इंदौर मेट्रो में जॉय राइड वीक खत्म, 8 जून से करनी पड़ेगी टिकट लेकर यात्रा

Indore Metro Joy Ride Week Over News In Hindi: इंदौर मेट्रो मुफ्त सवारी यात्रा के लिए चलने वाला जॉय राइड वीक 7 जून 2025 को समाप्त हो गया है। यह मुफ्त सेवा 31 मई 2025 को शुरू हुई थी, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल से वर्चुअल रूप से इंदौर मेट्रो के सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर, गांधी नगर से सुपर कॉरिडोर तक 3, 6.3 किमी मेट्रो लाइन का उद्घाटन किया था।

इस जॉय राइड सप्ताह के दौरान, लगभग 87,000 यात्रियों ने मेट्रो की यात्रा की, जिसमें पहले दिन 1 जून को अकेले 25,000 लोगों ने सफर किया। पहले ही दिन रविवार 1 जून को भारी भीड़ देखी गई, क्योंकि लोग मेट्रो को पिकनिक स्पॉट की तरह देखने और अनुभव करने आए थे। अब 8 जून से इंदौर मेट्रो में यात्रा के लिए टिकट लेना पड़ेगा।

जॉय राइड वीक के बाद अभी की स्थिति

मुफ्त सवारी खत्म होने के बाद, 8 जून 2025 से किराया लागू हो गया है, जो 20 से 30 रुपये के बीच है। यह किराया शहर में चलने वाले अन्य परिवहन साधनों की तुलना में सस्ता और सुविधाजनक माना जा रहा है। जॉय राइड वीक खत्म होने के बाद, खासकर वर्किंग डेज़ के दौरान सुबह भीड़ में कमी देखी गई, क्योंकि मुफ्त सवारी का ऑफर अभी खत्म हो गया है। लेकिन शाम तक यात्रियों की धीरे-धीरे बढ़ने लगी।

इसके अलावा अभी वर्तमान संचालन का मार्ग कम आबादी वाले क्षेत्र में है, जिससे इसकी उपयोगिता सीमित है। विशेषज्ञों का मानना है कि मेट्रो की असली लोकप्रियता तब बढ़ेगी, जब 31.3 किमी का पूरा रिंग लाइन नेटवर्क का काम पूरा हो जाएगा। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों और बस सेवाओं के साथ एकीकरण की कमी एक चुनौती है। इसीलिए MPMRCL बस सेवाओं के साथ लास्ट-माइल कनेक्टिविटी को बेहतर करने पर काम कर रहा है।

इंदौर मेट्रो के किराए में छूट की योजना

यात्रियों को लुभाने के लिए ही मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (MPMRCL) ने अगले तीन महीनों के लिए, यात्री किराए पर छूट की योजना बनाई है। जिसके अनुसार दूसरे सप्ताह किराए में 75% छूट मिलेगी। जबकि तीसरे सप्ताह मेट्रो के किराए में 50% की छूट रहेगी। उसके बाद योजना है तीन महीने तक किराए में 25% की छूट यात्रियों दी जाएगी।

इंदौर मेट्रो की संचालन संबंधी जानकारी

  • वर्तमान में मेट्रो येलो लाइन के सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर पर चल रही है, जिसमें गांधी नगर (देवी अहिल्या बाई होल्कर टर्मिनल), सुपर कॉरिडोर-6, सुपर कॉरिडोर-5, सुपर कॉरिडोर-4, और सुपर कॉरिडोर-3 कुल 5 स्टेशन हैं।
  • अभी इंदौर मेट्रो का संचालन सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक ही है। मेट्रो 30 मिनट के अंतराल पर उपलब्ध हैं, स्टेशनों पर मेट्रो ट्रैंस के रुकने का समय 2 से 3 मिनट है।
  • बात करें टिकटिंग की तो अभी शुरुआत में मैनुअल टिकटिंग ही चल रही है, क्योंकि ऑटोमैटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम पर विवाद के कारण जांच चल रही है। भविष्य में QR कोड-आधारित टिकटिंग और रियल-टाइम ट्रैकिंग की भी शुरूआत होगी।

इंदौर मेट्रो की विशेषताएं

तकनीकी रूप से इंदौर मेट्रो अत्यंत उन्नत है। इंदौर मेट्रो में ग्रेड ऑफ ऑटोमेशन-4 (GOA-4) तकनीक का उपयोग किया गया है, जो ड्राइवरलेस और अटेंडेंट-मुक्त है। यह अन्य शहरों की मेट्रो (GOA-2 या GOA-3) से अधिक उन्नत है। इसमें ऑटोमैटिक गेट, आपातकालीन बटन, इंटरकॉम, डिजिटल रूट मैप, और नेत्रहीन यात्रियों के लिए ऑडियो घोषणा जैसी सुविधाएं भी हैं।

इंदौर मेट्रो की भविष्य योजनाएं

मध्य प्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन इंदौर मेट्रो के लिए आगे विस्तार योजनाएं भी बना रहा है। योजना के अनुसार इंदौर मेट्रो का कुल नेटवर्क 124 किमी का होगा, जिसमें 10 गलियारे और 28 स्टेशन होंगे। रीगल से एयरपोर्ट तक 8.7 किमी का हिस्सा अंडरग्राउंड है और बंगाली चौराहे से रीगल तक इसे और अंडरग्राउंड करने पर विचार चल रहा है। इसका पहला चरण 2026 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।

इसके अलावा 2028 के सिंहस्थ कुंभ से पहले इंदौर को उज्जैन से जोड़ने की योजना है। यह मेट्रो इंदौर एयरपोर्ट से महाकाल मंदिर तक चलेगी। इस परियोजना को इंदौर-उज्जैन वंदे मेट्रो नाम दिया गया है।


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