जो पिछले साल की तुलना में 60% अधिक है। वैश्विक स्तर पर एपल के 28% आईफोन अब भारत में बन रहे हैं। विश्लेषकों का मानना है कि यह बदलाव न केवल एपल को टैरिफ की मार से बचाएगा, बल्कि भारत को वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला (Global Supply Chain) में एक मजबूत स्थिति दिलाएगा। हालांकि, चीन सरकार भारत में एपल के विस्तार को रोकने की कोशिश कर रही है, जिससे भविष्य में कुछ चुनौतियां आ सकती हैं।

इस बीच, ट्रंप प्रशासन ने संकेत दिए हैं कि चीन के साथ व्यापार युद्ध (Trade War) को कम करने की कोशिश की जा सकती है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि एपल का भारत की ओर रुख करना दीर्घकालिक रणनीति का हिस्सा है। यह कदम भारत के लिए आर्थिक अवसर ला सकता है, लेकिन इसके साथ ही मैन्युफैक्चरिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर और आपूर्ति श्रृंखला को और मजबूत करने की जरूरत होगी।

महत्वपूर्ण बिंदु:

  • एपल 2026 तक अमेरिका में बिकने वाले सभी आईफोनों का उत्पादन भारत में करना चाहता है।
  • भारत में 2024 में 22 अरब डॉलर के आईफोन बने, जो वैश्विक शिपमेंट का 28% है।
  • कम टैरिफ और सरकारी प्रोत्साहन भारत को निवेश के लिए आकर्षक बनाते हैं।
  • चीन की अर्थव्यवस्था को 70 अरब डॉलर तक का नुकसान हो सकता है।

यह बदलाव न केवल एपल के लिए, बल्कि भारत की मैन्युफैक्चरिंग महत्वाकांक्षाओं (Manufacturing Ambitions) के लिए भी एक ऐतिहासिक कदम हो सकता है।

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