भोपाल। अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा अनुपम राजन ने सोमवार को मंत्रालय में उच्च शिक्षा विभाग की समीक्षा करते हुए कहा कि विद्यार्थियों को ऑनलाईन परीक्षा की सुविधायें दी जायें। दो परीक्षाओं के बीच में पर्याप्त अंतर रखा जाये। स्वाध्यायी एवं नियमित विद्यार्थियों की संख्या में वृद्धि के प्रयास किये जायें। विद्यार्थियों को उपयोगी पाठ्यक्रमों की जानकारी दी जाए। जिन विद्यार्थियों की अपार आई.डी. नहीं बनी है, बनवाने के प्रयास किये जाएं। सभी विश्वविद्यालय एक माह में उपाधि अपलोड कर दें। शासन स्तर पर जानकारी पूरे परीक्षण उपरांत भेजी जाएं। उच्च शिक्षा से संबंधित बैठक प्रत्येक माह संचालनालय स्तर पर आयोजित की जाये। उच्च शिक्षा के सही क्रियान्वयन के लिए विश्वविद्यालयों के रजिस्ट्रार उत्तरदायी होंगे।
विश्वविद्यालयों में समर्थ की प्रगति की समीक्षा
बैठक में पाठ्यक्रमों से मेपिंग के संबंध में केंद्रीय अध्ययन दल की बैठक, स्वयं पोर्टल पर उपलब्ध पाठ्यक्रमों में पंजीयन की स्थिति एवं विभागीय प्रयास, विश्वविद्यालयवार कुल पंजीयन के आधार पर स्थिति, अंकसूची एवं उपाधि अपलोड की स्थिति, क्रेडिट डाटा से मैपिंग एवं आधार अपडेशन एवं त्रुटि रहित अपार आई.डी. प्राप्त करने संबंधी कार्यवाही की स्थिति,शैक्षणिक संस्थाओं की ऑनबोर्ड स्थिति, उच्च शिक्षण संस्थाओं में अपार एवं स्वयं के नोडल अधिकारियों की जानकारी एवं प्रशिक्षण तथा विश्वविद्यालयों में समर्थ की प्रगति की समीक्षा की गयी।
ये रहे मौजूद
बैठक में आयुक्त उच्च शिक्षा श्री प्रबल सिपाहा, उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारी, प्रदेश के सभी विश्व विद्यालयों के रजिस्ट्रार एवं स्वयं, अपार एवं समर्थ कार्यक्रमों के नोडल अधिकारी उपस्थित थे।