कंपनी ने एक बयान में कहा कि विमानों के खड़े होने और ईंधन की ऊंची कीमतों के कारण उसे नुकसान (INDIGO LOSS) हुआ है,,,,,,
देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो (INDIGO LOSS) को चालू वित्त वर्ष 2024-25 की सितंबर तिमाही में 986.7 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि विमानों के खड़े होने और ईंधन की ऊंची कीमतों के कारण उसे यह नुकसान हुआ है।
दो साल में पहली बार INDIGO LOSS
पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी को 188.9 करोड़ रुपये का साफतौर पर लाभ हुआ था। इससे पहले कंपनी को करीब दो साल में पहली बार घाटा (INDIGO LOSS) हुआ है। जानकारी के लिए बता दें जून तिमाही में 2,728 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया गया है । तो वहीं जारी हुए एनएसई पर इंडिगो के शेयर 3.2% गिरकर 4,373.70 रुपये पर बंद हुए है।
CEO ने बताई वजह
इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इस बारे में खुकर बात रखी है। उन्होंने एयरलाइन का विकास और विस्तार जारी है। सितंबर तिमाही में इसकी आय 14.6 फीसदी बढ़कर 17,800 करोड़ रुपये हो गई है। उन्होंने कहा कि परंपरागत रूप से कमजोर दूसरी तिमाही में, ग्राउंडेड विमान और ईंधन लागत से संबंधित प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण परिणाम और भी प्रभावित हुए। हमने एक नया फैसला लिया है क्योंकि ग्राउंडेड विमानों की संख्या और संबंधित लागत में गिरावट शुरू हो गई है।
INDIGO LOSS की उम्मीद नहीं थी
तो वहीं सितंबर तिमाही में एयरलाइन की ईंधन लागत 12.8 प्रतिशत बढ़कर 6,605.2 करोड़ रुपये हो गई। इस बीच, समीक्षाधीन तिमाही में परिचालन से राजस्व सालाना आधार पर 14% बढ़कर 16,970 करोड़ रुपये हो गया। बाजार को उम्मीद थी कि इंडिगो की मूल कंपनी इंटरग्लोब एविएशन घाटे की रिपोर्ट करेगी। लेकिन इतने बड़े नुकसान की उम्मीद नहीं थी।
सर्वे में हुआ खुलासा
ईटी नाउ के सर्वे में एयरलाइन का घाटा करीब 219 करोड़ रुपये बताया गया है। दूसरी तिमाही में यात्री टिकटों से कंपनी का राजस्व 14,359 करोड़ रुपये रहा है। जो पिछले साल की समान तिमाही से 10% ज्यादा है। एयरलाइन के बेड़े में इस समय कुल 410 विमान हैं। इनमें 41 A320 CEO, 201 A320 NEO, 112 A321 NEO, 45 ATR, 3 A321 मालवाहक, 6 B737 और 2 B777 शामिल हैं। हाल फिलहाल में कंपनी ने तिमाही के दौरान 28 यात्री विमान जोड़े।