नूतन वह अभिनेत्री जो शादी के बाद सुपरस्टार बनीं

Interesting Facts About Nutan In Hindi: अभिनेत्री नूतन हिंदी सिनेमा की एक दिग्गज और बहुमुखी कलाकार थीं, जिन्होंने अपनी सादगी, सशक्त अभिनय और अनूठी शैली से दर्शकों का दिल जीता। उनके अभिनय में एक सादगी और चंचलता का गजब का संयोग था। उनका जन्म 4 जून 1936 को मुंबई में हुआ था। उन्होंने 1959 में नेवी अफसर रजनीश बहल के साथ शादी की, 1961 में बेटे मोहनीश का जन्म हुआ, उसके बाद भी उनका सशक्त अभिनय जारी ही रहा। नूतन वह अभिनेत्री जो शादी के बाद सुपरस्टार बनीं। हालांकि 21 फरवरी 1991 को महज 54 वर्ष की उम्र में कैंसर से उनकी दुखद मृत्यु हो गई। आइए जानते हैं उनके जिंदगी और करियर से जुड़े कुछ मजेदार और रोचक किस्से

पहली मिस इंडिया अभिनेत्री | Nutan birth anniversary

नूतन ने 16 साल की उम्र में 1952 में मिस इंडिया का खिताब जीता था। वे इस खिताब को जीतने वाली पहली भारतीय अभिनेत्री थीं। उस समय दो अलग-अलग मिस इंडिया प्रतियोगिताएँ आयोजित की गई थीं, जिनमें नूतन और इंद्राणी रहमान ने जीत हासिल की थी। नूतन को “मिस मसूरी” का खिताब मिला था। यह उपलब्धि उस समय की है जब सौंदर्य प्रतियोगिताएँ आज की तरह ग्लैमर और करियर की सीढ़ी नहीं मानी जाती थीं, लेकिन नूतन की स्वाभाविक सुंदरता और व्यक्तित्व ने उन्हें अलग पहचान दिलाई।

स्विमसूट सीन से मचाया तहलका

1958 में आई फिल्म ‘दिल्ली का ठग’ में नूतन ने एक स्विमिंग और डाइविंग चैंपियन की भूमिका निभाई थी। जिसके कारण उन्होंने ऑनस्क्रीन स्विमसूट पहना, जो उस समय के रूढ़िवादी समाज में बहुत ही बड़ा साहसिक कदम था। फिल्म के इस सीन ने खूब हलचल मचाई और उन्हें भारी विरोध का सामना भी करना पड़ा था।

थिएटर में अपनी ही फिल्म देखने से रोका गया

1951 में उनकी फिल्म ‘नगीना’ के प्रीमियर पर नूतन को थिएटर के वॉचमैन ने अंदर जाने से रोक दिया, क्योंकि उस समय उनकी उम्र केवल 15 साल थी और फिल्म में डरावने सीन होने के कारण, नाबालिगों के लिए प्रतिबंधित थी। नूतन को उम्मीद थी कि हीरोइन होने के नाते उनका स्वागत होगा, वह इस फिल्म में अपने मित्र शम्मी कपूर के साथ पहुंची थीं। लेकिन वॉचमैन से उनकी बहस हो गई और उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया।

जब अमिताभ बच्चन नूतन को देखकर स्कूटर से गिरते-गिरते बचे

यह एक दिलचस्प और वास्तविक घटना है जिसे एक इंटरव्यू में अमिताभ बच्चन ने स्वयं बताया था। दरसल जब अमिताभ बच्चन दिल्ली विश्वविद्यालय में पढ़ाई किया करते थे, तो एक दिन कनॉट प्लेस के पास स्कूटर चला रहे थे। उसी समय उन्होंने अभिनेत्री नूतन को अपने पति कैप्टन रजनीश बहल के साथ सड़क पार करते देखा। नूतन को देखकर वे इतने खो गए कि लगभग स्कूटर से गिर ही पड़े थे, लेकिन उन्होंने जल्दी ही खुद को संभाल लिया। बाद में अमिताभ और नूतन ने साथ में सौदागर समेत कई फिल्में की थी।

फिल्मफेयर अवॉर्ड्स का रिकॉर्ड

नूतन ने सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए पांच फिल्मफेयर अवॉर्ड्स जीते, जो उस समय एक रिकॉर्ड था। यह रिकॉर्ड 30 साल तक कायम रहा, जब तक उनकी खुद की भतीजी काजोल ने 2011 में पांचवां अवॉर्ड जीता। नूतन को उनकी फिल्मों सीमा (1955), सुजाता (1959), बंदिनी (1963), मिलन (1967), और मैं तुलसी तेरे आंगन की (1978) के लिए यह सम्मान मिला। नूतन फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए अवॉर्ड जीतने वाली ओल्डेस्ट अभिनेत्री भी हैं, जिन्होंने 42 की उम्र में यह पुरस्कार जीता था।

14 साल की उम्र में डेब्यू

नूतन ने मात्र 14 साल की उम्र में 1950 में फिल्म ‘हमारी बेटी’ से अपने करियर की शुरुआत की, जिसका निर्माण उनकी मां शोभना समर्थ ने ही किया था। हालांकि यह फिल्म कुछ ज्यादा सफल नहीं हुई थी। उनको सबसे पहली बड़ी सफलता 1955 में आई फिल्म ‘सीमा’ से मिली थी, जिसने उन्हें स्टार बना दिया था।

संजीव कुमार को थप्पड़

फिल्म ‘देवी’ के सेट पर नूतन ने फिल्म में अपने सह-कलाकार संजीव कुमार को सार्वजनिक रूप से थप्पड़ मार दिया था। इसका कारण यह था उन्हें लगता था, संजीव कुमार ने मीडिया में यह अफवाह फैलाई थी कि नूतन और उनके बीच कुछ चल रहा है। यह अफवाह नूतन के लिए प्रॉब्लम क्रिएट करने वाली थी। क्योंकि नूतन पहले से ही नौसेना अधिकारी रजनीश बहल से शादी कर चुकी थीं और उनके एक बेटा मोहनिश बहल था। कई लोग कहते हैं नूतन ने यह थप्पड़ अपने पति के कहने पर मारा था।

मां के साथ 20 साल तक बात नहीं की

एक समय नूतन का अपनी मां शोभना समर्थ के साथ भी रिश्ता तनावपूर्ण रहा। जब उन्होंने अपनी मां पर पैसे के हेरफेर का आरोप लगाया था, जिसके कारण मां-बेटी के बीच 20 साल तक बातचीत नहीं हुई थी। दरसल नूतन और उनकी माँ ने मिलकर एक प्रोडक्शन हाउस खोला था, जिसमें नूतन की हिस्सेदारी 30 प्रतिशत थी। एकबार इनकम टैक्स विभाग ने कर भुगतान ना करने के कारण प्रोडक्शन हाउस को नोटिस जारी किया। शोभना समर्थ चाहती थीं, समस्त कर का भुगतान नूतन कर दें, लेकिन नूतन केवल अपने हिस्से का ही भुगतान करने को तैयार थीं, जिसके बाद माँ-बेटी में दूरी आ गई, नूतन ने अपने माँ के विरुद्ध कोर्ट में केस भी किया और लगभग 20 सालों तक दोनों के बीच बोलचाल बंद थी। हालांकि 1983 में दोनों के बीच सुलह हो गई थी।

दिलीप कुमार के साथ काम

दिलीप कुमार और नूतन अपने जमाने के सुप्रसिद्ध कलाकार थे, लेकिन उन दोनों की जोड़ी अपने कैरियर की पहली पारी में नहीं बन पाई थी, बल्कि दोनों ने जब अपने कैरियर की जब दूसरी पारी शुरू की और साइड रोल निभाने लगे थे, तब उन दोनों ने काम किया और कर्मा समेत तीन फिल्मों में अभिनय किया। दिलचस्प बात यह है कि नूतन और दिलीप कुमार को पहली बार 1954 में फिल्म “शिकवा” में एक साथ कास्ट किया गया था। इस फिल्म का निर्देशन रमेश सैगल कर रहे थे, लेकिन वित्तीय समस्याओं के कारण यह फिल्म कभी पूरी नहीं हो सकी और रिलीज़ नहीं हुई। नूतन का दिलीप कुमार के साथ काम करने का ख्वाब अधूरा ही रहा। हालांकि 2013 में इस फिल्म के कुछ दृश्यों की नौ मिनट की क्लिप सामने आई, जिसमें दोनों कलाकारों की झलक देखने को मिली।

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